बड़वानी में हिंगोट पर प्रतिबंध लगाने की मांग:जनप्रतिनिधियों ने की बैठक, प्रशासन के अधिकारियों से भी मिलेंगे
बड़वानी में हिंगोट पर प्रतिबंध लगाने की मांग:जनप्रतिनिधियों ने की बैठक, प्रशासन के अधिकारियों से भी मिलेंगे
बड़वानी में गुरुवार रात 9 बजे भावसार धर्मशाला में शहरवासियों सहित जनप्रतिनिधियों ने बैठक कर यह निर्णय लिया कि इस बार शहर में हिंगोट प्रतिबंधित रहेगी। दीपावली पर हिंगोट पटाखे पर प्रशासन से पूर्ण प्रतिबंध लगाने की मांग की जाएगी। जिला प्रशासन द्वारा दीपावली और पड़वा पर पटाखे के रूप में उपयोग की जाने वाली हिंगोट को बनाने, संग्रहण, खरीदी-बिक्री और चलाने पर सख्ती से प्रतिबंध लगाया जाए। बैठक में उपस्थित शीतल गुप्ता ने बताया कि शहर में दीपावली की अमावस्या की रात से पड़वा तक तथाकथित कुछ लोग हिंगोट का उपयोग पटाखे के रूप से करते हैं। इस हिंगोट से घातक रूप से घायल होने की घटनाएं पूर्व में हो चुकी हैं। इस पटाखे के निर्माण व चलाने पर जिला प्रशासन प्रतिबंध लगाता है। फिर भी लोग नही सुनते रात 12 बजे से सुबह तक शहर के एमजी रोड, कचहरी रोड, मोटी माता चौक, रानीपुरा मोहल्ले में सबसे ज्यादा हिंगोट छोड़ी जाती है। इस बार शहर के लोगों ने बैठक कर हिंगोट पर प्रतिबंध लगाने के सुझाव दिए। पिछले साल बेटे के साथ हुई थी घटना शीतल गुप्ता ने बताया कि पिछले वर्ष मेरे 8 वर्षीय बालक शिखर को रात में घर के अंदर सिर पर हिंगोट लगी थी। बालक की गंभीर स्थिति को देखते हुए इंदौर रेफर किया था। 2 महीने तक सतत इलाज के बाद ही शिखर बड़वानी आ सका था। घर की पूरी दीपावली दुःख और भय के साये में गुजरी थी। बैठक में ये हुए शामिल उक्त बैठक में भाजपा नेता जितेंद्र निकुम,हेमंत अग्रवाल, राजू सोनी आनंद गुप्ता, नपा उपाध्यक्ष सुभाष भावसार, समाजसेवी आकाश गुप्ता, यस शराफ, विशाल जोशी, सुहास यादव, अनूप जोशी, नितिन अग्रवाल,
व्यापारी लव जैमन,अनिल अग्रवाल, राम साखी आदि मौजूद रहे।
बड़वानी में गुरुवार रात 9 बजे भावसार धर्मशाला में शहरवासियों सहित जनप्रतिनिधियों ने बैठक कर यह निर्णय लिया कि इस बार शहर में हिंगोट प्रतिबंधित रहेगी। दीपावली पर हिंगोट पटाखे पर प्रशासन से पूर्ण प्रतिबंध लगाने की मांग की जाएगी। जिला प्रशासन द्वारा दीपावली और पड़वा पर पटाखे के रूप में उपयोग की जाने वाली हिंगोट को बनाने, संग्रहण, खरीदी-बिक्री और चलाने पर सख्ती से प्रतिबंध लगाया जाए। बैठक में उपस्थित शीतल गुप्ता ने बताया कि शहर में दीपावली की अमावस्या की रात से पड़वा तक तथाकथित कुछ लोग हिंगोट का उपयोग पटाखे के रूप से करते हैं। इस हिंगोट से घातक रूप से घायल होने की घटनाएं पूर्व में हो चुकी हैं। इस पटाखे के निर्माण व चलाने पर जिला प्रशासन प्रतिबंध लगाता है। फिर भी लोग नही सुनते रात 12 बजे से सुबह तक शहर के एमजी रोड, कचहरी रोड, मोटी माता चौक, रानीपुरा मोहल्ले में सबसे ज्यादा हिंगोट छोड़ी जाती है। इस बार शहर के लोगों ने बैठक कर हिंगोट पर प्रतिबंध लगाने के सुझाव दिए। पिछले साल बेटे के साथ हुई थी घटना शीतल गुप्ता ने बताया कि पिछले वर्ष मेरे 8 वर्षीय बालक शिखर को रात में घर के अंदर सिर पर हिंगोट लगी थी। बालक की गंभीर स्थिति को देखते हुए इंदौर रेफर किया था। 2 महीने तक सतत इलाज के बाद ही शिखर बड़वानी आ सका था। घर की पूरी दीपावली दुःख और भय के साये में गुजरी थी। बैठक में ये हुए शामिल उक्त बैठक में भाजपा नेता जितेंद्र निकुम,हेमंत अग्रवाल, राजू सोनी आनंद गुप्ता, नपा उपाध्यक्ष सुभाष भावसार, समाजसेवी आकाश गुप्ता, यस शराफ, विशाल जोशी, सुहास यादव, अनूप जोशी, नितिन अग्रवाल,
व्यापारी लव जैमन,अनिल अग्रवाल, राम साखी आदि मौजूद रहे।