सेक्स रैकेट में पकड़ाएं कस्टमर बोले-हमें बताया पुलिस से सेंटिंग:नेपाल की युवती ने बताए कई जाने-माने कस्टमर्स के नाम, पुलिस CCTV से कर रही जांच
सेक्स रैकेट में पकड़ाएं कस्टमर बोले-हमें बताया पुलिस से सेंटिंग:नेपाल की युवती ने बताए कई जाने-माने कस्टमर्स के नाम, पुलिस CCTV से कर रही जांच
ग्वालियर के पॉश इलाके सिटी सेंटर में होटल 'स्मार्ट हवेली इन' में पकड़े गए सेक्स रैकेट में कई नए नाम जुड़ने वाले हैं। जेल भेजे जाने से पहले, इस रैकेट की संचालिका नेपाल की युवती ने पुलिस को कई नाम बताए हैं, जो होटल के नियमित ग्राहक रहे हैं। पुलिस अब इन नामों की सच्चाई का पता लगाने के लिए होटल में लगे सीसीटीवी कैमरों की जांच करेगी। रेड के दौरान आपत्तिजनक हालत में पकड़े गए दो ग्राहकों ने पुलिस को बताया कि होटल के रिसेप्शन पर बैठी युवती ने उन्हें भरोसा दिलाया था कि पुलिस से "सेटिंग" हो चुकी है, इसलिए किसी कार्रवाई की चिंता न करें। लेकिन जब वे कॉल गर्ल के साथ कमरे में थे, तभी पुलिस ने रेड कर दी। अब पुलिस अधिकारी यह पता लगाने में जुटे हैं कि क्या वास्तव में थाना पुलिस से कोई "सेटिंग" थी या रिसेप्शनिस्ट ने महज ग्राहकों को आश्वस्त करने के लिए ऐसा कहा था। होटल 'स्मार्ट हवेली इन' में पकड़े गए सेक्स रैकेट के आरोपियों को पुलिस ने न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया है। लेकिन उससे पहले, नेपाल निवासी अनीता सुनार ने पुलिस को कई ऐसे नाम बताए हैं, जो इस होटल में नियमित रूप से आते-जाते थे। इनमें से कुछ नाम शहर के चर्चित लोगों के हैं, जिन पर पुलिस सीधे कार्रवाई नहीं कर पा रही है। इसलिए अब पुलिस होटल में लगे सीसीटीवी कैमरों की डिवाइस (DVR) जब्त करने जा रही है, जिससे पिछले 15 दिनों में होटल में आने-जाने वालों की पहचान की जा सके। होटल संचालक ही है रैकेट का मुख्य सरगना पड़ताल में पता चला है कि इस रैकेट का मुख्य सरगना होटल संचालक दीपक शर्मा है। उसी ने देश के अलग-अलग शहरों और राज्यों से कम उम्र की लड़कियों को ग्वालियर बुलाया था। इसके लिए उसने दिल्ली के एक एजेंट से संपर्क किया था। पुलिस की निगरानी में बैठी लड़कियों ने बताया कि उन्हें पेमेंट भी दीपक शर्मा ही करता था। कुछ को ऑनलाइन और कुछ को नकद। दीपक शर्मा का नाम सामने आने के बाद से पुलिस की दो टीमें उसकी तलाश में जुटी हैं, लेकिन वह फरार है। अब और नाम आएंगे सामने पुलिस ने अब तक रैकेट में शामिल सात युवतियों को हिरासत में लिया है। फिलहाल कॉल गर्ल और ग्राहक पकड़े गए हैं, लेकिन दीपक शर्मा के गिरफ्तार होते ही एजेंट्स और अन्य कड़ियों के नाम भी सामने आएंगे। पुलिस इनसे पूछताछ कर रही है ताकि रैकेट से जुड़े अन्य लोगों की पहचान हो सके। घर से दूर रहने वाली युवतियां हैं शामिल पूछताछ में सामने आया है कि इस रैकेट में शामिल अधिकतर युवतियां अपने घरों से दूर रहती हैं। कुछ पैसों की तंगी, कुछ पारिवारिक जिम्मेदारियों, और कुछ शॉर्टकट में पैसा कमाने की चाह में इस गलत धंधे में आई हैं। किसी का तलाक हो चुका है, किसी के पति की किडनी खराब है, तो कोई अनाथ होने के कारण परिवार का बोझ उठा रही है। कस्टमर बनकर गई पुलिस ग्वालियर विश्वविद्यालय थाना क्षेत्र के सिटी सेंटर स्थित होटल स्मार्ट हवेली इन गेस्ट हाउस में लंबे समय से हाई-प्रोफाइल सेक्स रैकेट संचालित होने की सूचना पुलिस को मिल रही थी। शनिवार और रविवार की दरमियानी रात पुलिस ने इस रैकेट पर रेड की योजना बनाई। सीएसपी विश्वविद्यालय हीना खान ने इंस्पेक्टर प्रीति भार्गव और महिला थाना की इंस्पेक्टर दीप्ति तोमर को कार्रवाई की जिम्मेदारी सौंपी। रात 2:22 बजे प्रधान आरक्षक मानसिंह को कस्टमर बनाकर होटल में भेजा गया। होटल में पहुंचते ही रिसेप्शन पर मौजूद युवती ने कारण पूछा, तो कस्टमर बने आरक्षक ने धीमी आवाज में "माल" माँगा। इसके बाद उससे 1000 रुपए चार्ज लेकर लड़कियों की तस्वीरें दिखाई गईं। उसने 500-500 रुपए के दो नोट जमा कर बुकिंग की, और फिर बाहर खड़ी पुलिस टीम को इशारा कर दिया। इसके बाद पुलिस टीम ने दबिश दी और नेपाल की युवती सहित 8 कॉल गर्ल्स को पकड़ा। दो युवक दो कमरों में आपत्तिजनक अवस्था में मिले। होटल मैनेजर की तलाश जारी
इस मामले में विश्वविद्यालय थाना पुलिस का कहना है कि फिलहाल फरार होटल मैनेजर दीपक की तलाश की जा रही है। साथ ही होटल से मिली लड़कियों से भी पूछताछ की जा रही है।
ग्वालियर के पॉश इलाके सिटी सेंटर में होटल 'स्मार्ट हवेली इन' में पकड़े गए सेक्स रैकेट में कई नए नाम जुड़ने वाले हैं। जेल भेजे जाने से पहले, इस रैकेट की संचालिका नेपाल की युवती ने पुलिस को कई नाम बताए हैं, जो होटल के नियमित ग्राहक रहे हैं। पुलिस अब इन नामों की सच्चाई का पता लगाने के लिए होटल में लगे सीसीटीवी कैमरों की जांच करेगी। रेड के दौरान आपत्तिजनक हालत में पकड़े गए दो ग्राहकों ने पुलिस को बताया कि होटल के रिसेप्शन पर बैठी युवती ने उन्हें भरोसा दिलाया था कि पुलिस से "सेटिंग" हो चुकी है, इसलिए किसी कार्रवाई की चिंता न करें। लेकिन जब वे कॉल गर्ल के साथ कमरे में थे, तभी पुलिस ने रेड कर दी। अब पुलिस अधिकारी यह पता लगाने में जुटे हैं कि क्या वास्तव में थाना पुलिस से कोई "सेटिंग" थी या रिसेप्शनिस्ट ने महज ग्राहकों को आश्वस्त करने के लिए ऐसा कहा था। होटल 'स्मार्ट हवेली इन' में पकड़े गए सेक्स रैकेट के आरोपियों को पुलिस ने न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया है। लेकिन उससे पहले, नेपाल निवासी अनीता सुनार ने पुलिस को कई ऐसे नाम बताए हैं, जो इस होटल में नियमित रूप से आते-जाते थे। इनमें से कुछ नाम शहर के चर्चित लोगों के हैं, जिन पर पुलिस सीधे कार्रवाई नहीं कर पा रही है। इसलिए अब पुलिस होटल में लगे सीसीटीवी कैमरों की डिवाइस (DVR) जब्त करने जा रही है, जिससे पिछले 15 दिनों में होटल में आने-जाने वालों की पहचान की जा सके। होटल संचालक ही है रैकेट का मुख्य सरगना पड़ताल में पता चला है कि इस रैकेट का मुख्य सरगना होटल संचालक दीपक शर्मा है। उसी ने देश के अलग-अलग शहरों और राज्यों से कम उम्र की लड़कियों को ग्वालियर बुलाया था। इसके लिए उसने दिल्ली के एक एजेंट से संपर्क किया था। पुलिस की निगरानी में बैठी लड़कियों ने बताया कि उन्हें पेमेंट भी दीपक शर्मा ही करता था। कुछ को ऑनलाइन और कुछ को नकद। दीपक शर्मा का नाम सामने आने के बाद से पुलिस की दो टीमें उसकी तलाश में जुटी हैं, लेकिन वह फरार है। अब और नाम आएंगे सामने पुलिस ने अब तक रैकेट में शामिल सात युवतियों को हिरासत में लिया है। फिलहाल कॉल गर्ल और ग्राहक पकड़े गए हैं, लेकिन दीपक शर्मा के गिरफ्तार होते ही एजेंट्स और अन्य कड़ियों के नाम भी सामने आएंगे। पुलिस इनसे पूछताछ कर रही है ताकि रैकेट से जुड़े अन्य लोगों की पहचान हो सके। घर से दूर रहने वाली युवतियां हैं शामिल पूछताछ में सामने आया है कि इस रैकेट में शामिल अधिकतर युवतियां अपने घरों से दूर रहती हैं। कुछ पैसों की तंगी, कुछ पारिवारिक जिम्मेदारियों, और कुछ शॉर्टकट में पैसा कमाने की चाह में इस गलत धंधे में आई हैं। किसी का तलाक हो चुका है, किसी के पति की किडनी खराब है, तो कोई अनाथ होने के कारण परिवार का बोझ उठा रही है। कस्टमर बनकर गई पुलिस ग्वालियर विश्वविद्यालय थाना क्षेत्र के सिटी सेंटर स्थित होटल स्मार्ट हवेली इन गेस्ट हाउस में लंबे समय से हाई-प्रोफाइल सेक्स रैकेट संचालित होने की सूचना पुलिस को मिल रही थी। शनिवार और रविवार की दरमियानी रात पुलिस ने इस रैकेट पर रेड की योजना बनाई। सीएसपी विश्वविद्यालय हीना खान ने इंस्पेक्टर प्रीति भार्गव और महिला थाना की इंस्पेक्टर दीप्ति तोमर को कार्रवाई की जिम्मेदारी सौंपी। रात 2:22 बजे प्रधान आरक्षक मानसिंह को कस्टमर बनाकर होटल में भेजा गया। होटल में पहुंचते ही रिसेप्शन पर मौजूद युवती ने कारण पूछा, तो कस्टमर बने आरक्षक ने धीमी आवाज में "माल" माँगा। इसके बाद उससे 1000 रुपए चार्ज लेकर लड़कियों की तस्वीरें दिखाई गईं। उसने 500-500 रुपए के दो नोट जमा कर बुकिंग की, और फिर बाहर खड़ी पुलिस टीम को इशारा कर दिया। इसके बाद पुलिस टीम ने दबिश दी और नेपाल की युवती सहित 8 कॉल गर्ल्स को पकड़ा। दो युवक दो कमरों में आपत्तिजनक अवस्था में मिले। होटल मैनेजर की तलाश जारी
इस मामले में विश्वविद्यालय थाना पुलिस का कहना है कि फिलहाल फरार होटल मैनेजर दीपक की तलाश की जा रही है। साथ ही होटल से मिली लड़कियों से भी पूछताछ की जा रही है।