रतलाम से BJP जिलाध्यक्ष पर प्रदीप उपाध्याय का नाम तय:आज हो सकती है घोषणा, 26 जनवरी को होगा एक साल; इसलिए रिपीट की पूरी संभावना

भाजपा प्रदेश संगठन ने रविवार देर रात उज्जैन व विदिशा जिले के भाजपा जिलाध्यक्षों की घोषणा कर दी है। बाकी जिलों की घोषणा सोमवार को होने की संभावना है। रतलाम जिले से भाजपा जिलाध्यक्ष के लिए वर्तमान जिलाध्यक्ष प्रदीप उपाध्याय का नाम तय है। रायशुमारी में भी इनका नाम सबसे ऊपर था। खास बात यह है कि इनका जिलाध्यक्ष का कार्यकाल को अभी एक साल भी पूरा नहीं हुआ है। ऐसे में इनके रिपीट होने की पूरी संभावना है। बता दें कि उपाध्याय 26 जनवरी 2024 को जिलाध्यक्ष बने थे। इसके बाद चुनाव में व्यस्त हो गए। इन्हें कार्यकारिणी बनाने का भी मौका नहीं मिला। सीएम डॉ. मोहन यादव, प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा से नजदीकी के कारण इनके नाम पर किसी को एतराज भी नहीं है। 11 माह के कार्यकाल में सभी गुटों को साथ लेकर चलने का काम भी पार्टी को बखूबी करके दिखाया है। ऐसे में पूरी संभावना है कि वर्तमान जिलाध्यक्ष प्रदीप उपाध्याय पर भरोसा जताते हुए भाजपा प्रदेश संगठन इन्हें फिर दूसरी बार जिलाध्यक्ष बना सकता है। किसी प्रकार का कोई विरोध नहीं 28 दिसंबर 24 को रतलाम के रुद्र पैलेस में रतलाम भाजपा जिला अध्यक्ष पद के लिए रायशुमारी हुई। निर्वाचन प्रक्रिया के तहत निर्वाचन अधिकारी व राज्य सभा सदस्य सुमेरसिंह सोलंकी ने वन टू वन बंद कमरे में चर्चा कर तीन नामों के पैनल लिए थे। अपनी पसंद के दावेदारों के नाम बंद लिफाफों में पैक कर निर्वाचन अधिकारी को सौंपे गए थे। जिन तीन नामों के पैनल लिए गए उनमें वर्तमान जिलाध्यक्ष प्रदीप उपाध्याय, जावरा से महेश सोनी व आलोट से कालूसिंह परिहार के नाम शामिल थे। निर्वाचन प्रक्रिया भी पूरी तरह से शांति से हुई थी। किसी प्रकार का कोई विरोध सामने नहीं आया था। यह भी बात सामने आई थी कि निर्वाचन प्रक्रिया के तहत तीन नाम के पैनल देना अनिवार्य है। इसलिए कागजी खानापूर्ति के लिए उपाध्याय के अलावा दो अन्य नाम पैनल में शामिल किए गए। छात्र जीवन से राजनीति में है जिलाध्यक्ष उपाध्याय एबीवीपी, युवा मोर्चा के जिलाध्यक्ष, संगठन के कई पदों के अलावा प्रदेश की कार्यसमिति में भी रह चुके है। इनके जिलाध्यक्ष बनने के पहले करीब 10 साल से जो भी भाजपा जिलाध्यक्ष रहे उनके कार्यकाल में उपाध्याय ने महामंत्री की जिम्मेदारी संभाली। कुशल प्रबंधन नेता प्रदीप उपाध्याय राजनीतिक गुटीय संतुलन बनाने और सबको साथ लेकर चलने वालों में से एक कुशल प्रबंधन नेता के रूप में जाने जाते है। प्रदेश स्तरीय नेताओं से इनका सीधा संपर्क है। सीएम डॉ. मोहन यादव के भी बचपन के मित्र हैं। साथ ही प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा के भी नजदीकी है। वर्तमान में कैबिनेट मंत्री व रतलाम विधायक चेतन्य काश्यप के खास विश्वासपात्र में से एक है। जावरा विधायक राजेंद्र पांडे के भी पसंदीदा है।

रतलाम से BJP जिलाध्यक्ष पर प्रदीप उपाध्याय का नाम तय:आज हो सकती है घोषणा, 26 जनवरी को होगा एक साल; इसलिए रिपीट की पूरी संभावना
भाजपा प्रदेश संगठन ने रविवार देर रात उज्जैन व विदिशा जिले के भाजपा जिलाध्यक्षों की घोषणा कर दी है। बाकी जिलों की घोषणा सोमवार को होने की संभावना है। रतलाम जिले से भाजपा जिलाध्यक्ष के लिए वर्तमान जिलाध्यक्ष प्रदीप उपाध्याय का नाम तय है। रायशुमारी में भी इनका नाम सबसे ऊपर था। खास बात यह है कि इनका जिलाध्यक्ष का कार्यकाल को अभी एक साल भी पूरा नहीं हुआ है। ऐसे में इनके रिपीट होने की पूरी संभावना है। बता दें कि उपाध्याय 26 जनवरी 2024 को जिलाध्यक्ष बने थे। इसके बाद चुनाव में व्यस्त हो गए। इन्हें कार्यकारिणी बनाने का भी मौका नहीं मिला। सीएम डॉ. मोहन यादव, प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा से नजदीकी के कारण इनके नाम पर किसी को एतराज भी नहीं है। 11 माह के कार्यकाल में सभी गुटों को साथ लेकर चलने का काम भी पार्टी को बखूबी करके दिखाया है। ऐसे में पूरी संभावना है कि वर्तमान जिलाध्यक्ष प्रदीप उपाध्याय पर भरोसा जताते हुए भाजपा प्रदेश संगठन इन्हें फिर दूसरी बार जिलाध्यक्ष बना सकता है। किसी प्रकार का कोई विरोध नहीं 28 दिसंबर 24 को रतलाम के रुद्र पैलेस में रतलाम भाजपा जिला अध्यक्ष पद के लिए रायशुमारी हुई। निर्वाचन प्रक्रिया के तहत निर्वाचन अधिकारी व राज्य सभा सदस्य सुमेरसिंह सोलंकी ने वन टू वन बंद कमरे में चर्चा कर तीन नामों के पैनल लिए थे। अपनी पसंद के दावेदारों के नाम बंद लिफाफों में पैक कर निर्वाचन अधिकारी को सौंपे गए थे। जिन तीन नामों के पैनल लिए गए उनमें वर्तमान जिलाध्यक्ष प्रदीप उपाध्याय, जावरा से महेश सोनी व आलोट से कालूसिंह परिहार के नाम शामिल थे। निर्वाचन प्रक्रिया भी पूरी तरह से शांति से हुई थी। किसी प्रकार का कोई विरोध सामने नहीं आया था। यह भी बात सामने आई थी कि निर्वाचन प्रक्रिया के तहत तीन नाम के पैनल देना अनिवार्य है। इसलिए कागजी खानापूर्ति के लिए उपाध्याय के अलावा दो अन्य नाम पैनल में शामिल किए गए। छात्र जीवन से राजनीति में है जिलाध्यक्ष उपाध्याय एबीवीपी, युवा मोर्चा के जिलाध्यक्ष, संगठन के कई पदों के अलावा प्रदेश की कार्यसमिति में भी रह चुके है। इनके जिलाध्यक्ष बनने के पहले करीब 10 साल से जो भी भाजपा जिलाध्यक्ष रहे उनके कार्यकाल में उपाध्याय ने महामंत्री की जिम्मेदारी संभाली। कुशल प्रबंधन नेता प्रदीप उपाध्याय राजनीतिक गुटीय संतुलन बनाने और सबको साथ लेकर चलने वालों में से एक कुशल प्रबंधन नेता के रूप में जाने जाते है। प्रदेश स्तरीय नेताओं से इनका सीधा संपर्क है। सीएम डॉ. मोहन यादव के भी बचपन के मित्र हैं। साथ ही प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा के भी नजदीकी है। वर्तमान में कैबिनेट मंत्री व रतलाम विधायक चेतन्य काश्यप के खास विश्वासपात्र में से एक है। जावरा विधायक राजेंद्र पांडे के भी पसंदीदा है।