शंकराचार्य बोले- भोपाल के गोपाल हैं CM मोहन यादव:शिंदे सरकार की तरह गाय को माता का दर्जा दें, इस मुद्दे पर कांग्रेस-BJP दोनों ने धोखा दिया
शंकराचार्य बोले- भोपाल के गोपाल हैं CM मोहन यादव:शिंदे सरकार की तरह गाय को माता का दर्जा दें, इस मुद्दे पर कांग्रेस-BJP दोनों ने धोखा दिया
भोपाल आए ज्योतिष्पीठाधीश्वर शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने मप्र में गौ हत्या के कानून को लेकर सरकार की ओर से गई सख्ती की तारीफ की। उन्होंने कहा कि कांग्रेस और भाजपा ने गौ-रक्षा के मुद्दे पर हमें धोखा दिया है। कांग्रेस का तो चुनाव चिन्ह दो बैलों की जोड़ी था। उन्होंने नहीं किया। फिर हमने भाजपा पर भरोसा किया लेकिन उन्होंने भी हमें धोखा दिया। शंकराचार्य ने कहा- अब हम जनता की अदालत में इस मुद्दे को लेकर जा रहे हैं। जिस दिन इस देश का बहुसंख्यक मतदाता एक जुट हो जाएगा उस दिन गौ को माता सरकार मानने पर मजबूर हो जाएगी। मंगलवार को जवाहर चौक के पास झरनेश्वर आश्रम में अविमुक्तेश्वरानंद ने मीडिया से चर्चा की। अविमुक्तेश्वरानंद 'सरकार ने अच्छा काम किया तो तारीफ की'
अविमुक्तेश्वरानंद ने एमपी के सीएम डॉ. मोहन यादव से गाय को माता का दर्जा देने की मांग करते हुए कहा- जब कोई अच्छा काम करता है तो हम दिल खोलकर उसकी तारीफ करते हैं। अगर बुरा करता है तो उसकी उतनी ही तेजी से प्रहार भी करते हैं। जिसकी हमने निंदा की है। अगर वह अच्छा करता तो हम उसके प्रशंसक भी हो जाते हैं। बस काम अच्छा होना चाहिए। मध्य प्रदेश में गाय के लिए कानून था, सरकार ने उसको और मजबूत किया है। गाय के कानून को मजबूत किया तो हम प्रशंसा नहीं क्यों नहीं करेंगे? 'अविमुक्तेश्वरानंद बोले- भोपाल के गोपाल हैं मोहन यादव'
अविमुक्तेश्वरानंद ने कहा- मोहन यादव भोपाल का गोपाल हैं। यह इसीलिए कहा कि, यह गाय के लिए काम कर रहे थे, लेकिन अभी हमने देखा कि हम लोगों ने न्यायालय से लड़कर एक कानून बनवाया। उस कानून में यह था कि गाय का अंतिम संस्कार किया जाएगा। क्योंकि, चमड़े के लिए गाय को मारा जा रहा है। तो हमने कहा कि चमड़े लगेगा ही नहीं। ना रहेगा बांस ना बजेगी बांसुरी। 'गाय का अग्नि संस्कार के बजाए बनाया जा रहा दाना' शंकराचार्य ने कहा- अग्नि संस्कार का आदेश कोर्ट से मिल गया। मप्र में अग्नि संस्कार होने लगा। इन्होंने अग्नि संस्कार की व्यवस्था बनाई और उसी हॉल में पार्टीशन करके मुर्गी, मछलियों को खिलाने के लिए दाना बनाने के लिए मशीन लगा दी। यानि अग्नि संस्कार के नाम पर जब मरी हुई गाय कमरे में जाएगी तो उसका अग्नि संस्कार नहीं होगा। उसके दाने बन जाएंगे। ये क्यों कर रहे हो। उसके लिए हमारे लड़के अनशन पर बैठे हुए हैं। धरने पर बैठे हुए यह हम को करना पड़ रहा है। यह क्यों करना पड़ रहा है। जब हमारे मुख्यमंत्री जी गौ भक्त हैं तो गाय के मांस से यह सब बनाने की उनको क्या जरूरत पड़ गई? यह जो दोहरा चरित्र है वह ठीक नहीं। 'शिंदे की तरह मोहन यादव भी गाय को माता का दर्जा दें'
शंकराचार्य ने कहा- मोहन यादव सामने आएं हम भोपाल के गोपाल के रूप में उनकी आरती उतारेंगे वे हिम्मत करें उन्होंने यादव वंश में जन्म लिया जैसे महाराज की सरकार ने साहस करते हुए गौ माता का दर्जा दिया है आप भी कहो कि हां मध्य प्रदेश गाय को माता मानता है। बहुसंख्यक जनता की आवाज को हम मानते हैं सरकार का यही काम है। गाय के बारे में अगर आपको सर्वे कराना है तो करा लीजिए जनगणना कर लीजिए। अगर मध्य प्रदेश के बहुसंख्यक लोग गाय को मां न कहते हों तो हम पीछे हो जाएंगे। अगर कहते हैं आपको इसका एहसास है तो फिर आपको गाय को मां कहने में क्यों विलंब हो रहा है ? अभी तक तुम्हारा ट्वीट क्यों नहीं आया है कि बड़ा अच्छा किया एकनाथ शिंदे ने मैं भी करूंगा। अभी तक तो आगे आकर बोल देना चाहिए था विलंब हो रहा है इसलिए हम मोहन यादव से अनुरोध करना चाहेंगे कि तुच्छ राजनीति को छोड़िए और गाय के मामले में एकदम साफ रहिए। क्योंकि कोई अपने आपको कितना भी हिंदू कहे लेकिन जब तक वह गौभक्त नहीं होगा हिंदू नहीं हो सकता।
भोपाल आए ज्योतिष्पीठाधीश्वर शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने मप्र में गौ हत्या के कानून को लेकर सरकार की ओर से गई सख्ती की तारीफ की। उन्होंने कहा कि कांग्रेस और भाजपा ने गौ-रक्षा के मुद्दे पर हमें धोखा दिया है। कांग्रेस का तो चुनाव चिन्ह दो बैलों की जोड़ी था। उन्होंने नहीं किया। फिर हमने भाजपा पर भरोसा किया लेकिन उन्होंने भी हमें धोखा दिया। शंकराचार्य ने कहा- अब हम जनता की अदालत में इस मुद्दे को लेकर जा रहे हैं। जिस दिन इस देश का बहुसंख्यक मतदाता एक जुट हो जाएगा उस दिन गौ को माता सरकार मानने पर मजबूर हो जाएगी। मंगलवार को जवाहर चौक के पास झरनेश्वर आश्रम में अविमुक्तेश्वरानंद ने मीडिया से चर्चा की। अविमुक्तेश्वरानंद 'सरकार ने अच्छा काम किया तो तारीफ की'
अविमुक्तेश्वरानंद ने एमपी के सीएम डॉ. मोहन यादव से गाय को माता का दर्जा देने की मांग करते हुए कहा- जब कोई अच्छा काम करता है तो हम दिल खोलकर उसकी तारीफ करते हैं। अगर बुरा करता है तो उसकी उतनी ही तेजी से प्रहार भी करते हैं। जिसकी हमने निंदा की है। अगर वह अच्छा करता तो हम उसके प्रशंसक भी हो जाते हैं। बस काम अच्छा होना चाहिए। मध्य प्रदेश में गाय के लिए कानून था, सरकार ने उसको और मजबूत किया है। गाय के कानून को मजबूत किया तो हम प्रशंसा नहीं क्यों नहीं करेंगे? 'अविमुक्तेश्वरानंद बोले- भोपाल के गोपाल हैं मोहन यादव'
अविमुक्तेश्वरानंद ने कहा- मोहन यादव भोपाल का गोपाल हैं। यह इसीलिए कहा कि, यह गाय के लिए काम कर रहे थे, लेकिन अभी हमने देखा कि हम लोगों ने न्यायालय से लड़कर एक कानून बनवाया। उस कानून में यह था कि गाय का अंतिम संस्कार किया जाएगा। क्योंकि, चमड़े के लिए गाय को मारा जा रहा है। तो हमने कहा कि चमड़े लगेगा ही नहीं। ना रहेगा बांस ना बजेगी बांसुरी। 'गाय का अग्नि संस्कार के बजाए बनाया जा रहा दाना' शंकराचार्य ने कहा- अग्नि संस्कार का आदेश कोर्ट से मिल गया। मप्र में अग्नि संस्कार होने लगा। इन्होंने अग्नि संस्कार की व्यवस्था बनाई और उसी हॉल में पार्टीशन करके मुर्गी, मछलियों को खिलाने के लिए दाना बनाने के लिए मशीन लगा दी। यानि अग्नि संस्कार के नाम पर जब मरी हुई गाय कमरे में जाएगी तो उसका अग्नि संस्कार नहीं होगा। उसके दाने बन जाएंगे। ये क्यों कर रहे हो। उसके लिए हमारे लड़के अनशन पर बैठे हुए हैं। धरने पर बैठे हुए यह हम को करना पड़ रहा है। यह क्यों करना पड़ रहा है। जब हमारे मुख्यमंत्री जी गौ भक्त हैं तो गाय के मांस से यह सब बनाने की उनको क्या जरूरत पड़ गई? यह जो दोहरा चरित्र है वह ठीक नहीं। 'शिंदे की तरह मोहन यादव भी गाय को माता का दर्जा दें'
शंकराचार्य ने कहा- मोहन यादव सामने आएं हम भोपाल के गोपाल के रूप में उनकी आरती उतारेंगे वे हिम्मत करें उन्होंने यादव वंश में जन्म लिया जैसे महाराज की सरकार ने साहस करते हुए गौ माता का दर्जा दिया है आप भी कहो कि हां मध्य प्रदेश गाय को माता मानता है। बहुसंख्यक जनता की आवाज को हम मानते हैं सरकार का यही काम है। गाय के बारे में अगर आपको सर्वे कराना है तो करा लीजिए जनगणना कर लीजिए। अगर मध्य प्रदेश के बहुसंख्यक लोग गाय को मां न कहते हों तो हम पीछे हो जाएंगे। अगर कहते हैं आपको इसका एहसास है तो फिर आपको गाय को मां कहने में क्यों विलंब हो रहा है ? अभी तक तुम्हारा ट्वीट क्यों नहीं आया है कि बड़ा अच्छा किया एकनाथ शिंदे ने मैं भी करूंगा। अभी तक तो आगे आकर बोल देना चाहिए था विलंब हो रहा है इसलिए हम मोहन यादव से अनुरोध करना चाहेंगे कि तुच्छ राजनीति को छोड़िए और गाय के मामले में एकदम साफ रहिए। क्योंकि कोई अपने आपको कितना भी हिंदू कहे लेकिन जब तक वह गौभक्त नहीं होगा हिंदू नहीं हो सकता।