शिवपुरी में थ्रेसर में फंसी बहू को ससुर ने बचाया:मशीन के फैन बेल्ट में साड़ी फंसने से गले में फंदा लगा; गले और चेहरे में आई चोट

शिवपुरी जिले के बदरवास के गांव छोटी खजूरी में एक ससुर ने अपनी बहू की जान बचाई। सोमवार को गेहूं की थ्रेसिंग के दौरान सुनीता केवट की साड़ी थ्रेसर के पंखे में फंस गई। मौके पर मौजूद उनके ससुर कप्तान केवट ने तत्परता दिखाते हुए थ्रेसर की फैन बेल्ट उतार दी। तेज रफ्तार से घूम रहे फैन ने साड़ी को खींच लिया था। इससे सुनीता के गले में फंदा बन गया था। बेल्ट उतारते समय हाथ जख्मी सुनीता के पति लाखन केवट के अनुसार, उनके पिता ने बिना समय गंवाए बहू को मशीन से अलग किया। इस घटना में सुनीता के गले और गर्दन में गहरे घाव आए हैं। बेल्ट उतारते समय कप्तान केवट का हाथ भी जख्मी हो गया। दोनों घायलों को जिला अस्पताल शिवपुरी में भर्ती कराया गया है। वहां उनका इलाज चल रहा है। गांव के लोगों का कहना है कि कप्तान की सूझबूझ ने एक बड़े हादसे को टाल दिया। उनकी इस बहादुरी की पूरे गांव में सराहना हो रही है।

शिवपुरी में थ्रेसर में फंसी बहू को ससुर ने बचाया:मशीन के फैन बेल्ट में साड़ी फंसने से गले में फंदा लगा; गले और चेहरे में आई चोट
शिवपुरी जिले के बदरवास के गांव छोटी खजूरी में एक ससुर ने अपनी बहू की जान बचाई। सोमवार को गेहूं की थ्रेसिंग के दौरान सुनीता केवट की साड़ी थ्रेसर के पंखे में फंस गई। मौके पर मौजूद उनके ससुर कप्तान केवट ने तत्परता दिखाते हुए थ्रेसर की फैन बेल्ट उतार दी। तेज रफ्तार से घूम रहे फैन ने साड़ी को खींच लिया था। इससे सुनीता के गले में फंदा बन गया था। बेल्ट उतारते समय हाथ जख्मी सुनीता के पति लाखन केवट के अनुसार, उनके पिता ने बिना समय गंवाए बहू को मशीन से अलग किया। इस घटना में सुनीता के गले और गर्दन में गहरे घाव आए हैं। बेल्ट उतारते समय कप्तान केवट का हाथ भी जख्मी हो गया। दोनों घायलों को जिला अस्पताल शिवपुरी में भर्ती कराया गया है। वहां उनका इलाज चल रहा है। गांव के लोगों का कहना है कि कप्तान की सूझबूझ ने एक बड़े हादसे को टाल दिया। उनकी इस बहादुरी की पूरे गांव में सराहना हो रही है।