सोनभद्र में हाईवे पर साधू ने लगाया आसन:वाराणसी-शक्तिनगर मार्ग पर त्रिशूल में नीबू फंसाकर, बिझाईं लकड़ियां
सोनभद्र में हाईवे पर साधू ने लगाया आसन:वाराणसी-शक्तिनगर मार्ग पर त्रिशूल में नीबू फंसाकर, बिझाईं लकड़ियां
सोनभद्र के चोपन थाना क्षेत्र में कैलाश मंदिर के सामने स्थित वाराणसी-शक्तिनगर मार्ग पर फ्लाईओवर पर बीच सड़क बैठकर एक साधू ने अफरातफरी मचा दी। अपने आगे लकड़ियों का घेरा बनाकर साधू 1 घंटे तक वाराणसी-शक्तिनगर मार्ग पर बैठा रहा। यह देख सड़क से गुजर रहे लोगों की भीड़ एकत्रित हो गई। घटना की जानकारी पुलिस को हुई, तो तत्काल मौके पर पहुंचकर साधू को थाने ले जाकर समस्या से संबंधित जानकारी ली। पुजारी के सड़क पर बैठने का कोतूहल पुजारी इस बात की जिद्द लेकर बीचों-बीच बैठ गया। कि उसकी शिकायत सुनी नहीं जा रही है। चोरी हुई मोबाइल सहित अन्य सामान को लेकर किसी व्यक्ति के खिलाफ उन्होंने शिकायत की थी। लेकिन कार्रवाई नहीं हुई। पेड़ की टहनियों से आधे सड़क जाम कर बैठे पुजारी को लेकर कोतूहल का विषय बना रहा। हर कोई ये जानने में लगा रहा कि आखिर किस वजह से पुजारी बीच सड़क पर बैठा है। लेकिन किसी ने उसे बीच सड़क से हट जाने के लिए नहीं कहा। पुजारी के सड़क पर बैठने का कोतूहल बना रहा। पुलिस के मुताबिक, घूरे बाबा (65) पुत्र बंशी निवासी जैतपूरा वाराणसी के रहने वाले हैं, जो इस समय चोपन रेलवे स्टेशन रोड शिव मंदिर के पास रहते हैं। शनिवार को सुबह लगभग 10 बजे अचानक कैलाश मंदिर के सामने फ्लाईओवर पर जाकर उन्होंने अपने आगे लकड़ियां रखकर त्रिशूल में नींबू फंसाकर आसन मारकर बैठ गए। बाबा चुपचाप आसन मारकर सड़क पर बैठे वहीं आने-जाने वाले राहगीर भी देखकर बढ़ते रहे। कुछ देर बाद जब लोगों को जानकारी हुई तो तमाशा देखने वालों की भीड़ खड़ी हो गई। बाबा किसी की बात नहीं सुन रहे थे। बस चुपचाप आसन मारकर बैठे हुए थे। इसी बीच किसी ने पुलिस को सूचित किया। इसके बाद पुलिस हरकत में आ गई। तत्काल मौके पर पहुंचकर साधू बाबा को थाने ले गई। जहां पूछताछ करने पर बाबा ने कुछ भी नहीं बताया। बस इधर-उधर की बातें करते रहें। कुछ देर बाद बाबा को पुलिस ने हिदायत देकर उनके स्थान पर पहुंचा दिया। उधर, साधू के इस हाई वोल्टेज ड्रामा से नगर में चर्चा का विषय बना रहा। रोड से पेड़ की टहनियों को हटाया गया गनीमत रही कि किसी बेकाबू वाहन की चपेट में पुजारी नहीं आये नहीं तो बड़ा हादसा होने से इनकार नहीं किया जा सकता था। वहीं डायल 112 मौके पर पहुंच कर पुजारी से पूरे घटनाक्रम के बारे में जानकारी ली। इसी बीच सूचना पर पहुंची पुलिस ने पुजारी को अपने साथ थाने ले आई और रोड से पेड़ की टहनियों को हटाकर यातायात सुचारू कराया। मौके पर पहुंचे एसआई उमाशंकर ने बताया कि अप्रिय घटना से बचने के लिए पुजारी को थाना ले आया गया है। पुजारी की बातों को सुना जाएगा। रेलवे स्टेशन के पास एक मंदिर में रहते है साधू सीओ चारु द्विवेदी ने बताया कि वाराणसी-शक्तिनगर मार्ग पर एक सन्यासी बैठे हुए थे। सूचना मिलने पर जब पुलिस मौके पर पहुंची और पूछताछ की गई तो वो बहुत कुछ अपने बारे में बता नहीं पा रहे हैं। उनसे जानकारी करने का प्रयास किया जा रहा है। शुरुआती जानकारी मिली की वह वाराणसी के रहने वाले हैं। यहां चोपन थाना क्षेत्र के रेलवे स्टेशन के पास एक मंदिर में विगत 10 वर्षों से रह रहे थे। उनसे अधिक जानकारी प्राप्त करने का प्रयास किया जा रहा है। वर्तमान में यातायात सुचारू चालू है कोई भी समस्या नहीं है।
सोनभद्र के चोपन थाना क्षेत्र में कैलाश मंदिर के सामने स्थित वाराणसी-शक्तिनगर मार्ग पर फ्लाईओवर पर बीच सड़क बैठकर एक साधू ने अफरातफरी मचा दी। अपने आगे लकड़ियों का घेरा बनाकर साधू 1 घंटे तक वाराणसी-शक्तिनगर मार्ग पर बैठा रहा। यह देख सड़क से गुजर रहे लोगों की भीड़ एकत्रित हो गई। घटना की जानकारी पुलिस को हुई, तो तत्काल मौके पर पहुंचकर साधू को थाने ले जाकर समस्या से संबंधित जानकारी ली। पुजारी के सड़क पर बैठने का कोतूहल पुजारी इस बात की जिद्द लेकर बीचों-बीच बैठ गया। कि उसकी शिकायत सुनी नहीं जा रही है। चोरी हुई मोबाइल सहित अन्य सामान को लेकर किसी व्यक्ति के खिलाफ उन्होंने शिकायत की थी। लेकिन कार्रवाई नहीं हुई। पेड़ की टहनियों से आधे सड़क जाम कर बैठे पुजारी को लेकर कोतूहल का विषय बना रहा। हर कोई ये जानने में लगा रहा कि आखिर किस वजह से पुजारी बीच सड़क पर बैठा है। लेकिन किसी ने उसे बीच सड़क से हट जाने के लिए नहीं कहा। पुजारी के सड़क पर बैठने का कोतूहल बना रहा। पुलिस के मुताबिक, घूरे बाबा (65) पुत्र बंशी निवासी जैतपूरा वाराणसी के रहने वाले हैं, जो इस समय चोपन रेलवे स्टेशन रोड शिव मंदिर के पास रहते हैं। शनिवार को सुबह लगभग 10 बजे अचानक कैलाश मंदिर के सामने फ्लाईओवर पर जाकर उन्होंने अपने आगे लकड़ियां रखकर त्रिशूल में नींबू फंसाकर आसन मारकर बैठ गए। बाबा चुपचाप आसन मारकर सड़क पर बैठे वहीं आने-जाने वाले राहगीर भी देखकर बढ़ते रहे। कुछ देर बाद जब लोगों को जानकारी हुई तो तमाशा देखने वालों की भीड़ खड़ी हो गई। बाबा किसी की बात नहीं सुन रहे थे। बस चुपचाप आसन मारकर बैठे हुए थे। इसी बीच किसी ने पुलिस को सूचित किया। इसके बाद पुलिस हरकत में आ गई। तत्काल मौके पर पहुंचकर साधू बाबा को थाने ले गई। जहां पूछताछ करने पर बाबा ने कुछ भी नहीं बताया। बस इधर-उधर की बातें करते रहें। कुछ देर बाद बाबा को पुलिस ने हिदायत देकर उनके स्थान पर पहुंचा दिया। उधर, साधू के इस हाई वोल्टेज ड्रामा से नगर में चर्चा का विषय बना रहा। रोड से पेड़ की टहनियों को हटाया गया गनीमत रही कि किसी बेकाबू वाहन की चपेट में पुजारी नहीं आये नहीं तो बड़ा हादसा होने से इनकार नहीं किया जा सकता था। वहीं डायल 112 मौके पर पहुंच कर पुजारी से पूरे घटनाक्रम के बारे में जानकारी ली। इसी बीच सूचना पर पहुंची पुलिस ने पुजारी को अपने साथ थाने ले आई और रोड से पेड़ की टहनियों को हटाकर यातायात सुचारू कराया। मौके पर पहुंचे एसआई उमाशंकर ने बताया कि अप्रिय घटना से बचने के लिए पुजारी को थाना ले आया गया है। पुजारी की बातों को सुना जाएगा। रेलवे स्टेशन के पास एक मंदिर में रहते है साधू सीओ चारु द्विवेदी ने बताया कि वाराणसी-शक्तिनगर मार्ग पर एक सन्यासी बैठे हुए थे। सूचना मिलने पर जब पुलिस मौके पर पहुंची और पूछताछ की गई तो वो बहुत कुछ अपने बारे में बता नहीं पा रहे हैं। उनसे जानकारी करने का प्रयास किया जा रहा है। शुरुआती जानकारी मिली की वह वाराणसी के रहने वाले हैं। यहां चोपन थाना क्षेत्र के रेलवे स्टेशन के पास एक मंदिर में विगत 10 वर्षों से रह रहे थे। उनसे अधिक जानकारी प्राप्त करने का प्रयास किया जा रहा है। वर्तमान में यातायात सुचारू चालू है कोई भी समस्या नहीं है।