पुलिस पर हमला मामला...44 नामजद और 150 अज्ञात पर केस:थानाध्यक्ष सहित 8 पुलिसकर्मी घायल हो गए थे, एक को पुलिस ने किया गिरफ्तार

भोजपुर जिले के अगिआंव बाजार थाना के खननी कला गांव में अवैध शराब के विरुद्ध छापेमारी करने गई पुलिस टीम पर हमला मामले में अगिआंव बाजार थानाध्यक्ष प्रियंका कुमारी गुप्ता के बयान पर प्राथमिकी हुई है। जिसमें 44 को नामजद और करीब सौ-डेढ़ सौ अज्ञातों को अभियुक्त बनाया गया है। केस में पुलिस बल पर हमला कर हत्या का प्रयास करने, पुलिस गाड़ी को क्षतिग्रस्त करने, पकड़े गए आरोपितों को पुलिस अभिरक्षा से भगाने और सरकारी कार्य में बाधा पहुंचाने का गंभीर आरोप है। पुलिस ने एक आरोपित खननी कला गांव निवासी ओम प्रकाश कुमार को गिरफ्तार कर लिया है। इन लोगों पर नामजद प्राथमिकी प्राथमिकी में खननी कला गांव के अनुसूचित जाति टोला निवासी सुदर्शन महतो, योगेन्द्र मुसहर, दीपक कुमार यादव, नटवर उर्फ नागर सिंह, उमेश राम, तेतर मुसहर, दुखन मुसहर, अनिल मुसहर, अरूण पासवान, भुअर पासवान, टेंगरी मुसहर, मन्नू बैठा, लल्लू बैठा, विशाल मुसहर, गुड्डू मुसहर, बाबुधन मुसहर, पिजिया कुमारी, बदेला मुसहर, सुनील मुसहर, छोटू मुसहर, भानू रजक, मुन्ना रजक, नागेन्द्र राम, दसई राम, दीपक यादव, सुरेश मुसहर, भुअर धोबी, संजय मुसहर, मोती मुसहर, धन्नू बैठा, मुन्ना बैठा, फागुनी राम, मुखिया राम, ददन मुसहर, तिजिया कुमारी, विनोद बैठा, सुरेश धोबी, ओम प्रकाश कुमार, धर्मेन्द्र कुमार, मेटा कुमार, जितेन्द्र राम, गदेला मुसहर, विशाल मुसहर और विनोद कुमार निराला को नामजद आरोपित किया गया है। पुलिस को देख भागने लगा था प्राथमिकी में आरोप लगाया गया है कि रविवार की शाम पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि खननी कला गांव निवासी सुदर्शन मुसहर अपनी पत्नी और बच्चों के साथ मिलकर अवैध शराब की बिक्री कर रहा है, जिसके बाद थानाध्यक्ष के नेतृत्व में पुलिस बल और सीआईटी टीम के साथ छापेमारी की गई। इस दौरान टीम ने सुदर्शन मुसहर के घर में छापेमारी की तो पुलिस को देखकर भागने लगा, जिसे पुलिस बल के सहयोग से पकड़ा गया। दस लीटर देसी महुआ शराब बरामद हुई थी घर के आंगन से दस लीटर देसी महुआ शराब बरामद हुई। इस दौरान टीम जब सुदर्शन महतो को गिरफ्तार कर ले जा रही थी तभी हरवे-हथियार से लैस आरोपितों ने पुलिस पर हमला किया और धंधेबाज को छुड़ा लिया। इस दौरान दफादार विजय सिंह पर फरसा से हमला कर दिया गया, जिससे वे घायल हो गए। इसके बाद सिपाही अजय पासवान पर तलवार से हमले का आरोप है। थानाध्यक्ष प्रियंका गुप्ता, प्रशिक्षु दारोगा गांधीनाथ पाठक, सिपाही प्रिंस कुमार और चौकीदार उदय नारायण समेत आठ पुलिसकर्मी घायल हो गए। सरकारी सूमो गोल्ड गाड़ी को क्षतिग्रस्त किए जाने का आरोप है।

पुलिस पर हमला मामला...44 नामजद और 150 अज्ञात पर केस:थानाध्यक्ष सहित 8 पुलिसकर्मी घायल हो गए थे, एक को पुलिस ने किया गिरफ्तार
भोजपुर जिले के अगिआंव बाजार थाना के खननी कला गांव में अवैध शराब के विरुद्ध छापेमारी करने गई पुलिस टीम पर हमला मामले में अगिआंव बाजार थानाध्यक्ष प्रियंका कुमारी गुप्ता के बयान पर प्राथमिकी हुई है। जिसमें 44 को नामजद और करीब सौ-डेढ़ सौ अज्ञातों को अभियुक्त बनाया गया है। केस में पुलिस बल पर हमला कर हत्या का प्रयास करने, पुलिस गाड़ी को क्षतिग्रस्त करने, पकड़े गए आरोपितों को पुलिस अभिरक्षा से भगाने और सरकारी कार्य में बाधा पहुंचाने का गंभीर आरोप है। पुलिस ने एक आरोपित खननी कला गांव निवासी ओम प्रकाश कुमार को गिरफ्तार कर लिया है। इन लोगों पर नामजद प्राथमिकी प्राथमिकी में खननी कला गांव के अनुसूचित जाति टोला निवासी सुदर्शन महतो, योगेन्द्र मुसहर, दीपक कुमार यादव, नटवर उर्फ नागर सिंह, उमेश राम, तेतर मुसहर, दुखन मुसहर, अनिल मुसहर, अरूण पासवान, भुअर पासवान, टेंगरी मुसहर, मन्नू बैठा, लल्लू बैठा, विशाल मुसहर, गुड्डू मुसहर, बाबुधन मुसहर, पिजिया कुमारी, बदेला मुसहर, सुनील मुसहर, छोटू मुसहर, भानू रजक, मुन्ना रजक, नागेन्द्र राम, दसई राम, दीपक यादव, सुरेश मुसहर, भुअर धोबी, संजय मुसहर, मोती मुसहर, धन्नू बैठा, मुन्ना बैठा, फागुनी राम, मुखिया राम, ददन मुसहर, तिजिया कुमारी, विनोद बैठा, सुरेश धोबी, ओम प्रकाश कुमार, धर्मेन्द्र कुमार, मेटा कुमार, जितेन्द्र राम, गदेला मुसहर, विशाल मुसहर और विनोद कुमार निराला को नामजद आरोपित किया गया है। पुलिस को देख भागने लगा था प्राथमिकी में आरोप लगाया गया है कि रविवार की शाम पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि खननी कला गांव निवासी सुदर्शन मुसहर अपनी पत्नी और बच्चों के साथ मिलकर अवैध शराब की बिक्री कर रहा है, जिसके बाद थानाध्यक्ष के नेतृत्व में पुलिस बल और सीआईटी टीम के साथ छापेमारी की गई। इस दौरान टीम ने सुदर्शन मुसहर के घर में छापेमारी की तो पुलिस को देखकर भागने लगा, जिसे पुलिस बल के सहयोग से पकड़ा गया। दस लीटर देसी महुआ शराब बरामद हुई थी घर के आंगन से दस लीटर देसी महुआ शराब बरामद हुई। इस दौरान टीम जब सुदर्शन महतो को गिरफ्तार कर ले जा रही थी तभी हरवे-हथियार से लैस आरोपितों ने पुलिस पर हमला किया और धंधेबाज को छुड़ा लिया। इस दौरान दफादार विजय सिंह पर फरसा से हमला कर दिया गया, जिससे वे घायल हो गए। इसके बाद सिपाही अजय पासवान पर तलवार से हमले का आरोप है। थानाध्यक्ष प्रियंका गुप्ता, प्रशिक्षु दारोगा गांधीनाथ पाठक, सिपाही प्रिंस कुमार और चौकीदार उदय नारायण समेत आठ पुलिसकर्मी घायल हो गए। सरकारी सूमो गोल्ड गाड़ी को क्षतिग्रस्त किए जाने का आरोप है।