बजट के विरोध में ट्रेड यूनियनों का भोपाल में प्रदर्शन:कर्मचारियों ने की नारेबाजी, बजट को बताया मजदूर विरोधी
बजट के विरोध में ट्रेड यूनियनों का भोपाल में प्रदर्शन:कर्मचारियों ने की नारेबाजी, बजट को बताया मजदूर विरोधी
भोपाल में संयुक्त ट्रेड यूनियन मोर्चा के बैनर तले बुधवार को बजट के विरोध में कर्मचारियों ने प्रदर्शन किया। डाक भवन के सामने विरोध प्रदर्शन में देश की विभिन्न ट्रेड यूनियनों के प्रतिनिधि शामिल हुए। प्रदर्शनकारियों का मुख्य मुद्दा केंद्रीय बजट में निम्न वर्ग की उपेक्षा और बढ़ती बेरोजगारी था। प्रदर्शन में बैंक और डाकघर की यूनियनों के कर्मचारियों ने भी बड़ी संख्या में भागीदारी की। विभिन्न यूनियनों के प्रमुख नेताओं में इंटक यूनियन से अशोक शर्मा और केके नेमा, सीटू यूनियन से भेल के कार्यकारी महासचिव दीपक गुप्ता, लोकेंद्र शेखावत, पीएन वर्मा और कमलेश गुप्ता शामिल रहे। इसके अलावा एटक यूनियन से रामहर्ष पटेल और यूटीयूसी यूनियन से अमृत लाल गुप्ता भी मौजूद रहे। प्रदर्शनकारियों ने केंद्र सरकार के बजट को मजदूर विरोधी करार दिया। उनका कहना था कि इस बजट में आम आदमी और निम्न वर्ग के हितों की पूरी तरह अनदेखी की गई है। साथ ही बढ़ती बेरोजगारी पर भी चिंता जताई गई। यूनियन पदाधिकारियों ने सरकार से मजदूर हित में कदम उठाने की मांग की।
भोपाल में संयुक्त ट्रेड यूनियन मोर्चा के बैनर तले बुधवार को बजट के विरोध में कर्मचारियों ने प्रदर्शन किया। डाक भवन के सामने विरोध प्रदर्शन में देश की विभिन्न ट्रेड यूनियनों के प्रतिनिधि शामिल हुए। प्रदर्शनकारियों का मुख्य मुद्दा केंद्रीय बजट में निम्न वर्ग की उपेक्षा और बढ़ती बेरोजगारी था। प्रदर्शन में बैंक और डाकघर की यूनियनों के कर्मचारियों ने भी बड़ी संख्या में भागीदारी की। विभिन्न यूनियनों के प्रमुख नेताओं में इंटक यूनियन से अशोक शर्मा और केके नेमा, सीटू यूनियन से भेल के कार्यकारी महासचिव दीपक गुप्ता, लोकेंद्र शेखावत, पीएन वर्मा और कमलेश गुप्ता शामिल रहे। इसके अलावा एटक यूनियन से रामहर्ष पटेल और यूटीयूसी यूनियन से अमृत लाल गुप्ता भी मौजूद रहे। प्रदर्शनकारियों ने केंद्र सरकार के बजट को मजदूर विरोधी करार दिया। उनका कहना था कि इस बजट में आम आदमी और निम्न वर्ग के हितों की पूरी तरह अनदेखी की गई है। साथ ही बढ़ती बेरोजगारी पर भी चिंता जताई गई। यूनियन पदाधिकारियों ने सरकार से मजदूर हित में कदम उठाने की मांग की।