भास्कर संवाददात ।श्योपुर जिले में बाल अधिकारों की रक्षा और बाल विवाह की रोकथाम की दिशा में कार्यरत धरती संस्था ने बुधवार को धर्मगुरुओं के साथ बाल विवाह निषेध जागरूकता अभियान चलाया। इस मौके पर संगठन के सीताराम शर्मा एवं अवनीश सिंह ने कहा कि इस वैवाहिक सीजन में जिले में एक भी बाल विवाह नहीं होगा। कोई भी बाल विवाह पंडित, मौलवी या पादरी के बिना नहीं हो सकता, इसलिए संस्था ने बाल विवाह विरोधी अभियान से धर्मगुरुओं को जोड़ने की पहल की है। संस्था का उद्देश्य 2030 तक बाल विवाह मुक्त भारत बनाना है, इस मकसद को लेकर चाइल्ड मैरिज फ्री इंडिया कैंपेन चलाएगी। संस्था के जिला समन्वय सीताराम शर्मा ने कहा कि बाल विवाह दंडनीय अपराध है। जिसमें दो साल की सजा व जुर्माना हो सकता है। उन्होंने जल्द ही बाल विवाह मुक्त श्योपुर का लक्ष्य हासिल करने की उम्मीद जताई। कार्यक्रम के दौरान उपिस्थत समिति सदस्य और धर्मगुरु।
भास्कर संवाददात ।श्योपुर जिले में बाल अधिकारों की रक्षा और बाल विवाह की रोकथाम की दिशा में कार्यरत धरती संस्था ने बुधवार को धर्मगुरुओं के साथ बाल विवाह निषेध जागरूकता अभियान चलाया। इस मौके पर संगठन के सीताराम शर्मा एवं अवनीश सिंह ने कहा कि इस वैवाहिक सीजन में जिले में एक भी बाल विवाह नहीं होगा। कोई भी बाल विवाह पंडित, मौलवी या पादरी के बिना नहीं हो सकता, इसलिए संस्था ने बाल विवाह विरोधी अभियान से धर्मगुरुओं को जोड़ने की पहल की है। संस्था का उद्देश्य 2030 तक बाल विवाह मुक्त भारत बनाना है, इस मकसद को लेकर चाइल्ड मैरिज फ्री इंडिया कैंपेन चलाएगी। संस्था के जिला समन्वय सीताराम शर्मा ने कहा कि बाल विवाह दंडनीय अपराध है। जिसमें दो साल की सजा व जुर्माना हो सकता है। उन्होंने जल्द ही बाल विवाह मुक्त श्योपुर का लक्ष्य हासिल करने की उम्मीद जताई। कार्यक्रम के दौरान उपिस्थत समिति सदस्य और धर्मगुरु।