अज्ञात वाहन ने बाइक सवार पिता-बेटी को मारी टक्कर:नर्स की मौत, पिता नागपुर रेफर; छिंदवाड़ा से सावरी टेमनी गांव जा रहे थे दोनों
अज्ञात वाहन ने बाइक सवार पिता-बेटी को मारी टक्कर:नर्स की मौत, पिता नागपुर रेफर; छिंदवाड़ा से सावरी टेमनी गांव जा रहे थे दोनों
छिंदवाड़ा में देर शाम अज्ञात वाहन ने बाइक सवार पिता-पुत्री को टक्कर मार दी। हादसे में बेटी संगीता कमरे (19 वर्ष) की इलाज के दौरान मौत हो गई, जबकि पिता रामपत शाह कमरे(60 वर्ष) को गंभीर हालत में नागपुर रेफर किया गया। घटना छिंदवाड़ा-बैतूल रोड स्थित डीपीएस स्कूल के पास की है। पिता-बेटी शादी समारोह में शामिल होने बाइक से सावरी टेमनी गांव जा रहे थे। पुलिस अज्ञात वाहन की तलाश कर रही है। स्थानीय लोगों ने हादसे की सूचना पुलिस को दी, जिसके बाद 108 एंबुलेंस की मदद से दोनों को जिला अस्पताल पहुंचाया गया। अस्पताल चौकी से मिली जानकारी के अनुसार संगीता के शरीर में कई जगह गंभीर चोटें थीं, डॉक्टरों ने उसे बचाने की हरसंभव कोशिश की, लेकिन उसकी मौत हो गई। पिता रामपत को सिर और पैर में गंभीर चोटें आई हैं, जिनको इलाज के लिए नागपुर भेजा गया। ग्वालियर से छुट्टी लेकर गांव आई थी संगीता संगीता ग्वालियर के एक प्राइवेट अस्पताल में नर्स का काम करती थी। वह रविवार को ही छुट्टी लेकर अपने गांव छिंदवाड़ा लौटी थी। शाम को वह अपने पिता के साथ शादी समारोह में शामिल होने बाइक से सावरी टेमनी जा रही थी। गाड़ी संगीता चला रही थी, क्योंकि उसने जिद करके पिता से वाहन मांगा था। पिता पीछे बैठे थे, तभी डीपीएस स्कूल के पास अज्ञात वाहन ने टक्कर मार दी। 20 डॉक्टरों की टीम ने 3 घंटे की कोशिश हादसे की जानकारी मिलते ही जिला अस्पताल की इमरजेंसी टीम एक्टिव हो गई। डॉ. निर्मल ठाकुर, डॉ. शरीक परवेज, डॉ. मोरिंग जॉय, डॉ. खुशी बेले और डॉ. पीयूष आर्य सहित 20 डॉक्टरों की टीम ने संगीता की जान बचाने के लिए 3 घंटे तक लगातार प्रयास किया। इलाज के दौरान उसे तीन यूनिट खून भी चढ़ाया गया, लेकिन अत्यधिक रक्तस्राव के कारण डॉक्टर संगीता को नहीं बचा सके।
छिंदवाड़ा में देर शाम अज्ञात वाहन ने बाइक सवार पिता-पुत्री को टक्कर मार दी। हादसे में बेटी संगीता कमरे (19 वर्ष) की इलाज के दौरान मौत हो गई, जबकि पिता रामपत शाह कमरे(60 वर्ष) को गंभीर हालत में नागपुर रेफर किया गया। घटना छिंदवाड़ा-बैतूल रोड स्थित डीपीएस स्कूल के पास की है। पिता-बेटी शादी समारोह में शामिल होने बाइक से सावरी टेमनी गांव जा रहे थे। पुलिस अज्ञात वाहन की तलाश कर रही है। स्थानीय लोगों ने हादसे की सूचना पुलिस को दी, जिसके बाद 108 एंबुलेंस की मदद से दोनों को जिला अस्पताल पहुंचाया गया। अस्पताल चौकी से मिली जानकारी के अनुसार संगीता के शरीर में कई जगह गंभीर चोटें थीं, डॉक्टरों ने उसे बचाने की हरसंभव कोशिश की, लेकिन उसकी मौत हो गई। पिता रामपत को सिर और पैर में गंभीर चोटें आई हैं, जिनको इलाज के लिए नागपुर भेजा गया। ग्वालियर से छुट्टी लेकर गांव आई थी संगीता संगीता ग्वालियर के एक प्राइवेट अस्पताल में नर्स का काम करती थी। वह रविवार को ही छुट्टी लेकर अपने गांव छिंदवाड़ा लौटी थी। शाम को वह अपने पिता के साथ शादी समारोह में शामिल होने बाइक से सावरी टेमनी जा रही थी। गाड़ी संगीता चला रही थी, क्योंकि उसने जिद करके पिता से वाहन मांगा था। पिता पीछे बैठे थे, तभी डीपीएस स्कूल के पास अज्ञात वाहन ने टक्कर मार दी। 20 डॉक्टरों की टीम ने 3 घंटे की कोशिश हादसे की जानकारी मिलते ही जिला अस्पताल की इमरजेंसी टीम एक्टिव हो गई। डॉ. निर्मल ठाकुर, डॉ. शरीक परवेज, डॉ. मोरिंग जॉय, डॉ. खुशी बेले और डॉ. पीयूष आर्य सहित 20 डॉक्टरों की टीम ने संगीता की जान बचाने के लिए 3 घंटे तक लगातार प्रयास किया। इलाज के दौरान उसे तीन यूनिट खून भी चढ़ाया गया, लेकिन अत्यधिक रक्तस्राव के कारण डॉक्टर संगीता को नहीं बचा सके।