NEET कटऑफ रहेगा 498 के करीब:एग्जाम कठिन था फिर भी MP के रिजल्ट में 5% का सुधार, टॉप 100 में सिर्फ 4 स्टूडेंट्स
NEET कटऑफ रहेगा 498 के करीब:एग्जाम कठिन था फिर भी MP के रिजल्ट में 5% का सुधार, टॉप 100 में सिर्फ 4 स्टूडेंट्स
नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट (NEET UG) 2025 के नतीजे शनिवार को घोषित हो गए हैं। इस साल का एग्जाम पिछले वर्ष की तुलना में कठिन रहा, बावजूद इसके मध्य प्रदेश के नतीजों में 5 प्रतिशत का सुधार दर्ज किया गया है। लेकिन, एक चिंताजनक बात यह है कि देश के टॉप 100 रैंकर्स में मध्य प्रदेश से केवल 4 छात्र ही अपनी जगह बना पाए। इसके उलट, दिल्ली के ओवरऑल स्कोर में भले ही 4 प्रतिशत की गिरावट आई हो, लेकिन टॉप 100 में उसके 17 छात्रों ने स्थान हासिल किया है, जो देश में सबसे ज्यादा है। यही वजह है कि अपने प्रदर्शन में सुधार के बावजूद मध्य प्रदेश देश में 10वें स्थान पर रहा। इस बार टॉप 100 में कुल 15 राज्यों के उम्मीदवारों ने ही अपनी जगह बनाई। राजस्थान 14 उम्मीदवारों के साथ दूसरे और महाराष्ट्र 11 उम्मीदवारों के साथ तीसरे पायदान पर रहा। कट-ऑफ में बड़ी गिरावट का अनुमान
सोमवार को राजधानी में NEET UG में सफल हुए छात्रों के सम्मान में आयोजित एक कार्यक्रम में आकाश इंस्टीट्यूट के असिस्टेंट डायरेक्टर विक्रम सक्सेना ने बताया कि इस बार सरकारी मेडिकल कॉलेजों में एडमिशन का कट-ऑफ पिछले साल से काफी कम रहेगा। अनुमान है कि साल 2025 में यह कट-ऑफ लगभग 498 के करीब रहेगा, जबकि बीते साल यह 621 था। कट-ऑफ में इतनी बड़ी गिरावट परीक्षा के कठिन स्तर और उम्मीदवारों के कुल अंकों में कमी को दर्शाती है। NEET के प्रति रुझान में बदलाव
NEET UG में भाग लेने वाले छात्रों की संख्या में कमी भी देखने को मिली है। साल 2024 में मध्य प्रदेश से 1 लाख 36 हजार 98 छात्रों ने NEET UG के लिए रजिस्ट्रेशन कराया था, जिसमें से 1 लाख 31 हजार 525 ने परीक्षा दी थी। इनमें से 46 प्रतिशत यानी 60 हजार 6 छात्रों ने क्वालिफाई किया था। वहीं, साल 2025 में यह संख्या घटी है। इस बार 1 लाख 21 हज़ार 501 छात्रों ने रजिस्ट्रेशन कराया और 1 लाख 18 हजार 244 छात्रों ने परीक्षा दी। हालांकि, छात्रों की कुल संख्या कम होने के बावजूद, क्वालिफाई करने की दर में सुधार हुआ है। साल 2024 की अपेक्षा साल 2025 में क्वालिफाई करने की दर 5 प्रतिशत बढ़कर 51 प्रतिशत दर्ज की गई। नतीजतन, इस बार प्रदेश से 60 हजार 346 बच्चों ने क्वालीफाई किया, जो कि पिछली बार से ज़्यादा है। विक्रम सक्सेना के अनुसार, NEET UG में कम बच्चों के भाग लेने के पीछे एक प्रमुख वजह करियर के कई विकल्पों का उपलब्ध होना है। अब माता-पिता भी बच्चों को डॉक्टर बनने के अलावा अन्य करियर विकल्पों को चुनने में सपोर्ट करने लगे हैं। यही कारण है कि अब परीक्षा देने वाले छात्रों में उनकी संख्या ज्यादा है जो वाकई डॉक्टर बनना चाहते हैं, जिससे कुल भाग लेने वाले छात्रों की संख्या कम हुई लेकिन क्वालिफाई करने वालों का प्रतिशत बढ़ा है। टॉप 100 में मध्यप्रदेश की लड़कियां नदारद
मध्य प्रदेश के जिन 4 छात्रों ने देश के टॉप 100 में स्थान बनाया है, उनमें एक भी लड़की शामिल नहीं है। इतना ही नहीं, इस साल देश के टॉप 10 में भी सिर्फ एक लड़की - दिल्ली की अविका अग्रवाल ही जगह बना पाईं, जिनकी AIR 5 आई है। यह आंकड़ा लड़कियों की भागीदारी और शीर्ष स्तर पर उनके प्रतिनिधित्व को लेकर चिंता पैदा करता है, जिस पर ध्यान देने की आवश्यकता है। यह भी पढ़ें...
नीट यूजी-2025 में इंदौर के उत्कर्ष की सेकेंड रैंक
नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) ने शनिवार को नीट यूजी (NEET UG 2025) परीक्षा का रिजल्ट जारी कर दिया है। इंदौर के उत्कर्ष अवधिया की 99.9 पर्सेंटाइल के साथ ऑल इंडिया सेकेंड रैंक आई है। देशभर के टॉप 100 में एमपी के 4 स्टूडेंट हैं। अगम जैन ने 45वीं, अनुभव पांडे ने 79वीं और मोहित भारती ने 82वीं रैंक हासिल की है। एमपी के 60,346 ने स्टूडेंट्स ने एग्जाम क्वालिफाई किया है। उम्मीदवार neet.nta.nic.in पर जाकर अपना स्कोर चेक कर सकते हैं। इसके लिए उन्हें अपने लॉगिन डिटेल्स (एडमिट कार्ड नंबर और जन्मतिथि) का उपयोग करना होगा। बता दें, मध्यप्रदेश हाईकोर्ट की इंदौर बेंच ने याचिका दायर करने वाले 75 उम्मीदवारों को छोड़कर बाकी सभी के नीट यूजी परीक्षा 2025 के नतीजे घोषित करने के निर्देश दिए हैं। नीट यूजी देश की सबसे बड़ी मेडिकल प्रवेश परीक्षा है, इसमें करीब 20 लाख छात्र MBBS और BDS सीटों के लिए प्रतिस्पर्धा करते हैं। मेडिकल प्रवेश परीक्षा 4 मई को आयोजित की गई थी। रिजल्ट जारी होने से वेबसाइट पर भारी ट्रैफिक है। ऐसे में सर्वर डाउन या वेबसाइट स्लो होने पर घबराएं नहीं। पढ़ें पूरी खबर...
नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट (NEET UG) 2025 के नतीजे शनिवार को घोषित हो गए हैं। इस साल का एग्जाम पिछले वर्ष की तुलना में कठिन रहा, बावजूद इसके मध्य प्रदेश के नतीजों में 5 प्रतिशत का सुधार दर्ज किया गया है। लेकिन, एक चिंताजनक बात यह है कि देश के टॉप 100 रैंकर्स में मध्य प्रदेश से केवल 4 छात्र ही अपनी जगह बना पाए। इसके उलट, दिल्ली के ओवरऑल स्कोर में भले ही 4 प्रतिशत की गिरावट आई हो, लेकिन टॉप 100 में उसके 17 छात्रों ने स्थान हासिल किया है, जो देश में सबसे ज्यादा है। यही वजह है कि अपने प्रदर्शन में सुधार के बावजूद मध्य प्रदेश देश में 10वें स्थान पर रहा। इस बार टॉप 100 में कुल 15 राज्यों के उम्मीदवारों ने ही अपनी जगह बनाई। राजस्थान 14 उम्मीदवारों के साथ दूसरे और महाराष्ट्र 11 उम्मीदवारों के साथ तीसरे पायदान पर रहा। कट-ऑफ में बड़ी गिरावट का अनुमान
सोमवार को राजधानी में NEET UG में सफल हुए छात्रों के सम्मान में आयोजित एक कार्यक्रम में आकाश इंस्टीट्यूट के असिस्टेंट डायरेक्टर विक्रम सक्सेना ने बताया कि इस बार सरकारी मेडिकल कॉलेजों में एडमिशन का कट-ऑफ पिछले साल से काफी कम रहेगा। अनुमान है कि साल 2025 में यह कट-ऑफ लगभग 498 के करीब रहेगा, जबकि बीते साल यह 621 था। कट-ऑफ में इतनी बड़ी गिरावट परीक्षा के कठिन स्तर और उम्मीदवारों के कुल अंकों में कमी को दर्शाती है। NEET के प्रति रुझान में बदलाव
NEET UG में भाग लेने वाले छात्रों की संख्या में कमी भी देखने को मिली है। साल 2024 में मध्य प्रदेश से 1 लाख 36 हजार 98 छात्रों ने NEET UG के लिए रजिस्ट्रेशन कराया था, जिसमें से 1 लाख 31 हजार 525 ने परीक्षा दी थी। इनमें से 46 प्रतिशत यानी 60 हजार 6 छात्रों ने क्वालिफाई किया था। वहीं, साल 2025 में यह संख्या घटी है। इस बार 1 लाख 21 हज़ार 501 छात्रों ने रजिस्ट्रेशन कराया और 1 लाख 18 हजार 244 छात्रों ने परीक्षा दी। हालांकि, छात्रों की कुल संख्या कम होने के बावजूद, क्वालिफाई करने की दर में सुधार हुआ है। साल 2024 की अपेक्षा साल 2025 में क्वालिफाई करने की दर 5 प्रतिशत बढ़कर 51 प्रतिशत दर्ज की गई। नतीजतन, इस बार प्रदेश से 60 हजार 346 बच्चों ने क्वालीफाई किया, जो कि पिछली बार से ज़्यादा है। विक्रम सक्सेना के अनुसार, NEET UG में कम बच्चों के भाग लेने के पीछे एक प्रमुख वजह करियर के कई विकल्पों का उपलब्ध होना है। अब माता-पिता भी बच्चों को डॉक्टर बनने के अलावा अन्य करियर विकल्पों को चुनने में सपोर्ट करने लगे हैं। यही कारण है कि अब परीक्षा देने वाले छात्रों में उनकी संख्या ज्यादा है जो वाकई डॉक्टर बनना चाहते हैं, जिससे कुल भाग लेने वाले छात्रों की संख्या कम हुई लेकिन क्वालिफाई करने वालों का प्रतिशत बढ़ा है। टॉप 100 में मध्यप्रदेश की लड़कियां नदारद
मध्य प्रदेश के जिन 4 छात्रों ने देश के टॉप 100 में स्थान बनाया है, उनमें एक भी लड़की शामिल नहीं है। इतना ही नहीं, इस साल देश के टॉप 10 में भी सिर्फ एक लड़की - दिल्ली की अविका अग्रवाल ही जगह बना पाईं, जिनकी AIR 5 आई है। यह आंकड़ा लड़कियों की भागीदारी और शीर्ष स्तर पर उनके प्रतिनिधित्व को लेकर चिंता पैदा करता है, जिस पर ध्यान देने की आवश्यकता है। यह भी पढ़ें...
नीट यूजी-2025 में इंदौर के उत्कर्ष की सेकेंड रैंक
नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) ने शनिवार को नीट यूजी (NEET UG 2025) परीक्षा का रिजल्ट जारी कर दिया है। इंदौर के उत्कर्ष अवधिया की 99.9 पर्सेंटाइल के साथ ऑल इंडिया सेकेंड रैंक आई है। देशभर के टॉप 100 में एमपी के 4 स्टूडेंट हैं। अगम जैन ने 45वीं, अनुभव पांडे ने 79वीं और मोहित भारती ने 82वीं रैंक हासिल की है। एमपी के 60,346 ने स्टूडेंट्स ने एग्जाम क्वालिफाई किया है। उम्मीदवार neet.nta.nic.in पर जाकर अपना स्कोर चेक कर सकते हैं। इसके लिए उन्हें अपने लॉगिन डिटेल्स (एडमिट कार्ड नंबर और जन्मतिथि) का उपयोग करना होगा। बता दें, मध्यप्रदेश हाईकोर्ट की इंदौर बेंच ने याचिका दायर करने वाले 75 उम्मीदवारों को छोड़कर बाकी सभी के नीट यूजी परीक्षा 2025 के नतीजे घोषित करने के निर्देश दिए हैं। नीट यूजी देश की सबसे बड़ी मेडिकल प्रवेश परीक्षा है, इसमें करीब 20 लाख छात्र MBBS और BDS सीटों के लिए प्रतिस्पर्धा करते हैं। मेडिकल प्रवेश परीक्षा 4 मई को आयोजित की गई थी। रिजल्ट जारी होने से वेबसाइट पर भारी ट्रैफिक है। ऐसे में सर्वर डाउन या वेबसाइट स्लो होने पर घबराएं नहीं। पढ़ें पूरी खबर...