महिला के बेडरूम में घुसा 5 फीट का अजगर:बालाघाट में नहीं पहुंचा वन विभाग; पुलिस-प्रधान आरक्षक ने सांप को रेस्क्यू कर जंगल में छोड़ा
महिला के बेडरूम में घुसा 5 फीट का अजगर:बालाघाट में नहीं पहुंचा वन विभाग; पुलिस-प्रधान आरक्षक ने सांप को रेस्क्यू कर जंगल में छोड़ा
बालाघाट के बूढ़ी समता तालाब के पास रहने वाली अलीशा खान के घर में गुरुवार रात करीब 1 बजे 5 फीट का अजगर घुस गया। महिला ने पलंग के पास अजगर को देखा तो घबराकर मकान से बाहर निकल गई। महिला ने सबसे पहले वन विभाग की हेल्पलाइन पर कॉल किया। काफी देर तक वन विभाग की टीम नहीं पहुंची। इसके बाद महिला ने डायल 112 पर संपर्क किया। कोतवाली थाना प्रभारी विजयसिंह राजपूत अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे। थाना प्रभारी और टीम ने अजगर का सफल रेस्क्यू किया पुलिस टीम ने अजगर को सुरक्षित तरीके से बोरी में बंद किया। प्रधान आरक्षक किशोर बिसेन ने लकड़ी की मदद से अजगर का रेस्क्यू किया। इसके बाद टीम ने अजगर को डेंजर रोड के जंगली क्षेत्र में छोड़ दिया। घटना के समय महिला के पति घर से बाहर थे। जंगल से घिरे इस शहरी क्षेत्र में वन्य प्राणियों का आना आम बात है। लेकिन वन विभाग की लापरवाही से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। इस घटना में भी वन विभाग के न पहुंचने पर पुलिस को कार्रवाई करनी पड़ी। थाना प्रभारी विजय राजपुत ने बताया कि थाना कोतवाली 112 पर कॉल आया था कि बुढ़ी निवासी महिला के घर में अजगर सांप घर में घुस गया है। टीम मौके पर पहुंची यहां वन विभाग की टीम ना आने पर प्रधान आरक्षक और टीम ने हिम्मत दिखाते हुए सांप का रेस्क्यू किया। उसे जंगल में ले जाकर छोड़ा है। जहरीले जीव जंतुओं का रेस्क्यू करने, वन विभाग में विशेष दस्ता है, लेकिन उसकी मदद ना मिलने से लोगों की जान का जोखिम भी बना रहता है। ऐसी परिस्थिति में डायल 112 की अप्रशिक्षित टीम ने हिम्मत के साथ अजगर का रेस्क्यू किया।
बालाघाट के बूढ़ी समता तालाब के पास रहने वाली अलीशा खान के घर में गुरुवार रात करीब 1 बजे 5 फीट का अजगर घुस गया। महिला ने पलंग के पास अजगर को देखा तो घबराकर मकान से बाहर निकल गई। महिला ने सबसे पहले वन विभाग की हेल्पलाइन पर कॉल किया। काफी देर तक वन विभाग की टीम नहीं पहुंची। इसके बाद महिला ने डायल 112 पर संपर्क किया। कोतवाली थाना प्रभारी विजयसिंह राजपूत अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे। थाना प्रभारी और टीम ने अजगर का सफल रेस्क्यू किया पुलिस टीम ने अजगर को सुरक्षित तरीके से बोरी में बंद किया। प्रधान आरक्षक किशोर बिसेन ने लकड़ी की मदद से अजगर का रेस्क्यू किया। इसके बाद टीम ने अजगर को डेंजर रोड के जंगली क्षेत्र में छोड़ दिया। घटना के समय महिला के पति घर से बाहर थे। जंगल से घिरे इस शहरी क्षेत्र में वन्य प्राणियों का आना आम बात है। लेकिन वन विभाग की लापरवाही से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। इस घटना में भी वन विभाग के न पहुंचने पर पुलिस को कार्रवाई करनी पड़ी। थाना प्रभारी विजय राजपुत ने बताया कि थाना कोतवाली 112 पर कॉल आया था कि बुढ़ी निवासी महिला के घर में अजगर सांप घर में घुस गया है। टीम मौके पर पहुंची यहां वन विभाग की टीम ना आने पर प्रधान आरक्षक और टीम ने हिम्मत दिखाते हुए सांप का रेस्क्यू किया। उसे जंगल में ले जाकर छोड़ा है। जहरीले जीव जंतुओं का रेस्क्यू करने, वन विभाग में विशेष दस्ता है, लेकिन उसकी मदद ना मिलने से लोगों की जान का जोखिम भी बना रहता है। ऐसी परिस्थिति में डायल 112 की अप्रशिक्षित टीम ने हिम्मत के साथ अजगर का रेस्क्यू किया।