आभा आईडी के लिए लाइन में खड़ी युवती बेहोश:सतना जिला अस्पताल में 4 घंटे इंतजार के बाद हालत बिगड़ी, आईसीयू में कराया भर्ती

सतना जिला अस्पताल में ब्लड टेस्ट के लिए आभा आईडी अनिवार्य किए जाने से मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। बुधवार को श्रीनगर रैगांव की 18 वर्षीय नीता अहिरवार आभा आईडी बनवाने के लिए लाइन में खड़ी थी। दोपहर एक बजे लगभग 4 घंटे के इंतजार के बाद उसे पेट में तेज दर्द हुआ और वह बेहोश होकर गिर पड़ी। परिजन उसे आईसीयू ले गए मौके पर मौजूद डॉ. सुधीर सिंह ने तुरंत नीता को देखा और भर्ती कराने की सलाह दी। परिजन उसे आईसीयू ले गए, जहां डॉक्टर यश मिश्रा ने उसका इलाज शुरू किया। नीता का बीपी काफी कम था। कुछ देर बाद उसकी हालत सामान्य हुई। नीता के भाई मिथुन के अनुसार, 23 सितंबर को भी वह आभा आईडी के लिए 3 घंटे लाइन में खड़ी रही थी। क्या है आभा आईडी और कैसे बनती है आभा आईडी 14 अंकों की एक विशेष पहचान संख्या है, जो आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन के तहत बनाई जा रही है। इस आईडी में मरीजों की स्वास्थ्य संबंधी सभी जानकारी डिजिटल रूप में संग्रहित होती है। इससे मरीजों को हायर सेंटर रेफर होने पर फाइल और दस्तावेज ले जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। लोग एमपी ऑनलाइन, सीएससी सेंटरों के अलावा घर बैठे भी आभा आईडी बना सकते हैं। अगस्त माह से प्रदेश में ब्लड टेस्ट के लिए आभा आईडी अनिवार्य कर दी गई है। आभा आईडी ( आयुष्मान भारत हेल्थ अकाउंट) आप अस्पताल में सीधे पंजीकरण के दौरान या कियोस्क पर भी बनवा सकते हैं। इसके लिए आपको ओपीडी रजिस्ट्रेशन एरिया में दिए गए क्यूआर कोड को स्कैन करके अपना नंबर दर्ज करना होगा या फिर वहां लगे कियोस्क से अपना रजिस्ट्रेशन कराना होगा।

Sep 25, 2025 - 07:54
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आभा आईडी के लिए लाइन में खड़ी युवती बेहोश:सतना जिला अस्पताल में 4 घंटे इंतजार के बाद हालत बिगड़ी, आईसीयू में कराया भर्ती
सतना जिला अस्पताल में ब्लड टेस्ट के लिए आभा आईडी अनिवार्य किए जाने से मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। बुधवार को श्रीनगर रैगांव की 18 वर्षीय नीता अहिरवार आभा आईडी बनवाने के लिए लाइन में खड़ी थी। दोपहर एक बजे लगभग 4 घंटे के इंतजार के बाद उसे पेट में तेज दर्द हुआ और वह बेहोश होकर गिर पड़ी। परिजन उसे आईसीयू ले गए मौके पर मौजूद डॉ. सुधीर सिंह ने तुरंत नीता को देखा और भर्ती कराने की सलाह दी। परिजन उसे आईसीयू ले गए, जहां डॉक्टर यश मिश्रा ने उसका इलाज शुरू किया। नीता का बीपी काफी कम था। कुछ देर बाद उसकी हालत सामान्य हुई। नीता के भाई मिथुन के अनुसार, 23 सितंबर को भी वह आभा आईडी के लिए 3 घंटे लाइन में खड़ी रही थी। क्या है आभा आईडी और कैसे बनती है आभा आईडी 14 अंकों की एक विशेष पहचान संख्या है, जो आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन के तहत बनाई जा रही है। इस आईडी में मरीजों की स्वास्थ्य संबंधी सभी जानकारी डिजिटल रूप में संग्रहित होती है। इससे मरीजों को हायर सेंटर रेफर होने पर फाइल और दस्तावेज ले जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। लोग एमपी ऑनलाइन, सीएससी सेंटरों के अलावा घर बैठे भी आभा आईडी बना सकते हैं। अगस्त माह से प्रदेश में ब्लड टेस्ट के लिए आभा आईडी अनिवार्य कर दी गई है। आभा आईडी ( आयुष्मान भारत हेल्थ अकाउंट) आप अस्पताल में सीधे पंजीकरण के दौरान या कियोस्क पर भी बनवा सकते हैं। इसके लिए आपको ओपीडी रजिस्ट्रेशन एरिया में दिए गए क्यूआर कोड को स्कैन करके अपना नंबर दर्ज करना होगा या फिर वहां लगे कियोस्क से अपना रजिस्ट्रेशन कराना होगा।