शहर की सफाई व्यवस्था पर नपाध्यक्ष ने ही उठाए सवाल:CMO को लिखे पत्र में कहा- आदेश जारी करने से पहले चर्चा करना भी उचित नहीं समझतीं

गुना नगरपालिका की सफाई व्यवस्था को लेकर अब नगर पालिका अध्यक्ष सविता अरविंद गुप्ता ने ही सवाल उठा दिए हैं। उन्होंने मुख्य नगर पालिका अधिकारी (CMO) को पत्र लिखते हुए कहा कि शहर में सफाई व्यवस्था बेहद खराब हो गई है। पिछले तीन महीनों में हालात इतने बिगड़े हैं, जितने पहले कभी नहीं रहे। दरअसल, शनिवार को डिप्टी कलेक्टर एवं प्रभारी CMO मंजुषा खत्री ने दो आवश्यक सूचनाएं जारी की थीं। पहली सूचना में कार्यालय परिसर में किसी भी प्रकार के नशे—तंबाकू, बीड़ी, सिगरेट और शराब के सेवन पर रोक लगाई गई थी।दूसरी सूचना में कलेक्टर के आदेश का हवाला देते हुए निर्वाचित जनप्रतिनिधियों के पति-पत्नियों के कार्यालय और मीटिंग में आने पर प्रतिबंध लगाया गया। इसके बाद नपाध्यक्ष सविता गुप्ता ने भी एक पत्र लिखकर सवाल उठाया कि परिषद की बैठक में पार्षद पतियों का प्रवेश प्रतिबंधित करना ठीक है, लेकिन उनके कार्यालय में आने से रोकने का क्या औचित्य है? सफाई व्यवस्था पर खोली पोल रविवार को नपाध्यक्ष ने एक और पत्र जारी करते हुए सफाई व्यवस्था की पोल खोल दी। उन्होंने लिखा कि “दो-तीन महीने से लगातार मौखिक और लिखित रूप से अवगत कराने के बावजूद शहर की सफाई में कोई सुधार नहीं हुआ। पार्षदों और नागरिकों की शिकायतें लगातार मिल रही हैं। जैन समाज ने भी विरोध दर्ज कराया, मगर हालात जस के तस हैं। समाचार पत्रों में भी नगर पालिका की छवि धूमिल हो रही है।” अफसरों पर मनमानी और जवाबदेही की कमी का आरोप पत्र में नपाध्यक्ष ने आरोप लगाया कि मौजूदा CMO बिना चर्चा किए लगातार शाखा परिवर्तन और जिम्मेदारियां बदलने के आदेश जारी कर रही हैं। संविदा कर्मियों को भी महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां दी जा रही हैं, जिससे व्यवस्था गड़बड़ा गई है। उन्होंने उदाहरण देते हुए लिखा कि दीपावली से पहले सफाई सुधारें : नपाध्यक्ष नपाध्यक्ष ने चेतावनी दी कि दीपावली करीब है और सफाई व्यवस्था में तत्काल सुधार जरूरी है। उन्होंने निर्देश दिए कि सभी 37 वार्डों में रोजाना नियमित सफाई हो, कचरा वाहन समय पर जाएं और जहां लापरवाही हो, वहां कार्रवाई की जाए। उन्होंने पत्र में लिखा है कि शहर के नागरिक और पार्षद सफाई व्यवस्था को लेकर असंतुष्ट हैं। मैं भी इस स्थिति से बिल्कुल संतुष्ट नहीं हूं।

शहर की सफाई व्यवस्था पर नपाध्यक्ष ने ही उठाए सवाल:CMO को लिखे पत्र में कहा- आदेश जारी करने से पहले चर्चा करना भी उचित नहीं समझतीं
गुना नगरपालिका की सफाई व्यवस्था को लेकर अब नगर पालिका अध्यक्ष सविता अरविंद गुप्ता ने ही सवाल उठा दिए हैं। उन्होंने मुख्य नगर पालिका अधिकारी (CMO) को पत्र लिखते हुए कहा कि शहर में सफाई व्यवस्था बेहद खराब हो गई है। पिछले तीन महीनों में हालात इतने बिगड़े हैं, जितने पहले कभी नहीं रहे। दरअसल, शनिवार को डिप्टी कलेक्टर एवं प्रभारी CMO मंजुषा खत्री ने दो आवश्यक सूचनाएं जारी की थीं। पहली सूचना में कार्यालय परिसर में किसी भी प्रकार के नशे—तंबाकू, बीड़ी, सिगरेट और शराब के सेवन पर रोक लगाई गई थी।दूसरी सूचना में कलेक्टर के आदेश का हवाला देते हुए निर्वाचित जनप्रतिनिधियों के पति-पत्नियों के कार्यालय और मीटिंग में आने पर प्रतिबंध लगाया गया। इसके बाद नपाध्यक्ष सविता गुप्ता ने भी एक पत्र लिखकर सवाल उठाया कि परिषद की बैठक में पार्षद पतियों का प्रवेश प्रतिबंधित करना ठीक है, लेकिन उनके कार्यालय में आने से रोकने का क्या औचित्य है? सफाई व्यवस्था पर खोली पोल रविवार को नपाध्यक्ष ने एक और पत्र जारी करते हुए सफाई व्यवस्था की पोल खोल दी। उन्होंने लिखा कि “दो-तीन महीने से लगातार मौखिक और लिखित रूप से अवगत कराने के बावजूद शहर की सफाई में कोई सुधार नहीं हुआ। पार्षदों और नागरिकों की शिकायतें लगातार मिल रही हैं। जैन समाज ने भी विरोध दर्ज कराया, मगर हालात जस के तस हैं। समाचार पत्रों में भी नगर पालिका की छवि धूमिल हो रही है।” अफसरों पर मनमानी और जवाबदेही की कमी का आरोप पत्र में नपाध्यक्ष ने आरोप लगाया कि मौजूदा CMO बिना चर्चा किए लगातार शाखा परिवर्तन और जिम्मेदारियां बदलने के आदेश जारी कर रही हैं। संविदा कर्मियों को भी महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां दी जा रही हैं, जिससे व्यवस्था गड़बड़ा गई है। उन्होंने उदाहरण देते हुए लिखा कि दीपावली से पहले सफाई सुधारें : नपाध्यक्ष नपाध्यक्ष ने चेतावनी दी कि दीपावली करीब है और सफाई व्यवस्था में तत्काल सुधार जरूरी है। उन्होंने निर्देश दिए कि सभी 37 वार्डों में रोजाना नियमित सफाई हो, कचरा वाहन समय पर जाएं और जहां लापरवाही हो, वहां कार्रवाई की जाए। उन्होंने पत्र में लिखा है कि शहर के नागरिक और पार्षद सफाई व्यवस्था को लेकर असंतुष्ट हैं। मैं भी इस स्थिति से बिल्कुल संतुष्ट नहीं हूं।