पहली बार 21 फीट ऊंचे रावण के पुतले का दहन:नीमच के इंदिरा नगर में बच्चों की झांकी बनी आकर्षण; विजेता को दिया पुरस्कार
पहली बार 21 फीट ऊंचे रावण के पुतले का दहन:नीमच के इंदिरा नगर में बच्चों की झांकी बनी आकर्षण; विजेता को दिया पुरस्कार
नीमच शहर के इंदिरा नगर में रविवार रात को पहली बार 21 फीट ऊंचे रावण के पुतले का दहन किया गया। यह आयोजन मॉर्निंग क्लब इंदिरा नगर की ओर से गठित मां शीतला माताजी मंदिर दशहरा उत्सव समिति ने किया। कार्यक्रम में विधायक दिलीपसिंह परिहार, जिला पंचायत अध्यक्ष सजनसिंह चौहान, कांग्रेस जिलाध्यक्ष तरुण बाहेती और जनपद सदस्य प्रतिनिधि दिग्विजयसिंह चुंडावत बतौर अतिथि शामिल हुए। अतिथियों ने उपस्थित जनसमूह को संबोधित किया। इससे पहले, इंदिरा नगर स्थित शिव चौक मंदिर परिसर से भगवान श्री राम, जानकी और हनुमान जी के स्वांगधारियों की शोभायात्रा बैंड बाजे के साथ निकाली गई, जो प्रमुख मार्गों से होते हुए दशहरा मेले में पहुंची। बच्चों ने भी विभिन्न तरह के स्वांग धारण किए मेले में छोटे-छोटे बच्चों ने भी विभिन्न तरह के स्वांग धारण किए थे, जो आकर्षण का केंद्र रहे। रंगारंग आतिशबाजी ने भी दर्शकों का मन मोह लिया। अतिथियों के संबोधन के दौरान कालका माता, काल भैरव, लाल भैरव और नील भैरव के स्वांगधारियों ने मैदान की परिक्रमा की। इसके बाद अतिथियों ने रावण के पुतले का दहन किया, जो मात्र दो मिनट में जलकर राख हो गया। आयोजन समिति ने सभी स्वांगधारियों को पुरस्कृत किया। इसमें हनुमान का स्वांग धारण करने वाले रुद्राक्ष शर्मा को प्रथम पुरस्कार, महाराणा प्रताप का स्वांग धारण करने वाले दक्ष सिंह को द्वितीय पुरस्कार और राम-सीता का स्वांग धारण करने वाले नंदनी पाल और दक्ष को तृतीय पुरस्कार प्रदान किया गया। मॉर्निंग क्लब इंदिरा नगर की टीम ने संभाली व्यवस्थाएं मॉर्निंग क्लब इंदिरा नगर के सदस्यों की ओर से पहली बार आयोजित यह कार्यक्रम पूरी तरह सफल रहा। मेले में खाने-पीने की दुकानों के साथ बच्चों के लिए झूले और चकरी भी लगाए गए थे, जिसका बच्चों और बड़ों ने खूब लुत्फ उठाया। इंदिरा नगर का मैदान चारों ओर से खचाखच भरा हुआ था, जिससे यह स्पष्ट था कि मेले में इंदिरा नगर ही नहीं, बल्कि आसपास के क्षेत्रों से भी बड़ी संख्या में लोग जुटे थे। कार्यक्रम की व्यवस्थाएं मॉर्निंग क्लब के विजयसिंह चौहान, ओम दीवान, मुकेश पोरवाल, निलेश जोशी, जयप्रकाश दलवी, शौकीन पामैचा, जीवनलाल सिंघवा, जुगल कंडारा, योगेश कंडारा, कमल चौधरी, दिनेश पटेल, राजेंद्र मालवीय, कमलेश देतवाल, मनोहर सोनगरा, प्रभुलाल मलवारा और महेंद्र पालसिंह सिसौदिया ने संभाली। मंच का संचालन मनीष चांदना ने किया।
नीमच शहर के इंदिरा नगर में रविवार रात को पहली बार 21 फीट ऊंचे रावण के पुतले का दहन किया गया। यह आयोजन मॉर्निंग क्लब इंदिरा नगर की ओर से गठित मां शीतला माताजी मंदिर दशहरा उत्सव समिति ने किया। कार्यक्रम में विधायक दिलीपसिंह परिहार, जिला पंचायत अध्यक्ष सजनसिंह चौहान, कांग्रेस जिलाध्यक्ष तरुण बाहेती और जनपद सदस्य प्रतिनिधि दिग्विजयसिंह चुंडावत बतौर अतिथि शामिल हुए। अतिथियों ने उपस्थित जनसमूह को संबोधित किया। इससे पहले, इंदिरा नगर स्थित शिव चौक मंदिर परिसर से भगवान श्री राम, जानकी और हनुमान जी के स्वांगधारियों की शोभायात्रा बैंड बाजे के साथ निकाली गई, जो प्रमुख मार्गों से होते हुए दशहरा मेले में पहुंची। बच्चों ने भी विभिन्न तरह के स्वांग धारण किए मेले में छोटे-छोटे बच्चों ने भी विभिन्न तरह के स्वांग धारण किए थे, जो आकर्षण का केंद्र रहे। रंगारंग आतिशबाजी ने भी दर्शकों का मन मोह लिया। अतिथियों के संबोधन के दौरान कालका माता, काल भैरव, लाल भैरव और नील भैरव के स्वांगधारियों ने मैदान की परिक्रमा की। इसके बाद अतिथियों ने रावण के पुतले का दहन किया, जो मात्र दो मिनट में जलकर राख हो गया। आयोजन समिति ने सभी स्वांगधारियों को पुरस्कृत किया। इसमें हनुमान का स्वांग धारण करने वाले रुद्राक्ष शर्मा को प्रथम पुरस्कार, महाराणा प्रताप का स्वांग धारण करने वाले दक्ष सिंह को द्वितीय पुरस्कार और राम-सीता का स्वांग धारण करने वाले नंदनी पाल और दक्ष को तृतीय पुरस्कार प्रदान किया गया। मॉर्निंग क्लब इंदिरा नगर की टीम ने संभाली व्यवस्थाएं मॉर्निंग क्लब इंदिरा नगर के सदस्यों की ओर से पहली बार आयोजित यह कार्यक्रम पूरी तरह सफल रहा। मेले में खाने-पीने की दुकानों के साथ बच्चों के लिए झूले और चकरी भी लगाए गए थे, जिसका बच्चों और बड़ों ने खूब लुत्फ उठाया। इंदिरा नगर का मैदान चारों ओर से खचाखच भरा हुआ था, जिससे यह स्पष्ट था कि मेले में इंदिरा नगर ही नहीं, बल्कि आसपास के क्षेत्रों से भी बड़ी संख्या में लोग जुटे थे। कार्यक्रम की व्यवस्थाएं मॉर्निंग क्लब के विजयसिंह चौहान, ओम दीवान, मुकेश पोरवाल, निलेश जोशी, जयप्रकाश दलवी, शौकीन पामैचा, जीवनलाल सिंघवा, जुगल कंडारा, योगेश कंडारा, कमल चौधरी, दिनेश पटेल, राजेंद्र मालवीय, कमलेश देतवाल, मनोहर सोनगरा, प्रभुलाल मलवारा और महेंद्र पालसिंह सिसौदिया ने संभाली। मंच का संचालन मनीष चांदना ने किया।