मंदसौर हस्तकला उत्सव:पहले दिन उमड़ी खरीदारों की भीड़, 18 अक्टूबर तक चलेगा
मंदसौर हस्तकला उत्सव का शुभारंभ गुरुवार को हुआ। इसका आयोजन दैनिक भास्कर और गनेड़ीवाल चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा किया जा रहा है। पहले ही दिन बड़ी संख्या में खरीदार पहुंचे और स्थानीय कारीगरों द्वारा तैयार वस्तुओं की खरीदारी की, जिससे शहरवासियों में खासा उत्साह देखा गया। यह तीन दिवसीय उत्सव 18 अक्टूबर तक चलेगा। कार्यक्रम के सह-प्रायोजक एचएम डेवलपर्स हैं। आयोजन में 30 से अधिक स्टॉल लगाए गए हैं, जिनमें स्थानीय कलाकारों ने अपनी हस्तनिर्मित वस्तुएं प्रदर्शित की हैं। मिट्टी से बने दीपक, रंगोली, गृह सज्जा सामग्री और खादी के वस्त्रों के स्टॉल पर विशेष रौनक रही। खासकर महिलाओं ने बड़ी संख्या में पहुंचकर पारंपरिक कला से जुड़ी वस्तुएं खरीदीं। उत्सव का शुभारंभ गुरुवार दोपहर 12:30 बजे हुआ और शाम तक बाजार जैसा माहौल बन गया। आयोजन स्थल पर जनप्रतिनिधि, अधिकारी और कला प्रेमी भी पहुंचे। सभी ने ऐसे आयोजनों को स्थानीय कलाकारों को मंच देने और लोगों को भारतीय कला व संस्कृति से जोड़ने का अवसर बताया। आयोजकों के अनुसार, हस्तकला उत्सव का उद्देश्य स्थानीय कारीगरों को प्रोत्साहन देना और स्वदेशी उत्पादों के प्रति लोगों की रुचि बढ़ाना है। नगर पालिका ने परिसर में व्यवस्था के लिए विशेष इंतजाम किए हैं। शहरवासियों के पास अब 17 और 18 अक्टूबर तक इन कलाकारों से सीधे खरीदारी करने का अवसर रहेगा।
मंदसौर हस्तकला उत्सव का शुभारंभ गुरुवार को हुआ। इसका आयोजन दैनिक भास्कर और गनेड़ीवाल चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा किया जा रहा है। पहले ही दिन बड़ी संख्या में खरीदार पहुंचे और स्थानीय कारीगरों द्वारा तैयार वस्तुओं की खरीदारी की, जिससे शहरवासियों में खासा उत्साह देखा गया। यह तीन दिवसीय उत्सव 18 अक्टूबर तक चलेगा। कार्यक्रम के सह-प्रायोजक एचएम डेवलपर्स हैं। आयोजन में 30 से अधिक स्टॉल लगाए गए हैं, जिनमें स्थानीय कलाकारों ने अपनी हस्तनिर्मित वस्तुएं प्रदर्शित की हैं। मिट्टी से बने दीपक, रंगोली, गृह सज्जा सामग्री और खादी के वस्त्रों के स्टॉल पर विशेष रौनक रही। खासकर महिलाओं ने बड़ी संख्या में पहुंचकर पारंपरिक कला से जुड़ी वस्तुएं खरीदीं। उत्सव का शुभारंभ गुरुवार दोपहर 12:30 बजे हुआ और शाम तक बाजार जैसा माहौल बन गया। आयोजन स्थल पर जनप्रतिनिधि, अधिकारी और कला प्रेमी भी पहुंचे। सभी ने ऐसे आयोजनों को स्थानीय कलाकारों को मंच देने और लोगों को भारतीय कला व संस्कृति से जोड़ने का अवसर बताया। आयोजकों के अनुसार, हस्तकला उत्सव का उद्देश्य स्थानीय कारीगरों को प्रोत्साहन देना और स्वदेशी उत्पादों के प्रति लोगों की रुचि बढ़ाना है। नगर पालिका ने परिसर में व्यवस्था के लिए विशेष इंतजाम किए हैं। शहरवासियों के पास अब 17 और 18 अक्टूबर तक इन कलाकारों से सीधे खरीदारी करने का अवसर रहेगा।