हकीकत में टूटी मिली सड़क, फाइल में दिखा दी मरम्मत:आगरा मेयर के निरीक्षण में खुली पोल, विकास कार्य मिले अधूरे
हकीकत में टूटी मिली सड़क, फाइल में दिखा दी मरम्मत:आगरा मेयर के निरीक्षण में खुली पोल, विकास कार्य मिले अधूरे
आगरा मेयर हेमलता दिवाकर कुशवाह के निरीक्षण में विकास कार्यों की पोल खुल गई। हकीकत में सड़क की मरम्मत हुई नहीं, फाइल में काम पूरा दिखा दिया। इस पर मेयर भड़क गईं। उन्होंने जांच कराने के निर्देश दिए हैं। इतना ही नहीं, कई जगह विकास कार्य अधूरे मिले। सदन में पार्षदों ने उठाए थे सवाल आगरा में नगर निगम द्वारा किए जा रहे विकास कार्यों की गुणवत्ता पर फिर बड़ा सवाल उठ खड़ा हुआ है। पार्षदों द्वारा सदन में सड़क निर्माण में गड़बड़ी का मुद्दा उठाए जाने और जांच समिति न बनने के बाद मेयर हेमलता दिवाकर कुशवाह ने मौके पर पहुंचकर निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान नाली टूटी मिली। इंटरलॉकिंग काम भी पूरा नहीं हुआ था, क्षेत्रीय लोगों ने सड़क पर डामरीकरण न होने के आरोप लगाए। मेयर ने मौके पर मौजूद नगर निगम अधिकारियों को फटकार लगाई। यहां पहुंची निरीक्षण करने
नगर निगम के विकास कार्यों पर उठ रहे सवालों के बीच सोमवार को मेयर हेमलता दिवाकर कुशवाह अचानक निरीक्षण के लिए निगम की टीम के साथ हेमा पेट्रोल पंप से पश्चिमपुरी चौराहे तक बनी सड़क पर पहुंची। जैसे ही निरीक्षण की जानकारी फैली, पार्षद प्रवीना राजावत, रवि करौतिया और वीरेंद्र लोधी भी मौके पर पहुंच गए। मेयर ने सड़क निर्माण और आसपास के विकास कार्यों का गहन स्थलीय निरीक्षण किया। पार्षदों ने निर्माण में हुई लापरवाहियों और कमी को मौके पर ही मेयर को दिखाया। स्थानीय लोगों और दुकानदारों से बातचीत में पता चला कि सड़क का डामरीकरण (ब्लैक टॉपिंग) किया ही नहीं गया, जबकि फाइलों में इसे पूरा दिखाया गया है। निरीक्षण के दौरान मेयर ने पाया कि नाले जगह-जगह से टूटे पड़े हैं, जिससे राहगीरों को परेशानी हो रही है। सड़क के किनारों पर की गई इंटरलॉकिंग भी अधूरी और खराब गुणवत्ता की पाई गई। इस पर मेयर अधिकारियों पर भड़क उठीं। उन्होंने अधिशासी अभियंता से दो दिनों के अंदर निरीक्षण की विस्तृत रिपोर्ट और संबंधित फाइलें प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि यह सिर्फ एक सड़क का मामला नहीं, बल्कि करोड़ों रुपये की गड़बड़ी की आशंका प्रतीत होती है।
आगरा मेयर हेमलता दिवाकर कुशवाह के निरीक्षण में विकास कार्यों की पोल खुल गई। हकीकत में सड़क की मरम्मत हुई नहीं, फाइल में काम पूरा दिखा दिया। इस पर मेयर भड़क गईं। उन्होंने जांच कराने के निर्देश दिए हैं। इतना ही नहीं, कई जगह विकास कार्य अधूरे मिले। सदन में पार्षदों ने उठाए थे सवाल आगरा में नगर निगम द्वारा किए जा रहे विकास कार्यों की गुणवत्ता पर फिर बड़ा सवाल उठ खड़ा हुआ है। पार्षदों द्वारा सदन में सड़क निर्माण में गड़बड़ी का मुद्दा उठाए जाने और जांच समिति न बनने के बाद मेयर हेमलता दिवाकर कुशवाह ने मौके पर पहुंचकर निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान नाली टूटी मिली। इंटरलॉकिंग काम भी पूरा नहीं हुआ था, क्षेत्रीय लोगों ने सड़क पर डामरीकरण न होने के आरोप लगाए। मेयर ने मौके पर मौजूद नगर निगम अधिकारियों को फटकार लगाई। यहां पहुंची निरीक्षण करने
नगर निगम के विकास कार्यों पर उठ रहे सवालों के बीच सोमवार को मेयर हेमलता दिवाकर कुशवाह अचानक निरीक्षण के लिए निगम की टीम के साथ हेमा पेट्रोल पंप से पश्चिमपुरी चौराहे तक बनी सड़क पर पहुंची। जैसे ही निरीक्षण की जानकारी फैली, पार्षद प्रवीना राजावत, रवि करौतिया और वीरेंद्र लोधी भी मौके पर पहुंच गए। मेयर ने सड़क निर्माण और आसपास के विकास कार्यों का गहन स्थलीय निरीक्षण किया। पार्षदों ने निर्माण में हुई लापरवाहियों और कमी को मौके पर ही मेयर को दिखाया। स्थानीय लोगों और दुकानदारों से बातचीत में पता चला कि सड़क का डामरीकरण (ब्लैक टॉपिंग) किया ही नहीं गया, जबकि फाइलों में इसे पूरा दिखाया गया है। निरीक्षण के दौरान मेयर ने पाया कि नाले जगह-जगह से टूटे पड़े हैं, जिससे राहगीरों को परेशानी हो रही है। सड़क के किनारों पर की गई इंटरलॉकिंग भी अधूरी और खराब गुणवत्ता की पाई गई। इस पर मेयर अधिकारियों पर भड़क उठीं। उन्होंने अधिशासी अभियंता से दो दिनों के अंदर निरीक्षण की विस्तृत रिपोर्ट और संबंधित फाइलें प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि यह सिर्फ एक सड़क का मामला नहीं, बल्कि करोड़ों रुपये की गड़बड़ी की आशंका प्रतीत होती है।