जावरा में क्लोरीन गैस रिसाव...पानी डालने पर और तेज हुआ:तीन दमकल कर्मचारी ICU में भर्ती, सुरक्षा के इंतजाम नहीं थे
जावरा में क्लोरीन गैस रिसाव...पानी डालने पर और तेज हुआ:तीन दमकल कर्मचारी ICU में भर्ती, सुरक्षा के इंतजाम नहीं थे
रतलाम जिले के जावरा इंडस्ट्रियल एरिया में शनिवार रात एक फैक्ट्री में क्लोरीन गैस का रिसाव हो गया। सूचना पर पहुंची फायर ब्रिगेड ने सिलेंडर पर पानी डाल दिया, जिससे गैस का असर कम होने के बजाय और तेज हो गया। इससे 3 दमकल कर्मचारी समेत 5 लोगों की तबीयत बिगड़ गई। तीनों दमकल कर्मियों को रतलाम मेडिकल कॉलेज के आईसीयू में शिफ्ट किया गया है। रिसाव बंद करने के लिए रतलाम से इप्का फैक्ट्री और नागदा से टेक्निकल टीम बुलाई गई, जिन्होंने हालात पर काबू पाया। फायर लॉरी के ड्राइवर कुलदीप गहलोत के मुताबिक, 'गैस रिसाव की सूचना पर हम रात 7.30 बजे पहुंचे। वहां मौजूद जवानों ने गाड़ी अंदर ले जाने को कहा। हमने पानी की फायरिंग स्टार्ट की। मेरे एक साथी ने गाड़ी के ऊपर से सिलेंडर पर पानी का छिड़काव किया। पानी गिरते ही गैस का रिसाव तेज हो गया। हमें घुटन और सांस लेने में तकलीफ होने लगी। आंखों में जलन होने लगी। हमारे पास सुरक्षा के कोई साधन नहीं थे, केवल मास्क लगा रखा था। हालात बिगड़ने पर हम बाहर आ गए।' गैस भाप बन गई
दमकल कर्मचारी बालाराम के अनुसार, 'पानी का छिड़काव किया तो ऐसा लगा कि गैस भाप बन गई। अधिकारी व पुलिस वाले बाहर थे। हम तीन लोग अंदर गए थे। सुरक्षा को लेकर कोई साधन नहीं हैं। केवल मास्क पहन रखा था।' कुलदीप और बालाराम के अलावा दमकलकर्मी पुष्कर देवरिया को भी मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है। रात में ही कलेक्टर मिशा सिंह और एसपी अमित कुमार ने अस्पताल पहुंचकर जानकारी ली। तीन दमकल कर्मियों के अलावा फैक्ट्री के दो अन्य कर्मचारियों को भी सांस लेने में तकलीफ हुई। उन्हें जावरा के प्राइवेट हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया है। पांचों की हालत स्थिर बताई जा रही है। मौके पर एसडीईआरएफ (SDERF) की टीम को भी तैनात किया गया था। कर्मचारी भाग गए
प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि जिस फैक्ट्री में रिसाव हुआ, वहां फेरिक सल्फेट पाउडर बनाया जाता है। फैक्ट्री में सुरक्षा के कोई साधन नहीं थे। जब सिलेंडर से गैस रिसाव हुआ तो वहां मौजूद तीन कर्मचारी इसे रोक नहीं पाए। उन्हें नहीं पता था कि रिसाव कैसे कंट्रोल करें, इसलिए वे मौके से भाग गए। बाद में प्रशासन ने मोर्चा संभाला। विधायक ने क्लास ली
जावरा विधायक डॉ. राजेंद्र पांडेय विधानसभा सत्र से लौटकर सीधे मौके पर पहुंचे। उन्होंने वहां मौजूद फैक्ट्री कर्मचारी और संचालक की क्लास ली। विधायक ने पूछा कि गैस रिसाव बंद करने की क्या व्यवस्था है और इंजीनियर कौन है? इस पर कोई जवाब नहीं मिला। एक कर्मचारी ने बताया कि रॉ मटेरियल का सिलेंडर 30 साल पुराना है। विधायक ने अधिकारियों को फैक्ट्री संचालक पर कार्रवाई करने को कहा है। फैक्ट्री किसी 'खान' की बताई जा रही है। 8 माह पहले भी रिसाव
जावरा में 9 अप्रैल 2025 (8 माह पूर्व) को भी आंटिया चौराहे स्थित पोरवाल आइस फैक्ट्री में अमोनिया गैस का रिसाव हुआ था, तब तत्कालीन सीएसपी और उनके परिवार पर भी इसका असर हुआ था। उस समय जांच में फैक्ट्री मालिक के पास संचालन के वैध दस्तावेज और प्रदूषण बोर्ड का लाइसेंस नहीं मिला था। देखिए तस्वीरें... ...................................... ये खबरें भी पढ़ें... जावरा इंडस्ट्रियल एरिया में गैस रिसी, 10 फैक्ट्रियों में छुट्टी:रतलाम में 3 फायरकर्मी समेत 5 लोगों की हालत बिगड़ी रतलाम जिले के जावरा औद्योगिक क्षेत्र में शनिवार शाम फेरिक सल्फेट बनाने वाली एक फैक्ट्री में क्लोरीन गैस का रिसाव हो गया। गैस फैलते ही फैक्ट्री परिसर में अफरा-तफरी मच गई और कर्मचारी जान बचाने के लिए बाहर की ओर भागे। उस समय फैक्ट्री में तीन कर्मचारी मौजूद थे, जो गैस लीकेज को नियंत्रित नहीं कर सके। पढ़ें पूरी खबर ................ बर्फ फैक्ट्री में अमोनिया गैस का रिसाव: जावरा सीएसपी की आंखों में आंसू-जलन रतलाम के जावरा में मंगलवार रात आंटिया चौराहे पर स्थित पोरवाल आइस फैक्ट्री में एक टैंक से अमोनिया गैस लीकेज होने से हड़कंप मच गया। फैक्ट्री में काम कर रहे श्रमिकों को जब इस बात की जानकारी लगी तो वह डरकर भाग गए। पूरी खबर पढे़ें...
रतलाम जिले के जावरा इंडस्ट्रियल एरिया में शनिवार रात एक फैक्ट्री में क्लोरीन गैस का रिसाव हो गया। सूचना पर पहुंची फायर ब्रिगेड ने सिलेंडर पर पानी डाल दिया, जिससे गैस का असर कम होने के बजाय और तेज हो गया। इससे 3 दमकल कर्मचारी समेत 5 लोगों की तबीयत बिगड़ गई। तीनों दमकल कर्मियों को रतलाम मेडिकल कॉलेज के आईसीयू में शिफ्ट किया गया है। रिसाव बंद करने के लिए रतलाम से इप्का फैक्ट्री और नागदा से टेक्निकल टीम बुलाई गई, जिन्होंने हालात पर काबू पाया। फायर लॉरी के ड्राइवर कुलदीप गहलोत के मुताबिक, 'गैस रिसाव की सूचना पर हम रात 7.30 बजे पहुंचे। वहां मौजूद जवानों ने गाड़ी अंदर ले जाने को कहा। हमने पानी की फायरिंग स्टार्ट की। मेरे एक साथी ने गाड़ी के ऊपर से सिलेंडर पर पानी का छिड़काव किया। पानी गिरते ही गैस का रिसाव तेज हो गया। हमें घुटन और सांस लेने में तकलीफ होने लगी। आंखों में जलन होने लगी। हमारे पास सुरक्षा के कोई साधन नहीं थे, केवल मास्क लगा रखा था। हालात बिगड़ने पर हम बाहर आ गए।' गैस भाप बन गई
दमकल कर्मचारी बालाराम के अनुसार, 'पानी का छिड़काव किया तो ऐसा लगा कि गैस भाप बन गई। अधिकारी व पुलिस वाले बाहर थे। हम तीन लोग अंदर गए थे। सुरक्षा को लेकर कोई साधन नहीं हैं। केवल मास्क पहन रखा था।' कुलदीप और बालाराम के अलावा दमकलकर्मी पुष्कर देवरिया को भी मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है। रात में ही कलेक्टर मिशा सिंह और एसपी अमित कुमार ने अस्पताल पहुंचकर जानकारी ली। तीन दमकल कर्मियों के अलावा फैक्ट्री के दो अन्य कर्मचारियों को भी सांस लेने में तकलीफ हुई। उन्हें जावरा के प्राइवेट हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया है। पांचों की हालत स्थिर बताई जा रही है। मौके पर एसडीईआरएफ (SDERF) की टीम को भी तैनात किया गया था। कर्मचारी भाग गए
प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि जिस फैक्ट्री में रिसाव हुआ, वहां फेरिक सल्फेट पाउडर बनाया जाता है। फैक्ट्री में सुरक्षा के कोई साधन नहीं थे। जब सिलेंडर से गैस रिसाव हुआ तो वहां मौजूद तीन कर्मचारी इसे रोक नहीं पाए। उन्हें नहीं पता था कि रिसाव कैसे कंट्रोल करें, इसलिए वे मौके से भाग गए। बाद में प्रशासन ने मोर्चा संभाला। विधायक ने क्लास ली
जावरा विधायक डॉ. राजेंद्र पांडेय विधानसभा सत्र से लौटकर सीधे मौके पर पहुंचे। उन्होंने वहां मौजूद फैक्ट्री कर्मचारी और संचालक की क्लास ली। विधायक ने पूछा कि गैस रिसाव बंद करने की क्या व्यवस्था है और इंजीनियर कौन है? इस पर कोई जवाब नहीं मिला। एक कर्मचारी ने बताया कि रॉ मटेरियल का सिलेंडर 30 साल पुराना है। विधायक ने अधिकारियों को फैक्ट्री संचालक पर कार्रवाई करने को कहा है। फैक्ट्री किसी 'खान' की बताई जा रही है। 8 माह पहले भी रिसाव
जावरा में 9 अप्रैल 2025 (8 माह पूर्व) को भी आंटिया चौराहे स्थित पोरवाल आइस फैक्ट्री में अमोनिया गैस का रिसाव हुआ था, तब तत्कालीन सीएसपी और उनके परिवार पर भी इसका असर हुआ था। उस समय जांच में फैक्ट्री मालिक के पास संचालन के वैध दस्तावेज और प्रदूषण बोर्ड का लाइसेंस नहीं मिला था। देखिए तस्वीरें... ...................................... ये खबरें भी पढ़ें... जावरा इंडस्ट्रियल एरिया में गैस रिसी, 10 फैक्ट्रियों में छुट्टी:रतलाम में 3 फायरकर्मी समेत 5 लोगों की हालत बिगड़ी रतलाम जिले के जावरा औद्योगिक क्षेत्र में शनिवार शाम फेरिक सल्फेट बनाने वाली एक फैक्ट्री में क्लोरीन गैस का रिसाव हो गया। गैस फैलते ही फैक्ट्री परिसर में अफरा-तफरी मच गई और कर्मचारी जान बचाने के लिए बाहर की ओर भागे। उस समय फैक्ट्री में तीन कर्मचारी मौजूद थे, जो गैस लीकेज को नियंत्रित नहीं कर सके। पढ़ें पूरी खबर ................ बर्फ फैक्ट्री में अमोनिया गैस का रिसाव: जावरा सीएसपी की आंखों में आंसू-जलन रतलाम के जावरा में मंगलवार रात आंटिया चौराहे पर स्थित पोरवाल आइस फैक्ट्री में एक टैंक से अमोनिया गैस लीकेज होने से हड़कंप मच गया। फैक्ट्री में काम कर रहे श्रमिकों को जब इस बात की जानकारी लगी तो वह डरकर भाग गए। पूरी खबर पढे़ें...