मनरेगा कार्यों की जानकारी अब QR कोड से मिलेगी:बलौदाबाजार में 'रोजगार दिवस' पर पहल, पंचायत भवनों में चपकाए गए क्यूआर कोड
मनरेगा कार्यों की जानकारी अब QR कोड से मिलेगी:बलौदाबाजार में 'रोजगार दिवस' पर पहल, पंचायत भवनों में चपकाए गए क्यूआर कोड
बलौदाबाजार जिले में हर महीने की 7 तारीख को होने वाला ‘रोजगार दिवस’ इस बार डिजिटल सशक्तिकरण की दिशा में एक अहम पहल बन गया। मनरेगा के तहत अब ग्रामीण अपनी पंचायत में चल रहे कामों की जानकारी मोबाइल से सिर्फ क्यूआर कोड स्कैन करके आसानी से देख सकेंगे। इस पहल के तहत जिले की पंचायतों में क्यूआर कोड लगाए गए हैं। कार्यक्रम के दौरान ग्राम पंचायत भवनों में चस्पा किए गए इन क्यूआर कोड की कार्यप्रणाली और उपयोगिता के बारे में ग्रामीणों को विस्तार से समझाया गया। ग्रामीण अब क्यूआर कोड स्कैन कर स्वीकृत कार्यों का विवरण देख सकते हैं। क्यूआर कोड से मनरेगा जानकारी अब मोबाइल पर इससे उन्हें पारदर्शिता, रोजगार संबंधी जानकारी, डिजिटल सुविधा और शिकायत निवारण जैसे कई फायदे मिलेंगे। वे मनरेगा परियोजनाओं की स्थिति, स्वीकृत बजट और प्रगति की जानकारी तुरंत प्राप्त कर सकते हैं। क्यूआर कोड के माध्यम से हेल्पलाइन और शिकायत पोर्टल तक सीधी पहुंच सुनिश्चित की गई है। अजीविका डबरी के अधिक आवेदन लेने के निर्देश जिससे ग्रामीण अपनी समस्याएं आसानी से दर्ज कर सकते हैं। 'रोजगार दिवस' पर आजीविका डबरी के लिए अधिक से अधिक आवेदन प्राप्त कर सूची तैयार करने और स्वीकृति के लिए प्रस्ताव भेजने के निर्देश भी दिए गए। वर्तमान में जिले के 482 ग्राम पंचायतों में मनरेगा योजना के अंतर्गत कुल 3922 कार्य संचालित हैं।
बलौदाबाजार जिले में हर महीने की 7 तारीख को होने वाला ‘रोजगार दिवस’ इस बार डिजिटल सशक्तिकरण की दिशा में एक अहम पहल बन गया। मनरेगा के तहत अब ग्रामीण अपनी पंचायत में चल रहे कामों की जानकारी मोबाइल से सिर्फ क्यूआर कोड स्कैन करके आसानी से देख सकेंगे। इस पहल के तहत जिले की पंचायतों में क्यूआर कोड लगाए गए हैं। कार्यक्रम के दौरान ग्राम पंचायत भवनों में चस्पा किए गए इन क्यूआर कोड की कार्यप्रणाली और उपयोगिता के बारे में ग्रामीणों को विस्तार से समझाया गया। ग्रामीण अब क्यूआर कोड स्कैन कर स्वीकृत कार्यों का विवरण देख सकते हैं। क्यूआर कोड से मनरेगा जानकारी अब मोबाइल पर इससे उन्हें पारदर्शिता, रोजगार संबंधी जानकारी, डिजिटल सुविधा और शिकायत निवारण जैसे कई फायदे मिलेंगे। वे मनरेगा परियोजनाओं की स्थिति, स्वीकृत बजट और प्रगति की जानकारी तुरंत प्राप्त कर सकते हैं। क्यूआर कोड के माध्यम से हेल्पलाइन और शिकायत पोर्टल तक सीधी पहुंच सुनिश्चित की गई है। अजीविका डबरी के अधिक आवेदन लेने के निर्देश जिससे ग्रामीण अपनी समस्याएं आसानी से दर्ज कर सकते हैं। 'रोजगार दिवस' पर आजीविका डबरी के लिए अधिक से अधिक आवेदन प्राप्त कर सूची तैयार करने और स्वीकृति के लिए प्रस्ताव भेजने के निर्देश भी दिए गए। वर्तमान में जिले के 482 ग्राम पंचायतों में मनरेगा योजना के अंतर्गत कुल 3922 कार्य संचालित हैं।