अण्णा महाराज संस्थान इंदौर में दत्त जन्मोत्सव मनाया:दत्त पादुका और नृसिंह सरस्वती स्वामी की पालकी यात्रा निकाली, भक्तों ने कतार में लगकर किए दर्शन

मनुष्य को हमेशा भक्ति मार्ग के साथ कर्म बंधन में प्रवृत्त होना चाहिए न कि किसी की आलोचना में अपना समय खराब करना चाहिए। मनुष्य गुणी होना चाहता है ताकि दूसरे उसकी प्रशंसा करें पर वह अपने दुर्व्यसनों और दोषों को दूर करने के लिए पुरुषार्थ नहीं करता। गीता में कहा है पुरुषार्थी ही सदैव विजय और सफलता प्राप्त करते हैं इसलिए पुरुषार्थी बनें। उक्त विचार सदगुरु अण्णा महाराज ने दत्त जयंती के अवसर पर आशीर्वचन स्वरूप अपने भक्तों को दिए संदेश में व्यक्त किए। मार्गशीर्ष पूर्णिमा शनिवार को पलसीकर कॉलोनी स्थित श्री दत्त माउली सदगुरु अण्णा महाराज संस्थान में भगवान दत्तात्रेय का प्राकट्योत्सव श्रद्धा भक्ति और उत्साह के साथ मनाया गया। दोपहर 12 बजे आरती के पश्चात संस्थान परिसर में दत्त पादुका और श्री नृसिंह सरस्वती स्वामी महाराज की पालकी यात्रा निकाली गई। दोपहर बाद पादुका और अण्णा महाराज के दर्शन हेतु भक्तों की कतार लगी रही। शाम 6 बजे अण्णा महाराज ने गुरुचरित्र ग्रंथ के चौथे अध्याय का वाचन किया जिसमें दत्त भगवान की अवतार कथा का वर्णन आता है। शाम ठीक 6.15 बजे दत्त जन्मोत्सव हुआ। भक्तों ने पुष्प वर्षा की और महिलाओं ने पालना गाया। आतिशबाजी भी की गई । शाम 7 बजे पादुका पूजन हुआ। इसके पश्चात अण्णा महाराज के आशीर्वचन हुए। 108 दीपकों से दत्त भगवान की आरती की गई। दिन भर प्रसाद वितरण चलता रहा। दत्त जयंती उत्सव में भाग लेने हेतु इंदौर के अलावा प्रदेश के अन्य शहरों से एवं महाराष्ट्र से बड़ी संख्या में श्रद्धालु इंदौर आए।

अण्णा महाराज संस्थान इंदौर में दत्त जन्मोत्सव मनाया:दत्त पादुका और नृसिंह सरस्वती स्वामी की पालकी यात्रा निकाली, भक्तों ने कतार में लगकर किए दर्शन
मनुष्य को हमेशा भक्ति मार्ग के साथ कर्म बंधन में प्रवृत्त होना चाहिए न कि किसी की आलोचना में अपना समय खराब करना चाहिए। मनुष्य गुणी होना चाहता है ताकि दूसरे उसकी प्रशंसा करें पर वह अपने दुर्व्यसनों और दोषों को दूर करने के लिए पुरुषार्थ नहीं करता। गीता में कहा है पुरुषार्थी ही सदैव विजय और सफलता प्राप्त करते हैं इसलिए पुरुषार्थी बनें। उक्त विचार सदगुरु अण्णा महाराज ने दत्त जयंती के अवसर पर आशीर्वचन स्वरूप अपने भक्तों को दिए संदेश में व्यक्त किए। मार्गशीर्ष पूर्णिमा शनिवार को पलसीकर कॉलोनी स्थित श्री दत्त माउली सदगुरु अण्णा महाराज संस्थान में भगवान दत्तात्रेय का प्राकट्योत्सव श्रद्धा भक्ति और उत्साह के साथ मनाया गया। दोपहर 12 बजे आरती के पश्चात संस्थान परिसर में दत्त पादुका और श्री नृसिंह सरस्वती स्वामी महाराज की पालकी यात्रा निकाली गई। दोपहर बाद पादुका और अण्णा महाराज के दर्शन हेतु भक्तों की कतार लगी रही। शाम 6 बजे अण्णा महाराज ने गुरुचरित्र ग्रंथ के चौथे अध्याय का वाचन किया जिसमें दत्त भगवान की अवतार कथा का वर्णन आता है। शाम ठीक 6.15 बजे दत्त जन्मोत्सव हुआ। भक्तों ने पुष्प वर्षा की और महिलाओं ने पालना गाया। आतिशबाजी भी की गई । शाम 7 बजे पादुका पूजन हुआ। इसके पश्चात अण्णा महाराज के आशीर्वचन हुए। 108 दीपकों से दत्त भगवान की आरती की गई। दिन भर प्रसाद वितरण चलता रहा। दत्त जयंती उत्सव में भाग लेने हेतु इंदौर के अलावा प्रदेश के अन्य शहरों से एवं महाराष्ट्र से बड़ी संख्या में श्रद्धालु इंदौर आए।