गोंडा में 23 करोड़ की फेंसिंग में भ्रष्टाचार के आरोप:सांसद की शिकायत पर कमिश्नर ने दिए जांच के आदेश, 3 सदस्यीय समिति गठित

गोंडा के देवीपाटन मंडल के आयुक्त शशि भूषण लाल सुशील ने 23 करोड़ रुपए की लागत से की गई जंगल की चैनल लिंक तार फेंसिंग में घटिया सामग्री के उपयोग और भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच के आदेश दिए हैं। कमिश्नर ने मुख्य अभियंता लोक निर्माण विभाग गोंडा की अध्यक्षता में एक तीन सदस्यीय समिति का गठन किया है, जिसमें अधीक्षण अभियंता सिंचाई कार्य और अधीक्षण अभियंता आरईडी गोंडा शामिल हैं। बहराइच सांसद की शिकायत ने बढ़ाई हलचल बहराइच के सांसद डॉ. आनंद कुमार गौड़ ने गोंडा कमिश्नर को शिकायत पत्र सौंपकर आरोप लगाया था कि कतर्निया घाट, निशानगढ़ा, सुजौली, ककरहा और मोतीपुर रेंज के जंगलों में फेंसिंग कार्य में गुणवत्ता का बिल्कुल ध्यान नहीं रखा गया। उन्होंने कहा था कि एक वर्ष भी नहीं हुआ और जगह-जगह तार टूटकर गिर गए हैं। ठेकेदार द्वारा सरकारी धन का दुरुपयोग किया गया है। फेंसिंग योजना का फेल होना कतर्निया घाट, जो 551 वर्ग किलोमीटर में फैला है, दुधवा और नेपाल के बर्दिया नेशनल पार्क से सटा हुआ है। सांसद के अनुसार, पहले 75 किलोमीटर दीवार बनाने की योजना थी, जिसमें नींव के ऊपर 2.5 मीटर ऊंचे पिलर खड़े करने का दावा किया गया था। लेकिन अब केवल जंजीर वाले तार डालकर चैनल लिंक फेंसिंग की गई है। जीरो टॉलरेंस नीति का आश्वासन कमिश्नर शशि भूषण लाल सुशील ने कहा कि अगर जांच में भ्रष्टाचार साबित होता है, तो संबंधित अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति के तहत कार्य कर रही है। अब गोंडा के अधिकारियों की टीम इस मामले की जांच करेगी और रिपोर्ट सौंपेगी।

गोंडा में 23 करोड़ की फेंसिंग में भ्रष्टाचार के आरोप:सांसद की शिकायत पर कमिश्नर ने दिए जांच के आदेश, 3 सदस्यीय समिति गठित
गोंडा के देवीपाटन मंडल के आयुक्त शशि भूषण लाल सुशील ने 23 करोड़ रुपए की लागत से की गई जंगल की चैनल लिंक तार फेंसिंग में घटिया सामग्री के उपयोग और भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच के आदेश दिए हैं। कमिश्नर ने मुख्य अभियंता लोक निर्माण विभाग गोंडा की अध्यक्षता में एक तीन सदस्यीय समिति का गठन किया है, जिसमें अधीक्षण अभियंता सिंचाई कार्य और अधीक्षण अभियंता आरईडी गोंडा शामिल हैं। बहराइच सांसद की शिकायत ने बढ़ाई हलचल बहराइच के सांसद डॉ. आनंद कुमार गौड़ ने गोंडा कमिश्नर को शिकायत पत्र सौंपकर आरोप लगाया था कि कतर्निया घाट, निशानगढ़ा, सुजौली, ककरहा और मोतीपुर रेंज के जंगलों में फेंसिंग कार्य में गुणवत्ता का बिल्कुल ध्यान नहीं रखा गया। उन्होंने कहा था कि एक वर्ष भी नहीं हुआ और जगह-जगह तार टूटकर गिर गए हैं। ठेकेदार द्वारा सरकारी धन का दुरुपयोग किया गया है। फेंसिंग योजना का फेल होना कतर्निया घाट, जो 551 वर्ग किलोमीटर में फैला है, दुधवा और नेपाल के बर्दिया नेशनल पार्क से सटा हुआ है। सांसद के अनुसार, पहले 75 किलोमीटर दीवार बनाने की योजना थी, जिसमें नींव के ऊपर 2.5 मीटर ऊंचे पिलर खड़े करने का दावा किया गया था। लेकिन अब केवल जंजीर वाले तार डालकर चैनल लिंक फेंसिंग की गई है। जीरो टॉलरेंस नीति का आश्वासन कमिश्नर शशि भूषण लाल सुशील ने कहा कि अगर जांच में भ्रष्टाचार साबित होता है, तो संबंधित अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति के तहत कार्य कर रही है। अब गोंडा के अधिकारियों की टीम इस मामले की जांच करेगी और रिपोर्ट सौंपेगी।