ग्वालियर के स्टेशन बजरिया से मिली कानपुर की छात्रा:भाई से झगड़ा होने पर नाराज होकर घर से निकल गई थी नाबालिग

भाई से झगड़ा होने पर नाराज नाबालिग छात्रा घर से निकल गई थी। तीन दिन अलग-अलग शहरों में भटकने के बाद वह रविवार को ग्वालियर आई और स्टेशन बजरिया में जाकर गुमसुम बैठ गई। उसको देखकर लोगों ने बात करने की कोशिश की, लेकिन छात्रा ने बात नहीं कर रही थी। शंका होने पर लोगों ने पुलिस को सूचना दी। गश्त पर निकले पड़ाव थाना प्रभारी संतोष सिंह मौके पर पहुंचे और छात्रा को थाने लाकर पूछताछ की तो वह रोने लगी। छात्रा ने बताया कि भाई से विवाद के बाद वह घर छोड़ आई है। इसका पता चलते ही पुलिस ने उसके परिजन के साथ ही कानपुर पुलिस को सूचना दी। पड़ाव थाना प्रभारी संतोष सिंह भदौरिया ने बताया कि सूचना मिली थी कि बजरिया में एक छात्रा अकेली गुमसुम बैठी है और उसके साथ कोई नहीं है। उससे लोगों ने पूछताछ करने का प्रयास किया, लेकिन वह कुछ बता नहीं रही है। इसका पता चलते ही वह एएसआई रामभुवन, आरक्षक अनिल, बलराम के साथ मौके पर पहुंचे, वहां पर एक सत्रह वर्षीय छात्रा बैठी हुई थी। उससे पूछताछ करने का प्रयास किया, लेकिन वह चुप थी। इसके बाद छात्रा को लेकर थाने लाए। दो दिन से नहीं खाया खाना जब छात्रा से महिला आरक्षक ने पूछताछ की तो उसने बताया कि वह दो दिन से भूखी है। इसका पता चलते ही उसके लिए नाश्ता मंगाया। इसके बाद किशोरी रोने लगी और बताया कि वह कानपुर की रहने वाली है और उसके भाई अभय से विवाद हो गया, जिससे नाराज होकर उसने घर छोड़ दिया। पहले चित्रकूट फिर आई ग्वालियर छात्रा ने बताया कि घर से वह सीधे चित्रकूट पहुंची और एक दिन वहां पर रहने के बाद कानपुर लौटी, लेकिन नाराजगी के चलते वह घर नहीं गई और ग्वालियर आने वाली ट्रेन में बैठकर ग्वालियर आ गई। यहां पर कोई ठिकाना नहीं होने पर गुमसुम बैठी थी। पुलिस ने उसके परिजनों से बात की तो पता चला कि किशोरी की गुमशुदगी कानपुर में दर्ज है और कानपुर पुलिस के साथ ही परिजन उसे ले जाने के लिए रवाना हो गए थे। रविवार रात को परिजन ग्वालियर पहुंचे। नाबालिग छात्रा को पूरी जांच के बाद उनके सुपुर्द कर दिया गया है।

ग्वालियर के स्टेशन बजरिया से मिली कानपुर की छात्रा:भाई से झगड़ा होने पर नाराज होकर घर से निकल गई थी नाबालिग
भाई से झगड़ा होने पर नाराज नाबालिग छात्रा घर से निकल गई थी। तीन दिन अलग-अलग शहरों में भटकने के बाद वह रविवार को ग्वालियर आई और स्टेशन बजरिया में जाकर गुमसुम बैठ गई। उसको देखकर लोगों ने बात करने की कोशिश की, लेकिन छात्रा ने बात नहीं कर रही थी। शंका होने पर लोगों ने पुलिस को सूचना दी। गश्त पर निकले पड़ाव थाना प्रभारी संतोष सिंह मौके पर पहुंचे और छात्रा को थाने लाकर पूछताछ की तो वह रोने लगी। छात्रा ने बताया कि भाई से विवाद के बाद वह घर छोड़ आई है। इसका पता चलते ही पुलिस ने उसके परिजन के साथ ही कानपुर पुलिस को सूचना दी। पड़ाव थाना प्रभारी संतोष सिंह भदौरिया ने बताया कि सूचना मिली थी कि बजरिया में एक छात्रा अकेली गुमसुम बैठी है और उसके साथ कोई नहीं है। उससे लोगों ने पूछताछ करने का प्रयास किया, लेकिन वह कुछ बता नहीं रही है। इसका पता चलते ही वह एएसआई रामभुवन, आरक्षक अनिल, बलराम के साथ मौके पर पहुंचे, वहां पर एक सत्रह वर्षीय छात्रा बैठी हुई थी। उससे पूछताछ करने का प्रयास किया, लेकिन वह चुप थी। इसके बाद छात्रा को लेकर थाने लाए। दो दिन से नहीं खाया खाना जब छात्रा से महिला आरक्षक ने पूछताछ की तो उसने बताया कि वह दो दिन से भूखी है। इसका पता चलते ही उसके लिए नाश्ता मंगाया। इसके बाद किशोरी रोने लगी और बताया कि वह कानपुर की रहने वाली है और उसके भाई अभय से विवाद हो गया, जिससे नाराज होकर उसने घर छोड़ दिया। पहले चित्रकूट फिर आई ग्वालियर छात्रा ने बताया कि घर से वह सीधे चित्रकूट पहुंची और एक दिन वहां पर रहने के बाद कानपुर लौटी, लेकिन नाराजगी के चलते वह घर नहीं गई और ग्वालियर आने वाली ट्रेन में बैठकर ग्वालियर आ गई। यहां पर कोई ठिकाना नहीं होने पर गुमसुम बैठी थी। पुलिस ने उसके परिजनों से बात की तो पता चला कि किशोरी की गुमशुदगी कानपुर में दर्ज है और कानपुर पुलिस के साथ ही परिजन उसे ले जाने के लिए रवाना हो गए थे। रविवार रात को परिजन ग्वालियर पहुंचे। नाबालिग छात्रा को पूरी जांच के बाद उनके सुपुर्द कर दिया गया है।