जंगल में मिला तेंदुए का शव:पोस्टमार्टम में सभी अंग सुरक्षित, अफसर बोले- प्राकृतिक मौत है
जंगल में मिला तेंदुए का शव:पोस्टमार्टम में सभी अंग सुरक्षित, अफसर बोले- प्राकृतिक मौत है
मंडला के जंगलों में तेंदुए का शव मिला है। वन विभाग के अधिकारियों के अनुसार 22 जनवरी को वन परिक्षेत्र बम्हनी में ऑपरेशन वाइल्ड ट्रैप के दौरान शव मिला। तेंदुआ करीब 7 साल का बताया जा रहा है। उसकी मौत प्राकृतिक तौर पर हुई है। पश्चिम वनमंडल मंडला के वन मंडलाधिकारी नित्यानंतम एल ने बताया कि सूचना मिलते ही एनटीसीए और मुख्य वन्यजीव अभिरक्षक कार्यालय के दिशा-निर्देशों के अनुसार कार्रवाई की गई। घटनास्थल को सुरक्षित कर डॉग स्क्वायड की मदद से आसपास के क्षेत्र की जांच की गई। कान्हा टाइगर रिजर्व के वरिष्ठ वन्यप्राणी चिकित्सक डॉ. संदीप अग्रवाल, मंडला के वेटरनरी डॉक्टर आर.एन. मुरमुदे और नैनपुर की वेटरनरी डॉ. निवेदिता कुशराम की टीम ने पोस्टमार्टम किया। जांच में तेंदुए के सभी अंग सुरक्षित पाए गए और मृत्यु प्राकृतिक कारणों से होना पाया गया। वन विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों, स्थानीय प्रशासन और एनटीसीए के प्रतिनिधि की उपस्थिति में शव का अंतिम संस्कार किया गया। वन विभाग ने मामले में प्रकरण दर्ज कर जांच में लिया है।
मंडला के जंगलों में तेंदुए का शव मिला है। वन विभाग के अधिकारियों के अनुसार 22 जनवरी को वन परिक्षेत्र बम्हनी में ऑपरेशन वाइल्ड ट्रैप के दौरान शव मिला। तेंदुआ करीब 7 साल का बताया जा रहा है। उसकी मौत प्राकृतिक तौर पर हुई है। पश्चिम वनमंडल मंडला के वन मंडलाधिकारी नित्यानंतम एल ने बताया कि सूचना मिलते ही एनटीसीए और मुख्य वन्यजीव अभिरक्षक कार्यालय के दिशा-निर्देशों के अनुसार कार्रवाई की गई। घटनास्थल को सुरक्षित कर डॉग स्क्वायड की मदद से आसपास के क्षेत्र की जांच की गई। कान्हा टाइगर रिजर्व के वरिष्ठ वन्यप्राणी चिकित्सक डॉ. संदीप अग्रवाल, मंडला के वेटरनरी डॉक्टर आर.एन. मुरमुदे और नैनपुर की वेटरनरी डॉ. निवेदिता कुशराम की टीम ने पोस्टमार्टम किया। जांच में तेंदुए के सभी अंग सुरक्षित पाए गए और मृत्यु प्राकृतिक कारणों से होना पाया गया। वन विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों, स्थानीय प्रशासन और एनटीसीए के प्रतिनिधि की उपस्थिति में शव का अंतिम संस्कार किया गया। वन विभाग ने मामले में प्रकरण दर्ज कर जांच में लिया है।