डेंगू के 18, चिकनगुनिया 39, मलेरिया के 5 पेशेंट मिले:एलआईजी कॉलोनी में संक्रमण फैला तो जागा विभाग, दवा का छिड़काव होगा
डेंगू के 18, चिकनगुनिया 39, मलेरिया के 5 पेशेंट मिले:एलआईजी कॉलोनी में संक्रमण फैला तो जागा विभाग, दवा का छिड़काव होगा
खंडवा जिले में अब तक डेंगू के 18, चिकनगुनिया के 39 और मलेरिया के पांच पॉजिटिव केस सामने आए हैं। जबकि फीवर से बीमार लोगों की संख्या हर मोहल्ले और वार्ड में बढ़ रही है। डेंगू-चिकनगुनिया का संक्रमण काल जुलाई से नवंबर महीने तक रहता है। मलेरिया विभाग पिछले साल जिन क्षेत्रों में पॉजिटिव मरीज आए थे वहां पर सर्वे कर दवाओं का छिड़काव करता है। इस मामले में जिला मलेरिया विभाग अब तक फेल रहा है। शहरी क्षेत्र में पिछले साल भी डेंगू और चिकनगुनिया के मरीज आए थे। वायरल फीवर के साथ लोग डेंगू और चिकनगुनिया से भी पीड़ित होने पर निजी अस्पताल में अपना इलाज कराकर ठीक हुए। जिला मलेरिया विभाग जब तक सैंपल का एलाइजा टेस्ट न हो तब तक डेंगू पॉजिटिव किसी को नहीं मानता है। ऐसे में बीमार लोग अपने फैमिली डॉक्टर और निजी हॉस्पिटल में इलाज कराने में ज्यादा भरोसा करते है। शहर में 7 दिन तक चलेगा लार्वा फीवर सर्वे
शहर की एलआईजी कॉलोनी में चिकनगुनिया के मरीज मिलने के बाद अब आशा और एएनएम 50 वार्डों में 7 दिन तक लार्वा फीवर सर्वे करेगी, वहीं चिकनगुनिया के मरीजों की पॉजिटिव रिपोर्ट आने पर मलेरिया और निगम की टीम भी एलआईजी कॉलोनी में घर-घर जाकर सर्वे कर रही है। बता दें कि डेंगू, चिकनगुनिया और मलेरिया के संक्रमित मरीज मिलने पर जिला मलेरिया विभाग सर्वे कर फीवर सैंपल और दवा छिड़काव की योजना पर काम करती है। वहीं स्थानीय निकाय मलेरिया विभाग के साथ सर्वे में लार्वा मिलने पर संबंधित के खिलाफ जुर्माना लगाता है। मलेरिया अधिकारी करणसिंह भूरिया ने लोगों से उनके घरों में पांच दिन बाद साफ पानी के कंटेनर को खाली करने के साथ अपने आसपास सफाई रखने के निर्देश दिए।
खंडवा जिले में अब तक डेंगू के 18, चिकनगुनिया के 39 और मलेरिया के पांच पॉजिटिव केस सामने आए हैं। जबकि फीवर से बीमार लोगों की संख्या हर मोहल्ले और वार्ड में बढ़ रही है। डेंगू-चिकनगुनिया का संक्रमण काल जुलाई से नवंबर महीने तक रहता है। मलेरिया विभाग पिछले साल जिन क्षेत्रों में पॉजिटिव मरीज आए थे वहां पर सर्वे कर दवाओं का छिड़काव करता है। इस मामले में जिला मलेरिया विभाग अब तक फेल रहा है। शहरी क्षेत्र में पिछले साल भी डेंगू और चिकनगुनिया के मरीज आए थे। वायरल फीवर के साथ लोग डेंगू और चिकनगुनिया से भी पीड़ित होने पर निजी अस्पताल में अपना इलाज कराकर ठीक हुए। जिला मलेरिया विभाग जब तक सैंपल का एलाइजा टेस्ट न हो तब तक डेंगू पॉजिटिव किसी को नहीं मानता है। ऐसे में बीमार लोग अपने फैमिली डॉक्टर और निजी हॉस्पिटल में इलाज कराने में ज्यादा भरोसा करते है। शहर में 7 दिन तक चलेगा लार्वा फीवर सर्वे
शहर की एलआईजी कॉलोनी में चिकनगुनिया के मरीज मिलने के बाद अब आशा और एएनएम 50 वार्डों में 7 दिन तक लार्वा फीवर सर्वे करेगी, वहीं चिकनगुनिया के मरीजों की पॉजिटिव रिपोर्ट आने पर मलेरिया और निगम की टीम भी एलआईजी कॉलोनी में घर-घर जाकर सर्वे कर रही है। बता दें कि डेंगू, चिकनगुनिया और मलेरिया के संक्रमित मरीज मिलने पर जिला मलेरिया विभाग सर्वे कर फीवर सैंपल और दवा छिड़काव की योजना पर काम करती है। वहीं स्थानीय निकाय मलेरिया विभाग के साथ सर्वे में लार्वा मिलने पर संबंधित के खिलाफ जुर्माना लगाता है। मलेरिया अधिकारी करणसिंह भूरिया ने लोगों से उनके घरों में पांच दिन बाद साफ पानी के कंटेनर को खाली करने के साथ अपने आसपास सफाई रखने के निर्देश दिए।