नमी की कमी के चलते नहीं बरस रहे बादल:बारिश के लिए नमी का प्रतिशत 70 तक जरूरी; अगले 48 घंटों में पहुंचेगा मानसून

भीषण गर्मी की मार झेलने के बाद लोग अब उमस से परेशान हैं। हालांकि अब उन्हें अगले 48 घंटे में राहत मिल सकती है। क्योंकि मानसून दस्तक देने को तैयार है। लेकिन अभी दो दिनों तक कानपुरवासियों को उमस वाली गर्मी का सामना करना पड़ेगा। इस दौरान बूंदाबांदी और हल्की बारिश हो सकती है। मौसम विज्ञानियों के अनुसार मानसून की अच्छी वर्षा के संकेत मिल रहे हैं। इसलिए नहीं बरस रहे बादल शहर के मौसम में नमी के घटते स्तर ने मौसम विज्ञानियों की चिंता बढ़ा रखी है। लेकिन शनिवार की शाम तेज हवा के साथ बदले मौसम ने नए संकेत देने शुरू कर दिए हैं। अब अगले दो दिन के दौरान उमस वाली गर्मी होने के आसार हैं। उमस बढ़ने के साथ मौसम में बादलों की मौजूदगी बढ़ेगी। 10 फीसदी नमी का स्तर कम सीएसए यूनिवर्सिटी के मौसम विज्ञानी डा. एसएन सुनील पांडेय ने बताया कि बदली की आवाजाही और दिन में होने वाली तेज धूप से छिटपुट बारिश की संभावना भी बनी हुई है लेकिन इसके बावजूद उमस वाली गर्मी लोगों को परेशान करेगी। बारिश के लिए हवा में नमी का प्रतिशत 70 तक होना चाहिए, जिसके बाद अच्छी बारिश होती है। लेकिन अभी इसका स्तर 10 फीसदी कम बना हुआ है। नमी में इजाफा होना जरूरी शनिवार को दिन का अधिकतम तापमान 39 और न्यूनतम तापमान 29.8 डिग्री सेल्सियस रहा है। हवा में नमी भी 62 प्रतिशत है। इस स्थिति में जब कभी तेज धूप के दौरान बादल आएंगे और नमी का प्रतिशत बढ़‌कर 10 तक चला जाएगा तो थोड़ी देर के लिए वर्षा हो सकती है। बादल बन रहे, बरस नहीं रहे मौसम विज्ञानी के मुताबिक दो दिन बाद मानसून के आने के आसार बन रहे हैं। पश्चिमी विक्षोभ के साथ ही अरब सागर से आने वाली हवाएं और तराई के मौसम की हवाएं आपस में टकरा रही हैं। वहीं गर्मी और नमी के चलते बादल तो बन रहे हैं, लेकिन बरस नहीं पा रहे हैं।

नमी की कमी के चलते नहीं बरस रहे बादल:बारिश के लिए नमी का प्रतिशत 70 तक जरूरी; अगले 48 घंटों में पहुंचेगा मानसून
भीषण गर्मी की मार झेलने के बाद लोग अब उमस से परेशान हैं। हालांकि अब उन्हें अगले 48 घंटे में राहत मिल सकती है। क्योंकि मानसून दस्तक देने को तैयार है। लेकिन अभी दो दिनों तक कानपुरवासियों को उमस वाली गर्मी का सामना करना पड़ेगा। इस दौरान बूंदाबांदी और हल्की बारिश हो सकती है। मौसम विज्ञानियों के अनुसार मानसून की अच्छी वर्षा के संकेत मिल रहे हैं। इसलिए नहीं बरस रहे बादल शहर के मौसम में नमी के घटते स्तर ने मौसम विज्ञानियों की चिंता बढ़ा रखी है। लेकिन शनिवार की शाम तेज हवा के साथ बदले मौसम ने नए संकेत देने शुरू कर दिए हैं। अब अगले दो दिन के दौरान उमस वाली गर्मी होने के आसार हैं। उमस बढ़ने के साथ मौसम में बादलों की मौजूदगी बढ़ेगी। 10 फीसदी नमी का स्तर कम सीएसए यूनिवर्सिटी के मौसम विज्ञानी डा. एसएन सुनील पांडेय ने बताया कि बदली की आवाजाही और दिन में होने वाली तेज धूप से छिटपुट बारिश की संभावना भी बनी हुई है लेकिन इसके बावजूद उमस वाली गर्मी लोगों को परेशान करेगी। बारिश के लिए हवा में नमी का प्रतिशत 70 तक होना चाहिए, जिसके बाद अच्छी बारिश होती है। लेकिन अभी इसका स्तर 10 फीसदी कम बना हुआ है। नमी में इजाफा होना जरूरी शनिवार को दिन का अधिकतम तापमान 39 और न्यूनतम तापमान 29.8 डिग्री सेल्सियस रहा है। हवा में नमी भी 62 प्रतिशत है। इस स्थिति में जब कभी तेज धूप के दौरान बादल आएंगे और नमी का प्रतिशत बढ़‌कर 10 तक चला जाएगा तो थोड़ी देर के लिए वर्षा हो सकती है। बादल बन रहे, बरस नहीं रहे मौसम विज्ञानी के मुताबिक दो दिन बाद मानसून के आने के आसार बन रहे हैं। पश्चिमी विक्षोभ के साथ ही अरब सागर से आने वाली हवाएं और तराई के मौसम की हवाएं आपस में टकरा रही हैं। वहीं गर्मी और नमी के चलते बादल तो बन रहे हैं, लेकिन बरस नहीं पा रहे हैं।