बड़े दादाजी की बरसी पर देशभर से पहुंचे श्रद्वालु:सुबह आरती के बाद दर्शन शुरू, रात में 108 दीपों से महाआरती, हवन और भंडारा

आज बड़े दादाजी श्री केशवानंद महाराज का बरसी उत्सव मनाया जा रहा है। बाहर से आने वाले भक्त एक दिन पहले से धूनीवाला आश्रम में डंटे हुए है। सुबह समाधि स्नान, प्रात: आरती के बाद दर्शन शुरू हो गए हैं। शाम को सत्यनारायण भगवान की कथा के साथ रात में 108 दीपों की महाआरती होगी। साल में सात बार महाआरती की जाती है अगहन सुदी की समाधि के तेरस पर दादाजी के दर्शन करने के लिए प्रदेश के विभिन्न स्थानों के साथ ही बैतूल, छिंदवाड़ा, नागपुर, पुणे, मुंबई, दिल्ली सहित अन्य क्षेत्रों से भी दादाजी के सैकड़ों भक्त एक दिन पहले ही आ गए हैं। मंदिर में नियमित कार्यक्रमों के अलावा रात 7.30 बजे 108 दीपक से बड़ी आरती होगी। मंदिर में साल में सात बार महाआरती की जाती है। सभी 80 कक्ष बुक हुए भक्त निवास के सभी 80 कक्ष बुक हो गए हैं। बरसी उत्सव पर शुक्रवार सुबह 5 बजे समाधि स्नान, प्रातः कालीन आरती 5 बजे भोग, बड़ी आरती 7.30, इसके बाद समाधि सेवा, दोपहर 3.30 बजे समाधि पर अभिषेक, 5 बजे सायंकाल आरती, सत्यनारायण कथा 6 बजे, रात्रि पर्व की बड़ी आरती 8 बजे होगी। समाधि सेवा के बाद रात 10.30 बजे बड़ा हवन और भंडारा होगा।

बड़े दादाजी की बरसी पर देशभर से पहुंचे श्रद्वालु:सुबह आरती के बाद दर्शन शुरू, रात में 108 दीपों से महाआरती, हवन और भंडारा
आज बड़े दादाजी श्री केशवानंद महाराज का बरसी उत्सव मनाया जा रहा है। बाहर से आने वाले भक्त एक दिन पहले से धूनीवाला आश्रम में डंटे हुए है। सुबह समाधि स्नान, प्रात: आरती के बाद दर्शन शुरू हो गए हैं। शाम को सत्यनारायण भगवान की कथा के साथ रात में 108 दीपों की महाआरती होगी। साल में सात बार महाआरती की जाती है अगहन सुदी की समाधि के तेरस पर दादाजी के दर्शन करने के लिए प्रदेश के विभिन्न स्थानों के साथ ही बैतूल, छिंदवाड़ा, नागपुर, पुणे, मुंबई, दिल्ली सहित अन्य क्षेत्रों से भी दादाजी के सैकड़ों भक्त एक दिन पहले ही आ गए हैं। मंदिर में नियमित कार्यक्रमों के अलावा रात 7.30 बजे 108 दीपक से बड़ी आरती होगी। मंदिर में साल में सात बार महाआरती की जाती है। सभी 80 कक्ष बुक हुए भक्त निवास के सभी 80 कक्ष बुक हो गए हैं। बरसी उत्सव पर शुक्रवार सुबह 5 बजे समाधि स्नान, प्रातः कालीन आरती 5 बजे भोग, बड़ी आरती 7.30, इसके बाद समाधि सेवा, दोपहर 3.30 बजे समाधि पर अभिषेक, 5 बजे सायंकाल आरती, सत्यनारायण कथा 6 बजे, रात्रि पर्व की बड़ी आरती 8 बजे होगी। समाधि सेवा के बाद रात 10.30 बजे बड़ा हवन और भंडारा होगा।