जबलपुर में घर से नाबालिग को भगाने की साजिश:शादी का झांसा देकर युवक ले जा रहा था साथ; माता-पिता ने रेलवे स्टेशन पर पकड़ा

जबलपुर पुलिस ने 14 साल की नाबालिग किशोरी को बहला-फुसलाकर भगाने के आरोप में बिहार के एक युवक को गिरफ्तार किया है। आरोपी का नाम शहाबुद्दीन है, जो मुंबई में एक प्राइवेट जॉब करता है। शहाबुद्दीन ने सुमित नाम से अपना फर्जी परिचय देकर किशोरी से इंस्टाग्राम पर दोस्ती की थी। करीब एक साल तक सोशल मीडिया और कॉल पर बातचीत के बाद, आरोपी ने किशोरी को शादी का झांसा देकर जबरन अपने साथ ले जाने की योजना बनाई। इस दौरान, जब किशोरी के माता-पिता को उसकी गतिविधियों पर शक हुआ, तो उन्होंने उसे फटकार लगाई और उस पर नजर रखनी शुरू कर दी। लेकिन, 24 फरवरी की रात, जब परिवार के सभी सदस्य सो रहे थे, किशोरी अपना मोबाइल लेकर घर से भाग गई और आरोपी के साथ जाने की कोशिश करने लगी। सुबह 3 बजे घर पहुंचा शहाबुद्दीन जबलपुर के गोरखपुर में रहने वाली इस नाबालिग किशोरी को शादी का झांसा देकर भगाने की योजना पहले से ही बनाई गई थी। 24 फरवरी की शाम को सुमित बने शहाबुद्दीन ने किशोरी को फोन कर बताया कि वह पहले ही जबलपुर पहुंच चुका है। रात करीब 3 बजे, जब घर के सभी लोग गहरी नींद में थे, किशोरी अपनी मां का मोबाइल लेकर घर से भाग गई। 25 फरवरी की सुबह 6 बजे, जब घर में नल से पानी आया, तो किशोरी की मां की नींद खुली। उन्होंने देखा कि उनकी बेटी अपनी बड़ी बहन के साथ नहीं थी। अचानक हुई इस घटना से पूरे मोहल्ले में हड़कंप मच गया। परिवार और पड़ोसियों ने किशोरी को आसपास और उसकी सहेलियों के घर पर खोजने की कोशिश की। प्लेटफार्म पर लड़के के साथ दिखी नाबालिग, परिजन ने पकड़ा जब किशोरी का कोई पता नहीं चला,किशोरी की एक सहेली ने उसके माता-पिता को बताया कि वह किसी लड़के से उसका फोन लेकर बात करती है और उसके साथ मुंबई जाने को कह रही थी। इतना सुनते ही किशोरी के माता-पिता के साथ उनके पड़ोस वाले लकड़ी की तलाश में जबलपुर रेलवे स्टेशन पहुंचे और सभी प्लेटफार्म पर उसे ढूंढना शुरू कर दिया। इस बीच, घोषणा (अनाउंसमेंट) हुई कि हावड़ा से मुंबई जाने वाली ट्रेन प्लेटफॉर्म नंबर 1 पर आने वाली है। किशोरी की मां को अचानक याद आया कि उसकी बेटी ने मुंबई जाने की बात कही थी। परिवार के सदस्य तेजी से प्लेटफॉर्म नंबर 1 पर पहुंचे। जैसे ही वे वहां पहुंचे, उन्होंने सीढ़ियों से एक लड़के के साथ उतरती हुई अपनी बेटी को देखा। बिना समय गंवाए, परिवार वालों ने दोनों को पकड़ लिया और तुरंत जीआरपी पुलिस को सूचना दी। कुछ ही देर में पुलिस स्टेशन पहुंची और दोनों को हिरासत में ले लिया। छिपकर शहाबुद्दीन से करती थी बात किशोरी की बहन ने बताया कि एक महीने पहले, उनकी एक सहेली ने जानकारी दी थी कि किशोरी स्कूल से छुट्टी के बाद उसके घर आती थी और वहां से किसी लड़के से फोन पर बात करती थी। जब माता-पिता को इस बारे में पता चला, तो उन्होंने उसे डांटा और लड़के का नाम पूछा। तब किशोरी ने बताया कि वह सुमित नाम के लड़के से बात करती है, जो मुंबई में रहता है। इसके बाद, माता-पिता ने किशोरी से मोबाइल फोन छीन लिया, लेकिन वह रात में छिपकर कभी भाई तो कभी बहन का मोबाइल लेकर बात करती थी। अगर थोड़ी देर हो जाती, तो मिलना मुश्किल था किशोरी के परिजन और पड़ोसी मंगलवार को सुबह 6 बजे से ही उसे अलग-अलग जगह तलाश कर रहे थे। जब तक वे बस स्टैंड और अन्य संभावित स्थानों पर ढूंढते रहे, तब तक मुंबई जाने वाली ट्रेन के आने का समय हो चुका था। किशोरी की बहन का कहना है कि सुबह से लेकर दोपहर तक बस स्टैंड और आसपास इसे ढूंढ रहे थे, अगर रेलवे स्टेशन पहुंचने में थोड़ी देर और हो जाती तो फिर लड़की को मिलना मुश्किल था। हिंदू सेवा परिषद के कार्यकर्ता पहुंचे थाने जब हिंदू सेवा परिषद को इस घटना की जानकारी मिली, तो संगठन के कार्यकर्ता गोरखपुर थाने पहुंचे और आरोपी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। परिषद के अध्यक्ष अतुल जैसवानी ने इस घटना को लव जिहाद और मानव तस्करी से जुड़ा मामला बताया। उन्होंने कहा कि किशोरी सौभाग्यशाली थी कि समय रहते बचा ली गई। जैसवानी ने आरोप लगाया कि, आरोपी शहाबुद्दीन ने नाम बदलकर किशोरी को बहलाने-फुसलाने और अपहरण करने की कोशिश की थी। अतुल जैसवानी का दावा है कि शहाबुद्दीन जैसे लोग हिंदू लड़कियों से झूठी पहचान बनाकर दोस्ती करते हैं, जो लव जिहाद है। उन्होंने यह भी कहा कि यह मामला मानव तस्करी से जुड़ा हो सकता है और आरोपी किसी बड़े आपराधिक नेटवर्क का हिस्सा हो सकता है। आरोपी पर अपहरण का मामला दर्ज किशोरी के परिजनों की शिकायत पर गोरखपुर थाना पुलिस ने आरोपी शहाबुद्दीन उर्फ सुमित के खिलाफ अपहरण का मामला दर्ज कर लिया है। थाना प्रभारी नितिन कमल ने बताया कि शहाबुद्दीन और किशोरी की दोस्ती इंस्टाग्राम पर हुई थी। आरोपी ने किशोरी को अपना नाम सुमित बताया था और शादी का झांसा देकर भगाने की योजना बनाई थी। फिलहाल, आरोपी पुलिस की गिरफ्त में है और उसके परिजनों को पूछताछ के लिए जबलपुर बुलाया जा रहा है।

जबलपुर में घर से नाबालिग को भगाने की साजिश:शादी का झांसा देकर युवक ले जा रहा था साथ; माता-पिता ने रेलवे स्टेशन पर पकड़ा
जबलपुर पुलिस ने 14 साल की नाबालिग किशोरी को बहला-फुसलाकर भगाने के आरोप में बिहार के एक युवक को गिरफ्तार किया है। आरोपी का नाम शहाबुद्दीन है, जो मुंबई में एक प्राइवेट जॉब करता है। शहाबुद्दीन ने सुमित नाम से अपना फर्जी परिचय देकर किशोरी से इंस्टाग्राम पर दोस्ती की थी। करीब एक साल तक सोशल मीडिया और कॉल पर बातचीत के बाद, आरोपी ने किशोरी को शादी का झांसा देकर जबरन अपने साथ ले जाने की योजना बनाई। इस दौरान, जब किशोरी के माता-पिता को उसकी गतिविधियों पर शक हुआ, तो उन्होंने उसे फटकार लगाई और उस पर नजर रखनी शुरू कर दी। लेकिन, 24 फरवरी की रात, जब परिवार के सभी सदस्य सो रहे थे, किशोरी अपना मोबाइल लेकर घर से भाग गई और आरोपी के साथ जाने की कोशिश करने लगी। सुबह 3 बजे घर पहुंचा शहाबुद्दीन जबलपुर के गोरखपुर में रहने वाली इस नाबालिग किशोरी को शादी का झांसा देकर भगाने की योजना पहले से ही बनाई गई थी। 24 फरवरी की शाम को सुमित बने शहाबुद्दीन ने किशोरी को फोन कर बताया कि वह पहले ही जबलपुर पहुंच चुका है। रात करीब 3 बजे, जब घर के सभी लोग गहरी नींद में थे, किशोरी अपनी मां का मोबाइल लेकर घर से भाग गई। 25 फरवरी की सुबह 6 बजे, जब घर में नल से पानी आया, तो किशोरी की मां की नींद खुली। उन्होंने देखा कि उनकी बेटी अपनी बड़ी बहन के साथ नहीं थी। अचानक हुई इस घटना से पूरे मोहल्ले में हड़कंप मच गया। परिवार और पड़ोसियों ने किशोरी को आसपास और उसकी सहेलियों के घर पर खोजने की कोशिश की। प्लेटफार्म पर लड़के के साथ दिखी नाबालिग, परिजन ने पकड़ा जब किशोरी का कोई पता नहीं चला,किशोरी की एक सहेली ने उसके माता-पिता को बताया कि वह किसी लड़के से उसका फोन लेकर बात करती है और उसके साथ मुंबई जाने को कह रही थी। इतना सुनते ही किशोरी के माता-पिता के साथ उनके पड़ोस वाले लकड़ी की तलाश में जबलपुर रेलवे स्टेशन पहुंचे और सभी प्लेटफार्म पर उसे ढूंढना शुरू कर दिया। इस बीच, घोषणा (अनाउंसमेंट) हुई कि हावड़ा से मुंबई जाने वाली ट्रेन प्लेटफॉर्म नंबर 1 पर आने वाली है। किशोरी की मां को अचानक याद आया कि उसकी बेटी ने मुंबई जाने की बात कही थी। परिवार के सदस्य तेजी से प्लेटफॉर्म नंबर 1 पर पहुंचे। जैसे ही वे वहां पहुंचे, उन्होंने सीढ़ियों से एक लड़के के साथ उतरती हुई अपनी बेटी को देखा। बिना समय गंवाए, परिवार वालों ने दोनों को पकड़ लिया और तुरंत जीआरपी पुलिस को सूचना दी। कुछ ही देर में पुलिस स्टेशन पहुंची और दोनों को हिरासत में ले लिया। छिपकर शहाबुद्दीन से करती थी बात किशोरी की बहन ने बताया कि एक महीने पहले, उनकी एक सहेली ने जानकारी दी थी कि किशोरी स्कूल से छुट्टी के बाद उसके घर आती थी और वहां से किसी लड़के से फोन पर बात करती थी। जब माता-पिता को इस बारे में पता चला, तो उन्होंने उसे डांटा और लड़के का नाम पूछा। तब किशोरी ने बताया कि वह सुमित नाम के लड़के से बात करती है, जो मुंबई में रहता है। इसके बाद, माता-पिता ने किशोरी से मोबाइल फोन छीन लिया, लेकिन वह रात में छिपकर कभी भाई तो कभी बहन का मोबाइल लेकर बात करती थी। अगर थोड़ी देर हो जाती, तो मिलना मुश्किल था किशोरी के परिजन और पड़ोसी मंगलवार को सुबह 6 बजे से ही उसे अलग-अलग जगह तलाश कर रहे थे। जब तक वे बस स्टैंड और अन्य संभावित स्थानों पर ढूंढते रहे, तब तक मुंबई जाने वाली ट्रेन के आने का समय हो चुका था। किशोरी की बहन का कहना है कि सुबह से लेकर दोपहर तक बस स्टैंड और आसपास इसे ढूंढ रहे थे, अगर रेलवे स्टेशन पहुंचने में थोड़ी देर और हो जाती तो फिर लड़की को मिलना मुश्किल था। हिंदू सेवा परिषद के कार्यकर्ता पहुंचे थाने जब हिंदू सेवा परिषद को इस घटना की जानकारी मिली, तो संगठन के कार्यकर्ता गोरखपुर थाने पहुंचे और आरोपी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। परिषद के अध्यक्ष अतुल जैसवानी ने इस घटना को लव जिहाद और मानव तस्करी से जुड़ा मामला बताया। उन्होंने कहा कि किशोरी सौभाग्यशाली थी कि समय रहते बचा ली गई। जैसवानी ने आरोप लगाया कि, आरोपी शहाबुद्दीन ने नाम बदलकर किशोरी को बहलाने-फुसलाने और अपहरण करने की कोशिश की थी। अतुल जैसवानी का दावा है कि शहाबुद्दीन जैसे लोग हिंदू लड़कियों से झूठी पहचान बनाकर दोस्ती करते हैं, जो लव जिहाद है। उन्होंने यह भी कहा कि यह मामला मानव तस्करी से जुड़ा हो सकता है और आरोपी किसी बड़े आपराधिक नेटवर्क का हिस्सा हो सकता है। आरोपी पर अपहरण का मामला दर्ज किशोरी के परिजनों की शिकायत पर गोरखपुर थाना पुलिस ने आरोपी शहाबुद्दीन उर्फ सुमित के खिलाफ अपहरण का मामला दर्ज कर लिया है। थाना प्रभारी नितिन कमल ने बताया कि शहाबुद्दीन और किशोरी की दोस्ती इंस्टाग्राम पर हुई थी। आरोपी ने किशोरी को अपना नाम सुमित बताया था और शादी का झांसा देकर भगाने की योजना बनाई थी। फिलहाल, आरोपी पुलिस की गिरफ्त में है और उसके परिजनों को पूछताछ के लिए जबलपुर बुलाया जा रहा है।