बदमाश कपिल यादव ने कोर्ट में किया सरेंडर, भेजा जेल:सराफा कारोबारी बाप-बेटे की हत्या की कोशिश में पुलिस ने जमानत कराई थी कैंसिल

ग्वालियर में जमानत पर जेल से बाहर आने के बाद बदमाश पुलिस पर भारी पड़ने लगे, तो पुलिस ने ऐसे बदमाशों को चिह्नित कर उनकी जमानत रद्द कराने का कदम उठाया है। मुरार के आपराधिक रिकॉर्ड वाले बदमाश कपिल यादव पर सर्राफा कारोबारी पिता-पुत्र पर जानलेवा हमला करने और धमकाने जैसे कई मामले दर्ज हैं। कुछ दिन पहले कपिल यादव जमानत पर बाहर आया था, लेकिन फिर से उत्पात मचाना शुरू कर दिया। इसी के चलते पुलिस ने उसकी जमानत रद्द कराने की प्रक्रिया शुरू की। कोर्ट से जमानत रद्द होने के बाद बदमाश कपिल यादव ने बुधवार को कोर्ट में सरेंडर कर दिया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया। फिलहाल एक अन्य मामले में उसकी जमानत न्यायालय में विचाराधीन है, जिसे भी जल्द कैंसिल कराया जाएगा। सर्राफा कारोबारी पर हमले और आगजनी के मामले में शामिल था कपिल शहर के मुरार थाना प्रभारी मदन मोहन मालवीय ने बताया कि सर्राफा कारोबारी महावीर जैन पर हमला करने और आगजनी की घटना में शामिल आरोपी कपिल यादव की जमानत रद्द करने की याचिका मुरार थाना पुलिस ने न्यायालय में दायर की थी। इसके बाद न्यायालय ने कपिल यादव की जमानत रद्द कर उसे 15 दिन के भीतर कोर्ट में सरेंडर करने का आदेश दिया था। समय से पहले ही कपिल यादव ने कोर्ट में हाजिर होकर सरेंडर किया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया। पुलिस ने अब तक 17 अपराधियों की जमानत कराई कैंसिल जमानत पर बाहर आकर अपराध करने के मामलों में पुलिस ने अब तक 57 बदमाशों को चिह्नित किया है। इनकी जमानत रद्द कराने के लिए याचिका न्यायालय में दायर की गई है, जिनमें से अब तक 17 बदमाशों की जमानत रद्द कराई जा चुकी है। वहीं, 40 अन्य मामलों में याचिकाएं विचाराधीन हैं, जिन्हें जल्द ही रद्द कराने की प्रक्रिया पूरी की जाएगी। जमानत सुधरने का मौका, बदमाशी बर्दाश्त नहीं ग्वालियर पुलिस का कहना है कि जमानत पर आने का मतलब है कि आरोपी को खुद को सुधारने का मौका दिया गया है। यदि जमानत पर आने के बाद भी बदमाशी जारी रहती है, तो पुलिस वैधानिक कार्रवाई करने में कोई कसर नहीं छोड़ेगी। एक बार जमानत रद्द होने के बाद आरोपी को दोबारा जमानत मिलना बेहद मुश्किल हो जाता है। इसलिए जमानत पर आने वालों को सुधरने की नसीहत दी गई है। कार्रवाई जारी रहेगी इस मामले में ग्वालियर एसपी धर्मवीर सिंह ने कहा कि आम जनता की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पुलिस लगातार बदमाशों के खिलाफ कार्रवाई कर रही है। अब तक 17 बदमाशों की जमानत कैंसिल कराकर उन्हें जेल भिजवाया गया है। यह कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी।

बदमाश कपिल यादव ने कोर्ट में किया सरेंडर, भेजा जेल:सराफा कारोबारी बाप-बेटे की हत्या की कोशिश में पुलिस ने जमानत कराई थी कैंसिल
ग्वालियर में जमानत पर जेल से बाहर आने के बाद बदमाश पुलिस पर भारी पड़ने लगे, तो पुलिस ने ऐसे बदमाशों को चिह्नित कर उनकी जमानत रद्द कराने का कदम उठाया है। मुरार के आपराधिक रिकॉर्ड वाले बदमाश कपिल यादव पर सर्राफा कारोबारी पिता-पुत्र पर जानलेवा हमला करने और धमकाने जैसे कई मामले दर्ज हैं। कुछ दिन पहले कपिल यादव जमानत पर बाहर आया था, लेकिन फिर से उत्पात मचाना शुरू कर दिया। इसी के चलते पुलिस ने उसकी जमानत रद्द कराने की प्रक्रिया शुरू की। कोर्ट से जमानत रद्द होने के बाद बदमाश कपिल यादव ने बुधवार को कोर्ट में सरेंडर कर दिया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया। फिलहाल एक अन्य मामले में उसकी जमानत न्यायालय में विचाराधीन है, जिसे भी जल्द कैंसिल कराया जाएगा। सर्राफा कारोबारी पर हमले और आगजनी के मामले में शामिल था कपिल शहर के मुरार थाना प्रभारी मदन मोहन मालवीय ने बताया कि सर्राफा कारोबारी महावीर जैन पर हमला करने और आगजनी की घटना में शामिल आरोपी कपिल यादव की जमानत रद्द करने की याचिका मुरार थाना पुलिस ने न्यायालय में दायर की थी। इसके बाद न्यायालय ने कपिल यादव की जमानत रद्द कर उसे 15 दिन के भीतर कोर्ट में सरेंडर करने का आदेश दिया था। समय से पहले ही कपिल यादव ने कोर्ट में हाजिर होकर सरेंडर किया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया। पुलिस ने अब तक 17 अपराधियों की जमानत कराई कैंसिल जमानत पर बाहर आकर अपराध करने के मामलों में पुलिस ने अब तक 57 बदमाशों को चिह्नित किया है। इनकी जमानत रद्द कराने के लिए याचिका न्यायालय में दायर की गई है, जिनमें से अब तक 17 बदमाशों की जमानत रद्द कराई जा चुकी है। वहीं, 40 अन्य मामलों में याचिकाएं विचाराधीन हैं, जिन्हें जल्द ही रद्द कराने की प्रक्रिया पूरी की जाएगी। जमानत सुधरने का मौका, बदमाशी बर्दाश्त नहीं ग्वालियर पुलिस का कहना है कि जमानत पर आने का मतलब है कि आरोपी को खुद को सुधारने का मौका दिया गया है। यदि जमानत पर आने के बाद भी बदमाशी जारी रहती है, तो पुलिस वैधानिक कार्रवाई करने में कोई कसर नहीं छोड़ेगी। एक बार जमानत रद्द होने के बाद आरोपी को दोबारा जमानत मिलना बेहद मुश्किल हो जाता है। इसलिए जमानत पर आने वालों को सुधरने की नसीहत दी गई है। कार्रवाई जारी रहेगी इस मामले में ग्वालियर एसपी धर्मवीर सिंह ने कहा कि आम जनता की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पुलिस लगातार बदमाशों के खिलाफ कार्रवाई कर रही है। अब तक 17 बदमाशों की जमानत कैंसिल कराकर उन्हें जेल भिजवाया गया है। यह कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी।