बीएसपी में हड़ताल का मिलाजुला दिखा असर:बड़ी संख्या में लोग पहुंचे ड्यूटी, यूनियन लगातार उन्हें रोकने में जुटा
बीएसपी में हड़ताल का मिलाजुला दिखा असर:बड़ी संख्या में लोग पहुंचे ड्यूटी, यूनियन लगातार उन्हें रोकने में जुटा
स्टील अथारिटी ऑफ इंडिया यानि सेल की सभी इकाइयों में आज सभी यूनियन के लोग मिलकर हड़ताल कर रहे हैं। भिलाई स्टील प्लांट में इसका मिलाजुला ही असर देखने को मिला। जहां बड़ी संख्या में लोग सुबह से हड़ताल पर बैठे हैं तो वहीं बड़ी संख्या में कर्माचीर ड्यूटी पर भी पहुंच रहे हैं। भिलाई स्टील प्लांट की सभी 11 ट्रेड यूनियन के नेता अपने समर्थकों के साथ झंडा बैनर लेकर सोमवार सुबह 5 बजे से बीएसपी के सभी गेट के पास पहुंचे हुए हैं। वो लोग लगातार अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं। सड़कों पर खड़े होकर अपनी मांगों को मनाने नारेबाजी कर रहे हैं। यूनियन के नेताओं ने दावा कियाय था कि उनकी हड़ताल शत प्रतिशत सफल रहेगी और कोई कर्मचारी ड्यूटी पर नहीं जाएगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। प्लांट के अंदर बड़ी संख्या में कर्मचारी ड्यूटी पर पहुंचे। वहीं बाहर हड़ताल में भी बड़ी संख्या में समर्थन देते हुए खड़े रहे। इस दौरान बड़ी संख्या में कर्मचारी छुट्टी लेकर अपने घर पर ही बैठ गए हैं। कुलमिलाकर कहा जाए तो हड़ताल का असर मिलाजुला रहा। कर्मचारी नेताओं का कहना है कि उनका 39 महीने का एरियर बीएसपी ने नहीं दिया। ठेका मजदूर और सेल कर्मचारियों की कटौती की जा रही है। उनको मिलने वाली सुविधाओं में कटौती की जा रही हैं, जो कि गलत है। इन प्रमुख मांगों के साथ ही उनकी और भी कई मांगे हैं, जिसे उन्होंने प्रबंधन के सामने रखा है। अभी ये हड़ताल 24 घंटे की है, यदि मांगे नहीं मानी गई तो सभी यूनियन के नेता और बड़ा आंदोलन करने की रूपरेखा तैयार करेंगे। बीएसपी कर्मियों को ड्यूटी जाने से रोकते दिखे हड़ताली बीएसपी के सभी 11 यूनियन के नेता हड़ताल को सफल बनाने के लिए अपनी पूरी ताकत लगा रहे हैं। बीएसपी सेल की सबसे बड़ी यूनिट है, इसलिए यहां हड़ताल का सफल होना सबसे अहम बताया जा रहा है। इसको देखते हुए हड़ताली बीएसपी कर्मी बीएसपी के सभी गेट पर खड़े होकर उन कर्मियों को रोकने का प्रयास कर रहे हैं, जो अपनी शिफ्ट में ड्यूटी जा रहे हैं। उन्हें जबरदस्ती रोककर ड्यूटी नहीं जाने दिया जा रहा है। इसको लेकर कई जगह विवाद की स्थिति भी देखने को मिल रही है। हालांकि पुलिस बल इतनी बड़ी संख्या में लगा है कि वो हर जगह पहुंचकर यूनियन नेताओं को ऐसा करने से रोक रही है। ऐसा कहा जा रहा है कि रात में लगभग 2 हजार से अधिक कर्मचारियों को हड़तालियों ने ड्यूटी जाने से रोककर घर वापस भेज दिया है। कई जगहों पर दिख रहा सन्नाटा भिलाई स्टील प्लांट में भी हड़ताल को लेकर जितना दावा किया जा रहा था, वैसा कहीं नहीं दिखा। हर तरफ सन्नाटा पसरा हुआ है। मेन गेट पर सीटू और बोरिया गेट पर इंटक और बीएमएस के बैनर लिए हड़ताली दिख रहे हैं। अन्य गेट पर एचएमएस, लोइमू, एटक, एक्टू, स्टील वर्कर्स यूनियन, इस्पात श्रमिक मंच के झंडे नजर आ रहे हैं। बीएसपी प्रबंधन ने ली राहत की सांस हड़ताल पर खड़े यूनियन के नेता बीएसपी कर्मचारियों को हर गेट पर रोकने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन उनकी लाख कोशिश के बाद भी किसी भी गेट से कोई कर्मचारी वापस नहीं लौट रहा है। चंद मिनट के ठहराव के बाद कर्मचारियों को ड्यूटी जाने दिया जा रहा है। इस वजह से बीएसपी प्रबंधन के साथ जिला प्रशासन ने भी राहत की सांस ली है। रेल मिल, यूआरएम और क्रेन ऑपरेशन से जुड़े कर्मचारियों के बारे में बताया जा रहा है कि वे ड्यूटी नहीं गए हैं। कर्मचारी खुद से ही ड्यूटी से नदारद हैं।
स्टील अथारिटी ऑफ इंडिया यानि सेल की सभी इकाइयों में आज सभी यूनियन के लोग मिलकर हड़ताल कर रहे हैं। भिलाई स्टील प्लांट में इसका मिलाजुला ही असर देखने को मिला। जहां बड़ी संख्या में लोग सुबह से हड़ताल पर बैठे हैं तो वहीं बड़ी संख्या में कर्माचीर ड्यूटी पर भी पहुंच रहे हैं। भिलाई स्टील प्लांट की सभी 11 ट्रेड यूनियन के नेता अपने समर्थकों के साथ झंडा बैनर लेकर सोमवार सुबह 5 बजे से बीएसपी के सभी गेट के पास पहुंचे हुए हैं। वो लोग लगातार अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं। सड़कों पर खड़े होकर अपनी मांगों को मनाने नारेबाजी कर रहे हैं। यूनियन के नेताओं ने दावा कियाय था कि उनकी हड़ताल शत प्रतिशत सफल रहेगी और कोई कर्मचारी ड्यूटी पर नहीं जाएगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। प्लांट के अंदर बड़ी संख्या में कर्मचारी ड्यूटी पर पहुंचे। वहीं बाहर हड़ताल में भी बड़ी संख्या में समर्थन देते हुए खड़े रहे। इस दौरान बड़ी संख्या में कर्मचारी छुट्टी लेकर अपने घर पर ही बैठ गए हैं। कुलमिलाकर कहा जाए तो हड़ताल का असर मिलाजुला रहा। कर्मचारी नेताओं का कहना है कि उनका 39 महीने का एरियर बीएसपी ने नहीं दिया। ठेका मजदूर और सेल कर्मचारियों की कटौती की जा रही है। उनको मिलने वाली सुविधाओं में कटौती की जा रही हैं, जो कि गलत है। इन प्रमुख मांगों के साथ ही उनकी और भी कई मांगे हैं, जिसे उन्होंने प्रबंधन के सामने रखा है। अभी ये हड़ताल 24 घंटे की है, यदि मांगे नहीं मानी गई तो सभी यूनियन के नेता और बड़ा आंदोलन करने की रूपरेखा तैयार करेंगे। बीएसपी कर्मियों को ड्यूटी जाने से रोकते दिखे हड़ताली बीएसपी के सभी 11 यूनियन के नेता हड़ताल को सफल बनाने के लिए अपनी पूरी ताकत लगा रहे हैं। बीएसपी सेल की सबसे बड़ी यूनिट है, इसलिए यहां हड़ताल का सफल होना सबसे अहम बताया जा रहा है। इसको देखते हुए हड़ताली बीएसपी कर्मी बीएसपी के सभी गेट पर खड़े होकर उन कर्मियों को रोकने का प्रयास कर रहे हैं, जो अपनी शिफ्ट में ड्यूटी जा रहे हैं। उन्हें जबरदस्ती रोककर ड्यूटी नहीं जाने दिया जा रहा है। इसको लेकर कई जगह विवाद की स्थिति भी देखने को मिल रही है। हालांकि पुलिस बल इतनी बड़ी संख्या में लगा है कि वो हर जगह पहुंचकर यूनियन नेताओं को ऐसा करने से रोक रही है। ऐसा कहा जा रहा है कि रात में लगभग 2 हजार से अधिक कर्मचारियों को हड़तालियों ने ड्यूटी जाने से रोककर घर वापस भेज दिया है। कई जगहों पर दिख रहा सन्नाटा भिलाई स्टील प्लांट में भी हड़ताल को लेकर जितना दावा किया जा रहा था, वैसा कहीं नहीं दिखा। हर तरफ सन्नाटा पसरा हुआ है। मेन गेट पर सीटू और बोरिया गेट पर इंटक और बीएमएस के बैनर लिए हड़ताली दिख रहे हैं। अन्य गेट पर एचएमएस, लोइमू, एटक, एक्टू, स्टील वर्कर्स यूनियन, इस्पात श्रमिक मंच के झंडे नजर आ रहे हैं। बीएसपी प्रबंधन ने ली राहत की सांस हड़ताल पर खड़े यूनियन के नेता बीएसपी कर्मचारियों को हर गेट पर रोकने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन उनकी लाख कोशिश के बाद भी किसी भी गेट से कोई कर्मचारी वापस नहीं लौट रहा है। चंद मिनट के ठहराव के बाद कर्मचारियों को ड्यूटी जाने दिया जा रहा है। इस वजह से बीएसपी प्रबंधन के साथ जिला प्रशासन ने भी राहत की सांस ली है। रेल मिल, यूआरएम और क्रेन ऑपरेशन से जुड़े कर्मचारियों के बारे में बताया जा रहा है कि वे ड्यूटी नहीं गए हैं। कर्मचारी खुद से ही ड्यूटी से नदारद हैं।