बैगा आदिवासियों ने एसडीएम ऑफिस का किया घेराव:विस्थापन और रोजगार समेत आठ मांगों को लेकर सीएम को सौंपा ज्ञापन
बैगा आदिवासियों ने एसडीएम ऑफिस का किया घेराव:विस्थापन और रोजगार समेत आठ मांगों को लेकर सीएम को सौंपा ज्ञापन
सीधम के कुसमी में मंगलवार को बैगा आदिवासी समुदाय ने प्रदर्शन किया। बैगा विकास संगठन और राष्ट्रीय दलित एवं आदिवासी महासभा के बैनर तले सैकड़ों आदिवासियों ने रैली निकाली। राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय भारती, जिला अध्यक्ष गौरीशंकर बैगा और ब्लॉक अध्यक्ष प्रेमलाल बैगा के नेतृत्व में प्रदर्शनकारियों ने एसडीएम कार्यालय का घेराव किया। मुख्यमंत्री के नाम सौंपे गए ज्ञापन में विस्थापन, रोजगार, शिक्षा और शोषण से जुड़ी 8 मांगें रखी गईं। संजय भारती ने कहा कि कुसमी क्षेत्र के शिक्षित युवा बेरोजगारी झेल रहे हैं। आदिवासियों का विस्थापन उनकी सहमति के बिना किया जा रहा है। कम पढ़े-लिखे लोगों से जबरन दस्तावेजों पर हस्ताक्षर कराए जाते हैं। उनके खातों में आए मुआवजे के पैसे बिचौलिए हड़प जाते हैं। कहा- पेड़ों के नीचे रहने को मजबूर परिवार विस्थापित परिवार आज भी जंगलों में पेड़ों के नीचे रहने को मजबूर हैं। प्रशासन ने उन्हें न तो वैकल्पिक भूमि दी है और न ही बुनियादी सुविधाएं। पीड़ितों को न्याय दिलाने के लिए आदिवासी समुदाय एकजुट हुआ है। एसडीएम प्रिया पाठक ने ज्ञापन स्वीकार करते हुए क्षेत्रीय मुद्दों पर जल्द कार्रवाई का आश्वासन दिया। इस दौरान तहसीलदार एकता शुक्ला और नायब तहसीलदार नारायण सिंह भी मौजूद रहे। बैगा समुदाय ने चेतावनी दी है कि मांगें पूरी नहीं होने पर आंदोलन और तेज किया जाएगा।
सीधम के कुसमी में मंगलवार को बैगा आदिवासी समुदाय ने प्रदर्शन किया। बैगा विकास संगठन और राष्ट्रीय दलित एवं आदिवासी महासभा के बैनर तले सैकड़ों आदिवासियों ने रैली निकाली। राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय भारती, जिला अध्यक्ष गौरीशंकर बैगा और ब्लॉक अध्यक्ष प्रेमलाल बैगा के नेतृत्व में प्रदर्शनकारियों ने एसडीएम कार्यालय का घेराव किया। मुख्यमंत्री के नाम सौंपे गए ज्ञापन में विस्थापन, रोजगार, शिक्षा और शोषण से जुड़ी 8 मांगें रखी गईं। संजय भारती ने कहा कि कुसमी क्षेत्र के शिक्षित युवा बेरोजगारी झेल रहे हैं। आदिवासियों का विस्थापन उनकी सहमति के बिना किया जा रहा है। कम पढ़े-लिखे लोगों से जबरन दस्तावेजों पर हस्ताक्षर कराए जाते हैं। उनके खातों में आए मुआवजे के पैसे बिचौलिए हड़प जाते हैं। कहा- पेड़ों के नीचे रहने को मजबूर परिवार विस्थापित परिवार आज भी जंगलों में पेड़ों के नीचे रहने को मजबूर हैं। प्रशासन ने उन्हें न तो वैकल्पिक भूमि दी है और न ही बुनियादी सुविधाएं। पीड़ितों को न्याय दिलाने के लिए आदिवासी समुदाय एकजुट हुआ है। एसडीएम प्रिया पाठक ने ज्ञापन स्वीकार करते हुए क्षेत्रीय मुद्दों पर जल्द कार्रवाई का आश्वासन दिया। इस दौरान तहसीलदार एकता शुक्ला और नायब तहसीलदार नारायण सिंह भी मौजूद रहे। बैगा समुदाय ने चेतावनी दी है कि मांगें पूरी नहीं होने पर आंदोलन और तेज किया जाएगा।