शासकीय साइंस कॉलेज में छात्रों ने किया विरोध प्रदर्शन:सप्लीमेंट्री का सेकेंड अटेम्प्ट एग्जाम जल्दी कराने की मांग
शासकीय साइंस कॉलेज में छात्रों ने किया विरोध प्रदर्शन:सप्लीमेंट्री का सेकेंड अटेम्प्ट एग्जाम जल्दी कराने की मांग
जबलपुर के शासकीय आदर्श विज्ञान महाविद्यालय के छात्रों ने प्रिंसिपल कार्यालय के सामने नारेबाजी करते हुए विरोध प्रदर्शन किया। छात्रों का आरोप है कि कॉलेज के प्रथम, द्वितीय, और तृतीय वर्ष के 100 से ज्यादा छात्र-छात्राओं को दूसरी बार सप्लीमेंट्री आई है। नई शिक्षा नीति के तहत छात्रों को सेकेंड टाइम पूरक परीक्षा देने का मौका दिया जाता है लेकिन कॉलेज प्रबंधन सेकेंड अटेम्प्ट सप्लीमेंट्री की परीक्षा मुख्य परीक्षा के साथ कराने की बात कर रहा है। इससे छात्रों का न केवल एक साल बर्बाद होगा, बल्कि अगली क्लास की पढ़ाई में भी वे पीछे रह जाएंगे। छात्रों का कहना है कि पहले तो कॉलेज प्रबंधन ने सप्लीमेंट्री के सेकेंड अटेम्प्ट का एग्जाम जल्दी लेने से मना कर दिया था लेकिन जब उन्होंने छात्रों का भविष्य खराब होने का हवाला दिया तब प्राचार्य एएल महोबिया ने शासन स्तर पर बातचीत करके परीक्षा सम्पन्न कराने की बात कही है। छात्रों में आक्रोश साइंस कॉलेज के छात्र अभिषेक ने बताया कि कॉलेज के प्राचार्य, छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। विद्यार्थियों को न्यू एजुकेशन पॉलिसी के तहत दो बार पूरक परीक्षाएं देने का मौका प्रदान किया जाता है और यदि जनवरी में पूरक परीक्षाएं आयोजित नहीं की गई तो छात्रों का साल बर्बाद हो जाएगा और मई में मेन एग्जाम के साथ सप्लीमेंट्री के पेपर होंगे तो उनका कोर्स भी पिछड़ जाएगा। ऐसे में छात्रों पर पढ़ाई का बोझ बढ़ जाएगा। कॉलेज के प्राचार्य एएल महोबिया का कहना है- छात्रों की मांग है कि सप्लीमेंट्री की परीक्षा इसी माह में आयोजित करा दी जाए लेकिन ऐसा संभव नहीं है इसके लिए शासन स्तर पर बातचीत की जाएगी और शासन से अनुमति मिलने पर एग्जाम आयोजित किया जाएगा।
जबलपुर के शासकीय आदर्श विज्ञान महाविद्यालय के छात्रों ने प्रिंसिपल कार्यालय के सामने नारेबाजी करते हुए विरोध प्रदर्शन किया। छात्रों का आरोप है कि कॉलेज के प्रथम, द्वितीय, और तृतीय वर्ष के 100 से ज्यादा छात्र-छात्राओं को दूसरी बार सप्लीमेंट्री आई है। नई शिक्षा नीति के तहत छात्रों को सेकेंड टाइम पूरक परीक्षा देने का मौका दिया जाता है लेकिन कॉलेज प्रबंधन सेकेंड अटेम्प्ट सप्लीमेंट्री की परीक्षा मुख्य परीक्षा के साथ कराने की बात कर रहा है। इससे छात्रों का न केवल एक साल बर्बाद होगा, बल्कि अगली क्लास की पढ़ाई में भी वे पीछे रह जाएंगे। छात्रों का कहना है कि पहले तो कॉलेज प्रबंधन ने सप्लीमेंट्री के सेकेंड अटेम्प्ट का एग्जाम जल्दी लेने से मना कर दिया था लेकिन जब उन्होंने छात्रों का भविष्य खराब होने का हवाला दिया तब प्राचार्य एएल महोबिया ने शासन स्तर पर बातचीत करके परीक्षा सम्पन्न कराने की बात कही है। छात्रों में आक्रोश साइंस कॉलेज के छात्र अभिषेक ने बताया कि कॉलेज के प्राचार्य, छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। विद्यार्थियों को न्यू एजुकेशन पॉलिसी के तहत दो बार पूरक परीक्षाएं देने का मौका प्रदान किया जाता है और यदि जनवरी में पूरक परीक्षाएं आयोजित नहीं की गई तो छात्रों का साल बर्बाद हो जाएगा और मई में मेन एग्जाम के साथ सप्लीमेंट्री के पेपर होंगे तो उनका कोर्स भी पिछड़ जाएगा। ऐसे में छात्रों पर पढ़ाई का बोझ बढ़ जाएगा। कॉलेज के प्राचार्य एएल महोबिया का कहना है- छात्रों की मांग है कि सप्लीमेंट्री की परीक्षा इसी माह में आयोजित करा दी जाए लेकिन ऐसा संभव नहीं है इसके लिए शासन स्तर पर बातचीत की जाएगी और शासन से अनुमति मिलने पर एग्जाम आयोजित किया जाएगा।