श्री श्रीसाहित्य सभा इंदौर की काव्य गोष्ठी:शीत लहर में आयोजित गोष्ठी में दिल की गहराइयों तक उतरी कविताएं

श्री श्रीसाहित्य सभा इंदौर के बैनर तले श्री महालक्ष्मी मंगल परिसर के सभागार में शीत लहर के बीच 3777वीं काव्य गोष्ठी का आयोजन किया गया। शीत लहर में आयोजित गोष्ठी में कविताएं दिल की गहराइयों तक उतरी। मालवी बोली की कवयित्री कुसुम मण्लोई मुख्य आतिथि थीं। युवा शायर डॉ. वासिफ काजी ने अध्यक्षता की। प्रसिद्ध गीतकार संतोष त्रिपाठी सुजान, मनोहरलाल सोनी बाबा साहब, नरेंद्र कुमार उपाध्याय नैन ने बेहतरीन रचनाएं सुनाई। सर्व प्रथम डाॅ. कृष्णा जोशी ने कार्यक्रम की शुरुआत सरस्वती वंदना से की। उसके पश्चात कमल मंडलोई विशेष अतिथि के रूप में शामिल हुए। आयोजन के सूत्रधार प्रसिद्ध गीतकार चकोर चतुर्वेदी थे।

श्री श्रीसाहित्य सभा इंदौर की काव्य गोष्ठी:शीत लहर में आयोजित गोष्ठी में दिल की गहराइयों तक उतरी कविताएं
श्री श्रीसाहित्य सभा इंदौर के बैनर तले श्री महालक्ष्मी मंगल परिसर के सभागार में शीत लहर के बीच 3777वीं काव्य गोष्ठी का आयोजन किया गया। शीत लहर में आयोजित गोष्ठी में कविताएं दिल की गहराइयों तक उतरी। मालवी बोली की कवयित्री कुसुम मण्लोई मुख्य आतिथि थीं। युवा शायर डॉ. वासिफ काजी ने अध्यक्षता की। प्रसिद्ध गीतकार संतोष त्रिपाठी सुजान, मनोहरलाल सोनी बाबा साहब, नरेंद्र कुमार उपाध्याय नैन ने बेहतरीन रचनाएं सुनाई। सर्व प्रथम डाॅ. कृष्णा जोशी ने कार्यक्रम की शुरुआत सरस्वती वंदना से की। उसके पश्चात कमल मंडलोई विशेष अतिथि के रूप में शामिल हुए। आयोजन के सूत्रधार प्रसिद्ध गीतकार चकोर चतुर्वेदी थे।