हरियाणा में शहडोल के CRPF जवान की मौत:चुनाव ड्यूटी के दौरान पड़ा था दिल का दौरा, आज पैतृक गांव लाया जाएगा शव

हरियाणा चुनाव में ड्यूटी के दौरान हृदय गति रुकने से शहडोल जिले के देवलौंद में रहने वाले 38 वर्षीय सीआरपीएफ जवान गोविंद प्रसाद मिश्रा की मौत हो गई। पार्थिव शरीर मंगलवार को उनके पैतृक गांव नादो अनहरा पहुंचेगा। गोविंद सीआरपीएफ भोपाल बटालियन में तैनात थे। फिलहाल हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए जिला कैथल के पुंडरी विधानसभा क्षेत्र में ड्यूटी पर थे। 7 अक्टूबर को ड्यूटी के दौरान उन्हें दिल का दौरा पड़ा और उनकी मौत हो गई। नौकरी और स्मारक की मांग गोविंद के निधन के बाद सोशल मीडिया पर उन्हें शहीद का दर्जा देने, उनके लिए स्मारक बनाने और उनके परिवार के किसी सदस्य को नौकरी देने की मांग उठ रही है। सबसे छोटा बच्चा सिर्फ 10 माह का चुनावी ड्यूटी के लिए हरियाणा रवाना होने से पहले मृतक सैनिक अपने परिवार को भोपाल से अपने गांव ले आया था। उसके तीन बच्चे हैं, जिनमें से एक सात वर्ष का है, दूसरा छह वर्ष का और सबसे छोटा बच्चा दस महीने का है।परिजन ने बताया कि सैनिक गोविंद परिवार से यह कहकर गया था कि जब वह चुनाव ड्यूटी से लौटकर आएगा तो वह परिवार को अपने साथ भोपाल ले जाएगा।

हरियाणा में शहडोल के CRPF जवान की मौत:चुनाव ड्यूटी के दौरान पड़ा था दिल का दौरा, आज पैतृक गांव लाया जाएगा शव
हरियाणा चुनाव में ड्यूटी के दौरान हृदय गति रुकने से शहडोल जिले के देवलौंद में रहने वाले 38 वर्षीय सीआरपीएफ जवान गोविंद प्रसाद मिश्रा की मौत हो गई। पार्थिव शरीर मंगलवार को उनके पैतृक गांव नादो अनहरा पहुंचेगा। गोविंद सीआरपीएफ भोपाल बटालियन में तैनात थे। फिलहाल हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए जिला कैथल के पुंडरी विधानसभा क्षेत्र में ड्यूटी पर थे। 7 अक्टूबर को ड्यूटी के दौरान उन्हें दिल का दौरा पड़ा और उनकी मौत हो गई। नौकरी और स्मारक की मांग गोविंद के निधन के बाद सोशल मीडिया पर उन्हें शहीद का दर्जा देने, उनके लिए स्मारक बनाने और उनके परिवार के किसी सदस्य को नौकरी देने की मांग उठ रही है। सबसे छोटा बच्चा सिर्फ 10 माह का चुनावी ड्यूटी के लिए हरियाणा रवाना होने से पहले मृतक सैनिक अपने परिवार को भोपाल से अपने गांव ले आया था। उसके तीन बच्चे हैं, जिनमें से एक सात वर्ष का है, दूसरा छह वर्ष का और सबसे छोटा बच्चा दस महीने का है।परिजन ने बताया कि सैनिक गोविंद परिवार से यह कहकर गया था कि जब वह चुनाव ड्यूटी से लौटकर आएगा तो वह परिवार को अपने साथ भोपाल ले जाएगा।