जिला पंचायत अध्यक्ष ने दोहराया-हां मैंने कहा नालायक:बोले-कांग्रेस के साथ हो रहा है दोयम दर्जे का व्यवहार; विधानसभा में भी उठवाएंगे प्रश्न
जिला पंचायत अध्यक्ष ने दोहराया-हां मैंने कहा नालायक:बोले-कांग्रेस के साथ हो रहा है दोयम दर्जे का व्यवहार; विधानसभा में भी उठवाएंगे प्रश्न
राजगढ़ में धन्वंतरि जयंती के अवसर पर कल नर्सिंग कॉलेज के वर्चुअल उद्घाटन के कार्यक्रम में शिलापट्ट में कांग्रेस के जिला पंचायत अध्यक्ष चंदर सिंह सौंधिया ने जब अपना नाम लिखा नहीं देखा तो उनकी सब्र का बांध टूट गया। जिसके बाद उन्होंने पीआईयू के जिला अधिकारी को नालायक कहते हुए खूब खरी खोटी सुना दी। चंदर सिंह सौंधिया के साथ हुई इस घटना के बाद दैनिक भास्कर ने चंदर सिंह सौंधिया बात की .. इस दौरान उन्होंने अपनी बात पर कायम रहते हुए चंदर सिंह सौंधिया ने कहा कि, हां मेने कहा है की आप इस तरह की नालायकी क्यों करते हो...आप नालायक हो...और मैंने इस मामले को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने चर्चा की। उन्होंने भी इस पर चिंता व्यक्त की है। अब कांग्रेस इस पूरे मामले को लेकर विधानसभा में इसका मुद्दा उठाएगी। इस पर भास्कर रिपोर्टर ने चंदर सिंह सौंधिया से सवाल किए, पढ़ते हैं उनके जवाब... आपने अपना विरोध दर्ज किया था, क्या मामला था ये? -ये नर्सिंग कॉलेज के भूमि पूजन के वर्चुअल का प्रोग्राम था, जो मोदीजी द्वारा किया जाना था और पिछले 1 साल से मैं देख रहा हूं, कि कांग्रेस समर्थित जितने भी जनप्रतिनिधि है, मैं जिला पंचायत का अध्यक्ष हूं, पूरे जिले की जनता ने मुझे चुना है। राज्य मंत्री का दर्जा है, मेरा अपमान हर जगह किया जाता है, जिला पंचायत का उपाध्यक्ष, जिला पंचायत के सदस्य हो, जनपद के अध्यक्ष हो, जनपद के सदस्य हो, सरपंच हो जो भी जो भी कांग्रेस समर्थित थे उनको भूमि पूजन, लोकार्पण और सरकारी कार्यक्रम से उनको दूर रखा जाता है और अभी सरकारी कार्यक्रमों का भाजपा करण कर दिया जाता है। भाजपा का मंडल अध्यक्ष और भाजपा का कार्यकर्ता सरकारी कार्यक्रमों का संचालन करता है। यहां कितनी दुर्भाग्यपूर्ण बात इस है इस प्रजातंत्र और इस देश के लिए। इस पर आज मैंने अपनी आपत्ति दर्ज की और कहां की इस तरह का अपमान नहीं चलेगा। आज भी क्या आपका नाम नही था यह पर? आज भी यहां देखिए कुर्सियों पर विधायक, मंत्री, पूर्व विधायक, फिर आखरी में कहीं जाकर एक कोने में मेरा नाम वहां लिखा गया है, उसके बाद आज जो भूमि पूजन हुआ है उसके शिलालेख पर मेरा नाम छोड़ा गया है। बाकी सब लोगों का नाम लिखा हुआ है। पीआईयू के अधिकारी थे उन्हें आपने नालायक बोला बिल्कुल मैंने बोला है आप इस तरह के नालायकी क्यों करते हो, आप नालायक हो, जो भाजपा की बातों में आते हो, आप तो शासकीय अधिकारी हो अपने तो शपथ ली है कि हम नियम से, संविधान से और कानून से चलेंगे। फिर भी आप भाजपा के दबाव में आकर इस तरह का जो षड्यंत्र और काम करते हो यहां गलत है। आप मंच के सामने धरने पर बैठे थे तो राज्य मंत्री खुद आपको उठाने आए थे? हां मैं धरने पर बैठा था तो कलेक्टर साहब और राज्य मंत्री गौतम टेटवाल जी मुझे उठाने आए और कहां के आगे से ऐसी गलती नहीं होगी, आप आइए और बैठिए। आज तो हुआ है यहां पर उसको लेकर कांग्रेस क्या करेगी? देखिए आज हुए मामले को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह जी ने भी चिंता व्यक्त की है। वह भी 10 साल मुख्यमंत्री रहे, उनके कार्यकाल में जो भी भाजपा का जनप्रतिनिधि था, उसका उन्होंने कभी अपमान नहीं किया, उसका हमेशा काम करते थे, और कांग्रेस आज हुए मामले का मुद्दा विधानसभा में उठाएगी, और यह कोई अकेला मामला नहीं है और भी हमारे पास कहीं मामले हैं जिनके मुद्दे कांग्रेस विधानसभा में उठाएगी।
राजगढ़ में धन्वंतरि जयंती के अवसर पर कल नर्सिंग कॉलेज के वर्चुअल उद्घाटन के कार्यक्रम में शिलापट्ट में कांग्रेस के जिला पंचायत अध्यक्ष चंदर सिंह सौंधिया ने जब अपना नाम लिखा नहीं देखा तो उनकी सब्र का बांध टूट गया। जिसके बाद उन्होंने पीआईयू के जिला अधिकारी को नालायक कहते हुए खूब खरी खोटी सुना दी। चंदर सिंह सौंधिया के साथ हुई इस घटना के बाद दैनिक भास्कर ने चंदर सिंह सौंधिया बात की .. इस दौरान उन्होंने अपनी बात पर कायम रहते हुए चंदर सिंह सौंधिया ने कहा कि, हां मेने कहा है की आप इस तरह की नालायकी क्यों करते हो...आप नालायक हो...और मैंने इस मामले को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने चर्चा की। उन्होंने भी इस पर चिंता व्यक्त की है। अब कांग्रेस इस पूरे मामले को लेकर विधानसभा में इसका मुद्दा उठाएगी। इस पर भास्कर रिपोर्टर ने चंदर सिंह सौंधिया से सवाल किए, पढ़ते हैं उनके जवाब... आपने अपना विरोध दर्ज किया था, क्या मामला था ये? -ये नर्सिंग कॉलेज के भूमि पूजन के वर्चुअल का प्रोग्राम था, जो मोदीजी द्वारा किया जाना था और पिछले 1 साल से मैं देख रहा हूं, कि कांग्रेस समर्थित जितने भी जनप्रतिनिधि है, मैं जिला पंचायत का अध्यक्ष हूं, पूरे जिले की जनता ने मुझे चुना है। राज्य मंत्री का दर्जा है, मेरा अपमान हर जगह किया जाता है, जिला पंचायत का उपाध्यक्ष, जिला पंचायत के सदस्य हो, जनपद के अध्यक्ष हो, जनपद के सदस्य हो, सरपंच हो जो भी जो भी कांग्रेस समर्थित थे उनको भूमि पूजन, लोकार्पण और सरकारी कार्यक्रम से उनको दूर रखा जाता है और अभी सरकारी कार्यक्रमों का भाजपा करण कर दिया जाता है। भाजपा का मंडल अध्यक्ष और भाजपा का कार्यकर्ता सरकारी कार्यक्रमों का संचालन करता है। यहां कितनी दुर्भाग्यपूर्ण बात इस है इस प्रजातंत्र और इस देश के लिए। इस पर आज मैंने अपनी आपत्ति दर्ज की और कहां की इस तरह का अपमान नहीं चलेगा। आज भी क्या आपका नाम नही था यह पर? आज भी यहां देखिए कुर्सियों पर विधायक, मंत्री, पूर्व विधायक, फिर आखरी में कहीं जाकर एक कोने में मेरा नाम वहां लिखा गया है, उसके बाद आज जो भूमि पूजन हुआ है उसके शिलालेख पर मेरा नाम छोड़ा गया है। बाकी सब लोगों का नाम लिखा हुआ है। पीआईयू के अधिकारी थे उन्हें आपने नालायक बोला बिल्कुल मैंने बोला है आप इस तरह के नालायकी क्यों करते हो, आप नालायक हो, जो भाजपा की बातों में आते हो, आप तो शासकीय अधिकारी हो अपने तो शपथ ली है कि हम नियम से, संविधान से और कानून से चलेंगे। फिर भी आप भाजपा के दबाव में आकर इस तरह का जो षड्यंत्र और काम करते हो यहां गलत है। आप मंच के सामने धरने पर बैठे थे तो राज्य मंत्री खुद आपको उठाने आए थे? हां मैं धरने पर बैठा था तो कलेक्टर साहब और राज्य मंत्री गौतम टेटवाल जी मुझे उठाने आए और कहां के आगे से ऐसी गलती नहीं होगी, आप आइए और बैठिए। आज तो हुआ है यहां पर उसको लेकर कांग्रेस क्या करेगी? देखिए आज हुए मामले को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह जी ने भी चिंता व्यक्त की है। वह भी 10 साल मुख्यमंत्री रहे, उनके कार्यकाल में जो भी भाजपा का जनप्रतिनिधि था, उसका उन्होंने कभी अपमान नहीं किया, उसका हमेशा काम करते थे, और कांग्रेस आज हुए मामले का मुद्दा विधानसभा में उठाएगी, और यह कोई अकेला मामला नहीं है और भी हमारे पास कहीं मामले हैं जिनके मुद्दे कांग्रेस विधानसभा में उठाएगी।