नेपानगर में निकली दिंडी यात्रा:श्रद्धालुओं ने रात 3 बजे ताप्ती नदी में किया स्नान, एक महाने तक जारी रहेगा आयोजन

नेपानगर के ग्राम अंबाड़ा में शुक्रवार सुबह 4 बजे ग्रामीणों ने दिंडी यात्रा निकाली। इससे पहले रात 3 बजे श्रद्धालुओं ने ताप्ती नदी में स्नान किया। दादाजी धाम से निकली यात्रा पूरे गांव का भ्रमण कर वापस मंदिर लौटी। बता दें कि इस यात्रा का आयोजन कार्तिक माह के अवसर पर किया गया था। ग्राम के अरुण सनासे ने बताया आगे भी एक महीने तक दिंडी यात्रा निकाली जाएगी। साथ ही उन्होंने सभी ग्रामीणों से दिंडी यात्रा में शामिल होने की अपील करते हुए कहा कि कार्तिक मास शुरू हो चुका है। हिंदू धर्म में स्नान, दान, पुण्य कर्म, धार्मिक अनुष्ठान के लिए कार्तिक मास को पवित्र महीना माना जाता है। भगवान विष्णु को कार्तिक माह बहुत प्रिय है। यह चातुर्मास का चौथा महीना कहलाता है। भगवान कार्तिकेय के नाम पर कार्तिक माह का नाम अंबाड़ा के पुजारी पंडित पुरुषोत्तम महाराज के ने बताया कि कार्तिक माह को महिलाओं के व्रत के लिए महत्वपूर्ण माना गया है, क्योंकि इन दिनों सूर्योदय से पहले उठना, सूर्य की पूजा करने, कार्तिक माह की पवित्र कथा सुनने से जीवन के आध्यात्मिक, भौतिक, मानसिक दबाव और सभी प्रकार के पाप नष्ट होते हैं। इस महीने का नाम भगवान कार्तिकेय के नाम से पड़ा है।

नेपानगर में निकली दिंडी यात्रा:श्रद्धालुओं ने रात 3 बजे ताप्ती नदी में किया स्नान, एक महाने तक जारी रहेगा आयोजन
नेपानगर के ग्राम अंबाड़ा में शुक्रवार सुबह 4 बजे ग्रामीणों ने दिंडी यात्रा निकाली। इससे पहले रात 3 बजे श्रद्धालुओं ने ताप्ती नदी में स्नान किया। दादाजी धाम से निकली यात्रा पूरे गांव का भ्रमण कर वापस मंदिर लौटी। बता दें कि इस यात्रा का आयोजन कार्तिक माह के अवसर पर किया गया था। ग्राम के अरुण सनासे ने बताया आगे भी एक महीने तक दिंडी यात्रा निकाली जाएगी। साथ ही उन्होंने सभी ग्रामीणों से दिंडी यात्रा में शामिल होने की अपील करते हुए कहा कि कार्तिक मास शुरू हो चुका है। हिंदू धर्म में स्नान, दान, पुण्य कर्म, धार्मिक अनुष्ठान के लिए कार्तिक मास को पवित्र महीना माना जाता है। भगवान विष्णु को कार्तिक माह बहुत प्रिय है। यह चातुर्मास का चौथा महीना कहलाता है। भगवान कार्तिकेय के नाम पर कार्तिक माह का नाम अंबाड़ा के पुजारी पंडित पुरुषोत्तम महाराज के ने बताया कि कार्तिक माह को महिलाओं के व्रत के लिए महत्वपूर्ण माना गया है, क्योंकि इन दिनों सूर्योदय से पहले उठना, सूर्य की पूजा करने, कार्तिक माह की पवित्र कथा सुनने से जीवन के आध्यात्मिक, भौतिक, मानसिक दबाव और सभी प्रकार के पाप नष्ट होते हैं। इस महीने का नाम भगवान कार्तिकेय के नाम से पड़ा है।