पारदी गैंग ने डाली बिल्डिंग मटेरियल कारोबारी के घर डकैती:कारोबारी और पत्नी से मारपीट की थी, बताया- डकैती के लिए कैसे सांची से खंडवा पहुंचे

नेपानगर में 3 नवंबर को हुई डकैती की वारदात का पुलिस ने सोमवार को खुलासा कर दिया। सांची के पास गुलगांव रायसेन की पारदी गैंग ने डकैती डाली थी। गैंग के 13 सदस्यों ने नेपानगर में नवरात्रि पर रैकी कर दीपावली के 2 दिन बाद वारदात को अंजाम दिया था। 4 को पुलिस ने सांची गुलगांव से गिरफ्तार कर लिया है। उनके कब्जे से 4 बाइक जब्त की है। आरोपियों को पूछताछ के लिए रिमांड पर लिया गया है। एसपी देवेंद्र पाटीदार ने बताया 3 नवंबर की घटना के बाद डॉग स्क्वायड के साथ ही 100 से अधिक लोगों फिंगर प्रिंट मैच किए गए। इस आधार पुलिस को पता चला कि आरोपी पारदी गैंग के हैं। ये सांची के पास गुलगांंव के रहने वाले हैं। इनका मुख्य व्यवसाय नवरात्रि, दीपावली के अवसर पर गमले, फूल, गब्बारे आदि बेचना है। गैंग के सदस्य नवरात्रि मेले में नेपानगर आए थे। बुरहानपुर के रेणुका पुलिस लाइन में भी थे। वारदात का मास्टर माइंड अनिल और सोनी भी नेपानगर मेले में मौजूद थे। इसने पूरी रैकी की थी। रैकी कर आरोपियों अनुमान लगाया कि बिल्डिंग मटेरियल कारोबारी रौनक जैन के घर से कम से कम उन्हें डेढ़ से दो करोड़ रुपए मिलेंगे। इसके बाद उन्होंने डकैती डाली, लेकिन वे 1 लाख सात हजार रुपए नकद और सोने की अंगूठी, ब्रेसलेट, मंगलसूत्र और कड़ा आदि ही ले जा पाए थे। आरोपियों ने ऐसे दिया वारदात को अंजाम एसपी देवेंद्र पाटीदार के अनुसार अनिल, सोनी, सचिन उर्फ बबलू तीन लोग घटना से पहले सांची रायसेन में थे। वहा से ट्रेन से खंडवा आए। इसे बाद बुरहानपुर पहुंचे। पैसेंजर से नेपानगर उतरे और आउट साइड से जंगल, पुल से अलग-अलग बंटकर घटनास्थल पहुंचे। भगाने के लिए पहले ही आसपास से बाइक चोरी की। पहले कारोबारी रौनक जैन के यहां पीछे के रास्ते से घुसे, लेकिन जा नहीं सके, इसलिए फिर सामने से घुसे। चौकीदार को अपने कब्जे में लिया। दरवाजे खटखटाया और मारपीट करते हुए अंदर घुस गए। ब्रेसलेट, अंगूठी, चेन, एक लाख रुपए ले गए थे। सीसीटीवी कैमरों में उनकी एक-एक एक्टिविटी कैद हो गई। बसाड़ के पास बाइक मिलने से मिला पहला क्लू एसपी के अनुसार पुलिस को पहला क्लू तब मिला जब एक बसाड़ रोड पर एक केले के खेत के पास खड़ी मिली। बाद में बुरहानपुर में भी लोकेशन मिली। कुल तीन बाइक मिली। रेलवे स्टेशन पर सारे कैमरे चेक किए गए। वहां भी उपस्थिति मिली। नेपानगर का सारा डाटा लाखों की तादाद में देखा गया। कुछ नंबर सिलेक्ट किए जो सांची से जुड़े थे। कई तार एक साथ गुलगांव रायसेन से ही जुड़ रहे थे। 3 दिन तक 15 लोगों की टीम रायसेन के गुलगांव में डकैती ट्रेस करने में लगी रही। एक-एक की पहचान करने लगी तब खुलासा हुआ। वहां से आरोपियों को पकड़कर लाना आसान भी नहीं था, लेकिन फिर भी टीम ने 4 आरोपियों को पकड़ने में सफलता हासिल की। इन्हें किया गिरफ्तार अजय उर्फ बोल्की प्यारेलाल मोगिया पारदी, सुजीत पिता सुभाष पारदी दोनों निवासी गुलगांव रायसेन के अलावा सोहागपुर जिला नर्मदापुरम के रहने वाले दो आरोपी कांजरिया पिता मंगला, कालू पिता राजू को पकड़ा गया जो इन दो आरोपियों के रिश्तेदार हैं और वर्तमान में गुलगांव में ही रहते हैं। पूछताछ में अजय उर्फ बोलकिया ने बताया कि वह अपने साथी अनिल पिता सपेरा, सचिन, उर्फ बबलू पिता सन्नुलाल, सोनी पिता मोंगिया के साथ इस साल दशहरे के मेले में प्लास्टिक के गुलदस्ते, फुग्गे बेचने नेपानगर, बुरहानपुर आया था। यहीं रौनक जैन के वृंदावन कॉलोनी स्थित दुकान, मकान की रैकी थी। लाठी, डंडे, हथौड़ी लेकर ऊपर चढ़े। रौनक जैन से मारपीट की। उनकी पत्नी के जेवर छीने। एक लाख सात हजार रुपए भी ले गए। बाद में पांच-पांच हजार रुपए आपस में बांट लिए। आरोपियों से मंगलसूत्र का कुछ हिस्सा मिला जो टूट गया था। डकैती में दो आरोपी नोएडा की घटना में 9 दिन जेल में रहे एसपी के अनुसार डकैती के दो आरोपी अजय उर्फ बोलकी और अनिल पारधी द्वारा अन्य दो साथियों के साथ अशोक नगर में भी एक वारदात में शामिल थे। उनके खिलाफ आर्म्स एक्ट का मामला 2015 में दर्ज हुआ था। वहीं, उन्होंने नोएडा में भी एक बार डकैती का प्रयास किया था और करीब 9 दिन जेल में रहे थे। पुलिस ने आरोपियों को रिमांड पर लिया है। इसके साथ ही स्पॉट वेरीफिकेशन करा रहे हैं। सीसीटीवी साइंटिफिक वे में टीम वर्क किया गया। यह आरोपी अभी फरार आरोपी अनिल पिता सपेरा, सचिन उर्फ बब्लू पिता सन्नूलाल पादधी, गनी पिता चंगीराम पारधी, धौतरिया पिता कैलाश पारधी, गंगाराम पिता बाबु पारधी, सोनी पिता खब्बा मांगिया, लडिया उर्फ लड्डू गोपाल पिता माझ्या पारधी, समीर पिता अमित पारधी माँगिया, प्रभात पिता नेरसिंग, सभी निवासी गुलगांव जिला रायसेन फरार हैं।

पारदी गैंग ने डाली बिल्डिंग मटेरियल कारोबारी के घर डकैती:कारोबारी और पत्नी से मारपीट की थी, बताया- डकैती के लिए कैसे सांची से खंडवा पहुंचे
नेपानगर में 3 नवंबर को हुई डकैती की वारदात का पुलिस ने सोमवार को खुलासा कर दिया। सांची के पास गुलगांव रायसेन की पारदी गैंग ने डकैती डाली थी। गैंग के 13 सदस्यों ने नेपानगर में नवरात्रि पर रैकी कर दीपावली के 2 दिन बाद वारदात को अंजाम दिया था। 4 को पुलिस ने सांची गुलगांव से गिरफ्तार कर लिया है। उनके कब्जे से 4 बाइक जब्त की है। आरोपियों को पूछताछ के लिए रिमांड पर लिया गया है। एसपी देवेंद्र पाटीदार ने बताया 3 नवंबर की घटना के बाद डॉग स्क्वायड के साथ ही 100 से अधिक लोगों फिंगर प्रिंट मैच किए गए। इस आधार पुलिस को पता चला कि आरोपी पारदी गैंग के हैं। ये सांची के पास गुलगांंव के रहने वाले हैं। इनका मुख्य व्यवसाय नवरात्रि, दीपावली के अवसर पर गमले, फूल, गब्बारे आदि बेचना है। गैंग के सदस्य नवरात्रि मेले में नेपानगर आए थे। बुरहानपुर के रेणुका पुलिस लाइन में भी थे। वारदात का मास्टर माइंड अनिल और सोनी भी नेपानगर मेले में मौजूद थे। इसने पूरी रैकी की थी। रैकी कर आरोपियों अनुमान लगाया कि बिल्डिंग मटेरियल कारोबारी रौनक जैन के घर से कम से कम उन्हें डेढ़ से दो करोड़ रुपए मिलेंगे। इसके बाद उन्होंने डकैती डाली, लेकिन वे 1 लाख सात हजार रुपए नकद और सोने की अंगूठी, ब्रेसलेट, मंगलसूत्र और कड़ा आदि ही ले जा पाए थे। आरोपियों ने ऐसे दिया वारदात को अंजाम एसपी देवेंद्र पाटीदार के अनुसार अनिल, सोनी, सचिन उर्फ बबलू तीन लोग घटना से पहले सांची रायसेन में थे। वहा से ट्रेन से खंडवा आए। इसे बाद बुरहानपुर पहुंचे। पैसेंजर से नेपानगर उतरे और आउट साइड से जंगल, पुल से अलग-अलग बंटकर घटनास्थल पहुंचे। भगाने के लिए पहले ही आसपास से बाइक चोरी की। पहले कारोबारी रौनक जैन के यहां पीछे के रास्ते से घुसे, लेकिन जा नहीं सके, इसलिए फिर सामने से घुसे। चौकीदार को अपने कब्जे में लिया। दरवाजे खटखटाया और मारपीट करते हुए अंदर घुस गए। ब्रेसलेट, अंगूठी, चेन, एक लाख रुपए ले गए थे। सीसीटीवी कैमरों में उनकी एक-एक एक्टिविटी कैद हो गई। बसाड़ के पास बाइक मिलने से मिला पहला क्लू एसपी के अनुसार पुलिस को पहला क्लू तब मिला जब एक बसाड़ रोड पर एक केले के खेत के पास खड़ी मिली। बाद में बुरहानपुर में भी लोकेशन मिली। कुल तीन बाइक मिली। रेलवे स्टेशन पर सारे कैमरे चेक किए गए। वहां भी उपस्थिति मिली। नेपानगर का सारा डाटा लाखों की तादाद में देखा गया। कुछ नंबर सिलेक्ट किए जो सांची से जुड़े थे। कई तार एक साथ गुलगांव रायसेन से ही जुड़ रहे थे। 3 दिन तक 15 लोगों की टीम रायसेन के गुलगांव में डकैती ट्रेस करने में लगी रही। एक-एक की पहचान करने लगी तब खुलासा हुआ। वहां से आरोपियों को पकड़कर लाना आसान भी नहीं था, लेकिन फिर भी टीम ने 4 आरोपियों को पकड़ने में सफलता हासिल की। इन्हें किया गिरफ्तार अजय उर्फ बोल्की प्यारेलाल मोगिया पारदी, सुजीत पिता सुभाष पारदी दोनों निवासी गुलगांव रायसेन के अलावा सोहागपुर जिला नर्मदापुरम के रहने वाले दो आरोपी कांजरिया पिता मंगला, कालू पिता राजू को पकड़ा गया जो इन दो आरोपियों के रिश्तेदार हैं और वर्तमान में गुलगांव में ही रहते हैं। पूछताछ में अजय उर्फ बोलकिया ने बताया कि वह अपने साथी अनिल पिता सपेरा, सचिन, उर्फ बबलू पिता सन्नुलाल, सोनी पिता मोंगिया के साथ इस साल दशहरे के मेले में प्लास्टिक के गुलदस्ते, फुग्गे बेचने नेपानगर, बुरहानपुर आया था। यहीं रौनक जैन के वृंदावन कॉलोनी स्थित दुकान, मकान की रैकी थी। लाठी, डंडे, हथौड़ी लेकर ऊपर चढ़े। रौनक जैन से मारपीट की। उनकी पत्नी के जेवर छीने। एक लाख सात हजार रुपए भी ले गए। बाद में पांच-पांच हजार रुपए आपस में बांट लिए। आरोपियों से मंगलसूत्र का कुछ हिस्सा मिला जो टूट गया था। डकैती में दो आरोपी नोएडा की घटना में 9 दिन जेल में रहे एसपी के अनुसार डकैती के दो आरोपी अजय उर्फ बोलकी और अनिल पारधी द्वारा अन्य दो साथियों के साथ अशोक नगर में भी एक वारदात में शामिल थे। उनके खिलाफ आर्म्स एक्ट का मामला 2015 में दर्ज हुआ था। वहीं, उन्होंने नोएडा में भी एक बार डकैती का प्रयास किया था और करीब 9 दिन जेल में रहे थे। पुलिस ने आरोपियों को रिमांड पर लिया है। इसके साथ ही स्पॉट वेरीफिकेशन करा रहे हैं। सीसीटीवी साइंटिफिक वे में टीम वर्क किया गया। यह आरोपी अभी फरार आरोपी अनिल पिता सपेरा, सचिन उर्फ बब्लू पिता सन्नूलाल पादधी, गनी पिता चंगीराम पारधी, धौतरिया पिता कैलाश पारधी, गंगाराम पिता बाबु पारधी, सोनी पिता खब्बा मांगिया, लडिया उर्फ लड्डू गोपाल पिता माझ्या पारधी, समीर पिता अमित पारधी माँगिया, प्रभात पिता नेरसिंग, सभी निवासी गुलगांव जिला रायसेन फरार हैं।