ब्यावरा के सीएम राइज स्कूल में शिक्षकों की कमी:विद्यार्थियों ने राज्य मंत्री से की शिकायत, डीईओ को समाधान के निर्देश दिए

ब्यावरा सीएम राइज स्कूल में लंबे समय से शिक्षकों की कमी के कारण बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है। इस समस्या को लेकर सोमवार को पहली से 5वीं कक्षा तक के बच्चे राज्य मंत्री नारायण सिंह पंवार के घर पहुंचे। बच्चों ने मंत्री से अपनी पढ़ाई और स्कूल की स्थिति के बारे में बताया। मंत्री ने बच्चों की समस्या को तुरंत संज्ञान में लेते हुए जिला शिक्षा अधिकारी (डीईओ) करण सिंह भिलाला को फोन लगाया और शिक्षकों की कमी को तुरंत दूर करने के निर्देश दिए। राज्य मंत्री ने दिए निर्देश उन्होंने डीईओ से कहा कि बच्चों की पढ़ाई में कोई बाधा नहीं आनी चाहिए और यह सुनिश्चित किया जाए कि सभी विषयों के शिक्षक जल्द से जल्द स्कूल में उपलब्ध हों। बच्चों की इस गुहार ने न केवल प्रशासन को सक्रिय किया बल्कि समाज में शिक्षा के प्रति उनकी जागरूकता का भी परिचय दिया। मंत्री के निर्देशों के बाद स्थानीय प्रशासन पर अब स्कूल में शिक्षकों की संख्या बढ़ाने की जिम्मेदारी है, ताकि बच्चों की शिक्षा निर्बाध रूप से जारी रह सके। तीन महीने से पर्यावरण और हिंदी के शिक्षक नहीं छात्रा संतोष ने कहा कि हमारे स्कूल में टीचर नहीं है। जिसकी वजह से पढ़ाई भी नहीं हो रही है। तीन महीने से स्कूल में पर्यावरण और हिंदी के टीचर नहीं है। हमने स्कूल में कई बार इसकी शिकायत भी लेकिन कुछ नहीं हुआ। इसके बाद आज हमने मंत्री जी के पास आकर शिकायत की है। उन्होंने कहा कि जल्द स्कूल में शिक्षक की व्यवस्था हो जाएगी ।

ब्यावरा के सीएम राइज स्कूल में शिक्षकों की कमी:विद्यार्थियों ने राज्य मंत्री से की शिकायत, डीईओ को समाधान के निर्देश दिए
ब्यावरा सीएम राइज स्कूल में लंबे समय से शिक्षकों की कमी के कारण बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है। इस समस्या को लेकर सोमवार को पहली से 5वीं कक्षा तक के बच्चे राज्य मंत्री नारायण सिंह पंवार के घर पहुंचे। बच्चों ने मंत्री से अपनी पढ़ाई और स्कूल की स्थिति के बारे में बताया। मंत्री ने बच्चों की समस्या को तुरंत संज्ञान में लेते हुए जिला शिक्षा अधिकारी (डीईओ) करण सिंह भिलाला को फोन लगाया और शिक्षकों की कमी को तुरंत दूर करने के निर्देश दिए। राज्य मंत्री ने दिए निर्देश उन्होंने डीईओ से कहा कि बच्चों की पढ़ाई में कोई बाधा नहीं आनी चाहिए और यह सुनिश्चित किया जाए कि सभी विषयों के शिक्षक जल्द से जल्द स्कूल में उपलब्ध हों। बच्चों की इस गुहार ने न केवल प्रशासन को सक्रिय किया बल्कि समाज में शिक्षा के प्रति उनकी जागरूकता का भी परिचय दिया। मंत्री के निर्देशों के बाद स्थानीय प्रशासन पर अब स्कूल में शिक्षकों की संख्या बढ़ाने की जिम्मेदारी है, ताकि बच्चों की शिक्षा निर्बाध रूप से जारी रह सके। तीन महीने से पर्यावरण और हिंदी के शिक्षक नहीं छात्रा संतोष ने कहा कि हमारे स्कूल में टीचर नहीं है। जिसकी वजह से पढ़ाई भी नहीं हो रही है। तीन महीने से स्कूल में पर्यावरण और हिंदी के टीचर नहीं है। हमने स्कूल में कई बार इसकी शिकायत भी लेकिन कुछ नहीं हुआ। इसके बाद आज हमने मंत्री जी के पास आकर शिकायत की है। उन्होंने कहा कि जल्द स्कूल में शिक्षक की व्यवस्था हो जाएगी ।