मिर्जापुर में दुगरहा में कुश्ती दंगल का आयोजन:भाजपा नेता बोले- कुश्ती खेल के साथ मनोरंजन है, शारीरिक मानसिक विकास का बढ़िया माध्यम

मिर्जापुर के छानबे विकास खंड के दुगरहा ग्राम में आयोजित कुश्ती दंगल ने इलाके में एक बार फिर खेलों की समृद्ध परंपरा को जीवंत किया। भाजपा नेता मनोज जायसवाल ने दंगल का शुभारंभ करते हुए पहलवानों को प्रोत्साहित किया। दुगरहा ग्राम में आयोजित इस कुश्ती दंगल में आसपास के जिलों के कई मशहूर पहलवान शामिल हुए। कार्यक्रम का उद्घाटन भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष मनोज जायसवाल ने फीता काटकर और पहलवानों का हाथ मिलाकर किया। उन्होंने इस अवसर पर कहा कि कुश्ती जिले का पारंपरिक खेल है, जिसका आयोजन विभिन्न त्योहारों पर होता है। मनोज जायसवाल ने बताया कि कुश्ती केवल एक खेल नहीं है, बल्कि यह इंसान की शक्ति और दमखम को नापने का एक माध्यम है। यह खेल व्यक्ति को अपनी मिट्टी से जोड़ता है और शक्ति प्रदान करता है। उन्होंने कहा कि कुश्ती जैसे खेल शारीरिक और मानसिक बल के साथ-साथ सामाजिक संबंधों को भी मजबूत करते हैं। दंगल के दौरान पहलवानों ने अपने अद्भुत कौशल और दमखम का प्रदर्शन किया, जिससे दर्शकों ने जमकर तालियाँ बजाईं। इस कार्यक्रम में प्रमुख रूप से गुलाब शंकर पाण्डेय, अशोक पाण्डेय 'पहपट', दामोदर पांडेय, श्याम लाल पांडेय, अंबुज चौबे, देव दत्त पाण्डेय एवं संतोष पाण्डेय उपस्थित रहे।

मिर्जापुर में दुगरहा में कुश्ती दंगल का आयोजन:भाजपा नेता बोले- कुश्ती खेल के साथ मनोरंजन है, शारीरिक मानसिक विकास का बढ़िया माध्यम
मिर्जापुर के छानबे विकास खंड के दुगरहा ग्राम में आयोजित कुश्ती दंगल ने इलाके में एक बार फिर खेलों की समृद्ध परंपरा को जीवंत किया। भाजपा नेता मनोज जायसवाल ने दंगल का शुभारंभ करते हुए पहलवानों को प्रोत्साहित किया। दुगरहा ग्राम में आयोजित इस कुश्ती दंगल में आसपास के जिलों के कई मशहूर पहलवान शामिल हुए। कार्यक्रम का उद्घाटन भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष मनोज जायसवाल ने फीता काटकर और पहलवानों का हाथ मिलाकर किया। उन्होंने इस अवसर पर कहा कि कुश्ती जिले का पारंपरिक खेल है, जिसका आयोजन विभिन्न त्योहारों पर होता है। मनोज जायसवाल ने बताया कि कुश्ती केवल एक खेल नहीं है, बल्कि यह इंसान की शक्ति और दमखम को नापने का एक माध्यम है। यह खेल व्यक्ति को अपनी मिट्टी से जोड़ता है और शक्ति प्रदान करता है। उन्होंने कहा कि कुश्ती जैसे खेल शारीरिक और मानसिक बल के साथ-साथ सामाजिक संबंधों को भी मजबूत करते हैं। दंगल के दौरान पहलवानों ने अपने अद्भुत कौशल और दमखम का प्रदर्शन किया, जिससे दर्शकों ने जमकर तालियाँ बजाईं। इस कार्यक्रम में प्रमुख रूप से गुलाब शंकर पाण्डेय, अशोक पाण्डेय 'पहपट', दामोदर पांडेय, श्याम लाल पांडेय, अंबुज चौबे, देव दत्त पाण्डेय एवं संतोष पाण्डेय उपस्थित रहे।