हाथी को जंगल में छोड़ा, कॉलर आईडी से निगरानी:बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व की टीम ने 8 महीने पहले किया था रेस्क्यू

उमरिया स्थित बांधवगढ टाइगर रिजर्व टीम द्वारा रेस्क्यू किए गए जंगली हाथी को कॉलर पहनाकर जंगल में छोड़ा गया है। ताला परिक्षेत्र के दमना बीट में हाथी को छोड़कर टाइगर रिजर्व प्रबंधन निगरानी में जुटा है। जंगली हाथी को वन मंडल के जयसिंह नगर परिक्षेत्र से आठ महीने पहले रेस्क्यू किया गया था। हमले से एक ग्रामीण की भी मौत हो गई थी। टीम ने रेस्क्यू कर जंगली हाथी को बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व लाई थी, जंगली नर हाथी की उम्र करीब 12 साल है। पहली बार कॉलर से होगी निगरानी मार्च 2024 से लगातार टाइगर रिजर्व प्रबंधन की निगरानी में जंगली हाथी को रखा गया था। टाइगर रिजर्व प्रबंधन की टीम ने जंगली हाथी के स्वास्थ्य और खान-पान की निगरानी कर रही थी। करीब 8 महीने बाद जंगली हाथी को टाइगर रिजर्व प्रबंधन के अधिकारियों और विशेषज्ञों की निगरानी में कॉलर पहनाया गया। कॉलर पहनने के बाद बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व की ताला परिक्षेत्र के दमना के जंगलों में छोड़ा गया। कॉलर पहनकर हाथी को बांधवगढ़ ही नहीं, मध्य प्रदेश में भी पहली बार जंगल में छोड़ा गया होगा। परिक्षेत्र अधिकारी ताला पुष्पा सिंह ने बताया कि हाथी को दमना बीट में छोड़ दिया गया है। उसकी निगरानी की जाएगी।

हाथी को जंगल में छोड़ा, कॉलर आईडी से निगरानी:बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व की टीम ने 8 महीने पहले किया था रेस्क्यू
उमरिया स्थित बांधवगढ टाइगर रिजर्व टीम द्वारा रेस्क्यू किए गए जंगली हाथी को कॉलर पहनाकर जंगल में छोड़ा गया है। ताला परिक्षेत्र के दमना बीट में हाथी को छोड़कर टाइगर रिजर्व प्रबंधन निगरानी में जुटा है। जंगली हाथी को वन मंडल के जयसिंह नगर परिक्षेत्र से आठ महीने पहले रेस्क्यू किया गया था। हमले से एक ग्रामीण की भी मौत हो गई थी। टीम ने रेस्क्यू कर जंगली हाथी को बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व लाई थी, जंगली नर हाथी की उम्र करीब 12 साल है। पहली बार कॉलर से होगी निगरानी मार्च 2024 से लगातार टाइगर रिजर्व प्रबंधन की निगरानी में जंगली हाथी को रखा गया था। टाइगर रिजर्व प्रबंधन की टीम ने जंगली हाथी के स्वास्थ्य और खान-पान की निगरानी कर रही थी। करीब 8 महीने बाद जंगली हाथी को टाइगर रिजर्व प्रबंधन के अधिकारियों और विशेषज्ञों की निगरानी में कॉलर पहनाया गया। कॉलर पहनने के बाद बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व की ताला परिक्षेत्र के दमना के जंगलों में छोड़ा गया। कॉलर पहनकर हाथी को बांधवगढ़ ही नहीं, मध्य प्रदेश में भी पहली बार जंगल में छोड़ा गया होगा। परिक्षेत्र अधिकारी ताला पुष्पा सिंह ने बताया कि हाथी को दमना बीट में छोड़ दिया गया है। उसकी निगरानी की जाएगी।