1100 से अधिक दीपकों से जगमगाया पीतांबरा पीठ:भक्तों ने दीपों से स्वास्तिक आकृति बनाई, मुख्य चौक की लाइट बंद की

शुक्रवार को देव दिवाली पर श्री पीतांबरा पीठ दीपों की रोशनी से जगमगाया। पीठ के सेवकों के साथ भक्तों ने दीप दान किया। शाम ढलते ही पीठ के भक्तों ने 1100 से अधिक घी के दीपकों को पीठ परिसर के हर हिस्से में रखना शुरू किया। दूसरी ओर भक्तों द्वारा भी सैकड़ों की संख्या में अपनी सामर्थानुसार दीप दान किया। कोई प्रज्वलित दीपों से स्वास्तिक की आकृति बना रहा था। तो कोई अन्य पीठ के सेवक मणिपुर धाम, संग्रहालय की मुढेरियों पर दीप सजाने में व्यस्त थे। जब सभी स्थानों पर दीपक लगा दिए गए तो कुछ समय के लिए पीठ के मुख्य चौक की लाइट बंद कर दी गई। पूर्णिमा की चांदनी रात में दीपों की रोशन से जगमगाता पीठ परिसर आलौकिक लग रहा था।

1100 से अधिक दीपकों से जगमगाया पीतांबरा पीठ:भक्तों ने दीपों से स्वास्तिक आकृति बनाई, मुख्य चौक की लाइट बंद की
शुक्रवार को देव दिवाली पर श्री पीतांबरा पीठ दीपों की रोशनी से जगमगाया। पीठ के सेवकों के साथ भक्तों ने दीप दान किया। शाम ढलते ही पीठ के भक्तों ने 1100 से अधिक घी के दीपकों को पीठ परिसर के हर हिस्से में रखना शुरू किया। दूसरी ओर भक्तों द्वारा भी सैकड़ों की संख्या में अपनी सामर्थानुसार दीप दान किया। कोई प्रज्वलित दीपों से स्वास्तिक की आकृति बना रहा था। तो कोई अन्य पीठ के सेवक मणिपुर धाम, संग्रहालय की मुढेरियों पर दीप सजाने में व्यस्त थे। जब सभी स्थानों पर दीपक लगा दिए गए तो कुछ समय के लिए पीठ के मुख्य चौक की लाइट बंद कर दी गई। पूर्णिमा की चांदनी रात में दीपों की रोशन से जगमगाता पीठ परिसर आलौकिक लग रहा था।