जमीन फर्जीवाड़ा गैंग का मास्टरमाइंड निकला कांग्रेस नेता:जबलपुर में पार्षद भी रह चुका है; रजिस्ट्री कराने पहुंचे युवक की जांच कराने पर खुलासा
जमीन फर्जीवाड़ा गैंग का मास्टरमाइंड निकला कांग्रेस नेता:जबलपुर में पार्षद भी रह चुका है; रजिस्ट्री कराने पहुंचे युवक की जांच कराने पर खुलासा
जबलपुर विकास प्राधिकरण (JDA) की खाली जमीनों को फर्जी तरीके से हड़पने वाले गिरोह का मुख्य आरोपी जतिन राज निकला है, जो यूथ कांग्रेस का नगर अध्यक्ष रह चुका है। जतिन ने अपने साथी कांग्रेस नेता मनोज नामदेव और कुछ अन्य लोगों के साथ मिलकर यह साजिश रची थी। इस मामले में सैफ नगर का कयाज उर्फ शुभम उर्फ शिवम पुलिस की गिरफ्त में आया है। पुलिस की पूछताछ में उसने बताया कि यह पूरा गिरोह फर्जी दस्तावेज बनाकर जमीन पर कब्जा करता था और फिर उसे बेच देता था। इसके अलावा पूछताछ में शुभम ने कांग्रेस नेता द्वारा की गई जमीन की जालसाजी और अवैध कमाई के तरीकों को लेकर कई खुलासे किए हैं। हालांकि शनिवार को जैसे ही एफआईआर दर्ज होने की भनक लगी, दोनों कांग्रेस नेता फरार हो गए। शनिवार देर रात पुलिस ने दोनों आरोपियों के घर पर दबिश दी, लेकिन वे वहां नहीं मिले। पुलिस फरार जतिन और मनोज की तलाश कर रही है। खुद का बताया बेटा, नकली पहचान पत्र लगाया
3 दिन पहले गुरुवार को शुभम जेडीए दफ्तर पहुंचा और खुद को केपी लटोरिया का बेटा बताते हुए एक जमीन को अपने नाम करने की कोशिश की। उसने नकली पहचान पत्र भी लगाए। लेकिन जेडीए के सीईओ दीपक वैद्य को शक हुआ, तो उन्होंने जांच कराई। जांच में पता चला कि केपी लटोरिया और उनकी पत्नी की मौत हो चुकी है और उनकी कोई संतान नहीं थी। इसके बाद शुभम को पुलिस के हवाले कर दिया गया। जमीन अपने नाम करवाकर बेचते, कमीशन लेते
पुलिस पूछताछ में शुभम ने बताया कि जतिन और मनोज जैसे कांग्रेस नेता इस गिरोह के पीछे हैं। पहले ये लोग खाली जमीनों की जानकारी निकालते थे, फिर फर्जी उत्तराधिकारी तैयार कर जमीन अपने नाम करवाते और उसे बेच देते थे। हर सदस्य को उसकी भूमिका के हिसाब से कमीशन मिलता था। फरार जतिन राज युवक कांग्रेस का नगर अध्यक्ष रह चुका है। वह पहले एनएसयूआई का पदाधिकारी और पार्षद भी रह चुका है। कांग्रेस जनप्रतिनिधियों के प्रचार में भी उसकी महत्वपूर्ण भूमिका रही है। जेडीए कार्यालय से गिरफ्तार शुभम और कयाज की रिमांड रविवार को खत्म होगी। इसके बाद पुलिस उन्हें कोर्ट में पेश करेगी। गैंग के अन्य सदस्यों से पूछताछ के लिए पुलिस शुभम को दोबारा रिमांड पर लेने की कोर्ट से अनुमति मांगेगी। ये खबर भी पढ़ें...
जमीन अपने नाम कराने वाले गैंग का खुलासा
मध्यप्रदेश के जबलपुर में इन दिनों एक ऐसा गैंग सक्रिय है, जो कि शहर के सबसे पॉश इलाके में खाली भूखंडों पर नजर जमाए हुए है। वे पहले खाली भूखंड के मालिक और उनके परिवार वालों की जानकारी लेते हैं और फर्जी दस्तावेज बनाकर संबंधित विभाग से नामांतरण करवा लेते हैं। पूरी खबर पढ़ें...
जबलपुर विकास प्राधिकरण (JDA) की खाली जमीनों को फर्जी तरीके से हड़पने वाले गिरोह का मुख्य आरोपी जतिन राज निकला है, जो यूथ कांग्रेस का नगर अध्यक्ष रह चुका है। जतिन ने अपने साथी कांग्रेस नेता मनोज नामदेव और कुछ अन्य लोगों के साथ मिलकर यह साजिश रची थी। इस मामले में सैफ नगर का कयाज उर्फ शुभम उर्फ शिवम पुलिस की गिरफ्त में आया है। पुलिस की पूछताछ में उसने बताया कि यह पूरा गिरोह फर्जी दस्तावेज बनाकर जमीन पर कब्जा करता था और फिर उसे बेच देता था। इसके अलावा पूछताछ में शुभम ने कांग्रेस नेता द्वारा की गई जमीन की जालसाजी और अवैध कमाई के तरीकों को लेकर कई खुलासे किए हैं। हालांकि शनिवार को जैसे ही एफआईआर दर्ज होने की भनक लगी, दोनों कांग्रेस नेता फरार हो गए। शनिवार देर रात पुलिस ने दोनों आरोपियों के घर पर दबिश दी, लेकिन वे वहां नहीं मिले। पुलिस फरार जतिन और मनोज की तलाश कर रही है। खुद का बताया बेटा, नकली पहचान पत्र लगाया
3 दिन पहले गुरुवार को शुभम जेडीए दफ्तर पहुंचा और खुद को केपी लटोरिया का बेटा बताते हुए एक जमीन को अपने नाम करने की कोशिश की। उसने नकली पहचान पत्र भी लगाए। लेकिन जेडीए के सीईओ दीपक वैद्य को शक हुआ, तो उन्होंने जांच कराई। जांच में पता चला कि केपी लटोरिया और उनकी पत्नी की मौत हो चुकी है और उनकी कोई संतान नहीं थी। इसके बाद शुभम को पुलिस के हवाले कर दिया गया। जमीन अपने नाम करवाकर बेचते, कमीशन लेते
पुलिस पूछताछ में शुभम ने बताया कि जतिन और मनोज जैसे कांग्रेस नेता इस गिरोह के पीछे हैं। पहले ये लोग खाली जमीनों की जानकारी निकालते थे, फिर फर्जी उत्तराधिकारी तैयार कर जमीन अपने नाम करवाते और उसे बेच देते थे। हर सदस्य को उसकी भूमिका के हिसाब से कमीशन मिलता था। फरार जतिन राज युवक कांग्रेस का नगर अध्यक्ष रह चुका है। वह पहले एनएसयूआई का पदाधिकारी और पार्षद भी रह चुका है। कांग्रेस जनप्रतिनिधियों के प्रचार में भी उसकी महत्वपूर्ण भूमिका रही है। जेडीए कार्यालय से गिरफ्तार शुभम और कयाज की रिमांड रविवार को खत्म होगी। इसके बाद पुलिस उन्हें कोर्ट में पेश करेगी। गैंग के अन्य सदस्यों से पूछताछ के लिए पुलिस शुभम को दोबारा रिमांड पर लेने की कोर्ट से अनुमति मांगेगी। ये खबर भी पढ़ें...
जमीन अपने नाम कराने वाले गैंग का खुलासा
मध्यप्रदेश के जबलपुर में इन दिनों एक ऐसा गैंग सक्रिय है, जो कि शहर के सबसे पॉश इलाके में खाली भूखंडों पर नजर जमाए हुए है। वे पहले खाली भूखंड के मालिक और उनके परिवार वालों की जानकारी लेते हैं और फर्जी दस्तावेज बनाकर संबंधित विभाग से नामांतरण करवा लेते हैं। पूरी खबर पढ़ें...