12 फीट के अजगर का सर्पमित्र ने किया रेस्क्यू:एक महीने से तालाब किनारे ग्रामीणों को दिखाई दे रहा था; सुरक्षित जंगल में छोड़ा

शिवपुरी के नरवर क्षेत्र स्थित ग्राम डोंगर के तालाब किनारे 12 फीट के अजगर का सुरक्षित रेस्क्यू किया गया। यह अजगर पिछले एक माह से तालाब किनारे ग्रामीणों को दिखाई दे रहा था। विशालकाय अजगर के होने से ग्रामीण दहशत में थे। इसका भय इतना था कि कोई भी ग्रामीण अपने बच्चों और मवेशियों को तालाब की ओर नहीं जाने देता था। आखिरकार, अजगर के रेस्क्यू के बाद ग्रामीणों ने एक माह बाद राहत की सांस ली। जानकारी के अनुसार, सोमवार दोपहर अजगर तालाब किनारे घास में धूप सेंकता दिखाई दिया। इसकी सूचना तत्काल ग्रामीणों द्वारा सर्प मित्र सलमान पठान को दी। इसके बाद उन्होंने मौके पर पहुंचकर सर्प मित्र सलमान पठान ने अजगर का मुंह पकड़ कर उसे घास से बाहर निकाला। इसके बाद खुले में अजगर को लाए, इस दौरान उसने सर्प मित्र पर हमला करने का भी प्रयास किया। सर्प मित्र ने बताया कि यह मादा अजगर हैं। जिसे अब वन विभाग की मदद से सुरक्षित घने जंगलों में छोड़ा जाएगा।

12 फीट के अजगर का सर्पमित्र ने किया रेस्क्यू:एक महीने से तालाब किनारे ग्रामीणों को दिखाई दे रहा था; सुरक्षित जंगल में छोड़ा
शिवपुरी के नरवर क्षेत्र स्थित ग्राम डोंगर के तालाब किनारे 12 फीट के अजगर का सुरक्षित रेस्क्यू किया गया। यह अजगर पिछले एक माह से तालाब किनारे ग्रामीणों को दिखाई दे रहा था। विशालकाय अजगर के होने से ग्रामीण दहशत में थे। इसका भय इतना था कि कोई भी ग्रामीण अपने बच्चों और मवेशियों को तालाब की ओर नहीं जाने देता था। आखिरकार, अजगर के रेस्क्यू के बाद ग्रामीणों ने एक माह बाद राहत की सांस ली। जानकारी के अनुसार, सोमवार दोपहर अजगर तालाब किनारे घास में धूप सेंकता दिखाई दिया। इसकी सूचना तत्काल ग्रामीणों द्वारा सर्प मित्र सलमान पठान को दी। इसके बाद उन्होंने मौके पर पहुंचकर सर्प मित्र सलमान पठान ने अजगर का मुंह पकड़ कर उसे घास से बाहर निकाला। इसके बाद खुले में अजगर को लाए, इस दौरान उसने सर्प मित्र पर हमला करने का भी प्रयास किया। सर्प मित्र ने बताया कि यह मादा अजगर हैं। जिसे अब वन विभाग की मदद से सुरक्षित घने जंगलों में छोड़ा जाएगा।