लखनऊ एयरपोर्ट पर यात्रियों का हंगामा, नोकझोंक:दिल्ली में सामान छूटने पर भड़के; पूरा स्टाफ समझाता रहा

लखनऊ एयरपोर्ट पर सामान न मिलने पर यात्रियों ने हंगामा कर दिया।इस दौरान इंडिगो के कर्मचारियों से तीखी नोकझोंक हुई। करीब डेढ़ घंटे तक कर्मचारी यात्रियों को समझाते रहे, लेकिन वे मानने को तैयार नहीं थे। यात्री बार-बार एयरलाइंस के मैनेजर को बुलाने की मांग करते रहे। हंगामे की सूचना पर इंडिगो के असिस्टेंट मैनेजर मौके पर पहुंचे। उन्होंने भरोसा दिलाया कि यात्रियों का सामान उनके घर तक भिजवा दिया जाएगा। इसके बाद ही यात्री शांत हुए। तस्वीरों में देखिए यात्रियों का हंगामा क्या है पूरा मामला? इंडिगो की फ्लाइट (6E 2587) भोपाल से शाम 4:50 बजे उड़ान भरकर 6:20 बजे दिल्ली पहुंचनी थी, लेकिन मंगलवार को यह तीन घंटे देरी से दिल्ली पहुंची। इसके बाद दिल्ली से लखनऊ आने वाली इंडिगो की फ्लाइट रात 9:30 बजे रवाना होकर 10:40 बजे लखनऊ पहुंचनी थी। मगर वह भी 1 घंटे 20 मिनट की देरी से लखनऊ पहुंची। भोपाल से दिल्ली पहुंचे यात्रियों का लगेज दिल्ली से लखनऊ आने वाली कनेक्टिंग फ्लाइट में लोड नहीं किया गया। वह सामान दिल्ली में ही छूट गया। यात्रियों का हंगामा, कहा-जिम्मेदारों पर एक्शन हो लखनऊ पहुंचने पर जब यात्रियों ने अपने सामान के बारे में जानकारी मांगी। इस पर एयरलाइंस के कर्मचारियों ने बताया कि उनका सामान दिल्ली में रह गया है। इस पर यात्री भड़क गए और हंगामा शुरू कर दिया। यात्री कहने लगे कि एयरलाइंस के मैनेजर को बुलाया जाए और सामान न मिलने का हर्जाना दिया जाए। इंडिगो जैसी प्रमुख एयरलाइंस से इस तरह की लापरवाही की उम्मीद नहीं थी। मामले की जांच हो और जिम्मेदारों पर कार्रवाई की जाए। डेढ़ घंटे बाद माने यात्री इंडिगो कर्मचारियों ने बताया कि लगेज लोड करने वाले कर्मचारियों की गलती से यह चूक हुई है। करीब डेढ़ घंटे तक चले हंगामे के बाद सामान घर तक पहुंचाने के आश्वासन पर यात्री शांत हुए। यात्रियों ने यह भी बताया कि फ्लाइट में देरी के बावजूद उन्हें समय पर खाना नहीं दिया गया। विरोध के बाद कुछ लोगों को ही खाना मिल सका। जब उन्होंने एयरलाइंस अधिकारियों का फोन नंबर मांगा, तो उन्हें वह भी नहीं दिया गया। --------------------- यह खबर पढ़ें... लोकबंधु अग्निकांड-3 जिम्मेदारों पर अब तक एक्शन नहीं:सेफ्टी ऑडिट में सामने आईं खामियां...लेकिन अफसर नहीं चेते; फायर NOC एक्सपायर थी लखनऊ के लोकबंधु अस्पताल में सोमवार रात आग लगने से एक मरीज की मौत हो गई। करीब 200 मरीजों को अन्य अस्पतालों में शिफ्ट किया गया। आग लगने के बाद ऑन ड्यूटी डॉक्टर और स्टाफ मौके से भाग गए। कर्मचारियों ने आग बुझाने की कोशिश की, लेकिन फायर एक्सटिंग्युशर काम नहीं आए। इतना ही नहीं, कैंपस में तैनात सुरक्षा गार्ड को आग लगने की भनक तक नहीं लगी। अस्पताल सूत्रों के मुताबिक, 1 अप्रैल यानी 15 दिन पहले नेशनल क्वालिटी एश्योरेंस स्टैंडर्ड्स (NQAS) की टीम ने अस्पताल में जांच की थी, जिसमें कुछ खामियां सामने आई थीं। फायर नोडल इंचार्ज को इन्हें सुधारने के निर्देश दिए गए थे, लेकिन उन्हें समय रहते दुरुस्त नहीं किया गया। इसके अलावा, 25 जनवरी को अस्पताल की फायर NOC की अवधि समाप्त हो गई थी। पूरी ग्राउंड रिपोर्ट पढ़ें...

लखनऊ एयरपोर्ट पर यात्रियों का हंगामा, नोकझोंक:दिल्ली में सामान छूटने पर भड़के; पूरा स्टाफ समझाता रहा
लखनऊ एयरपोर्ट पर सामान न मिलने पर यात्रियों ने हंगामा कर दिया।इस दौरान इंडिगो के कर्मचारियों से तीखी नोकझोंक हुई। करीब डेढ़ घंटे तक कर्मचारी यात्रियों को समझाते रहे, लेकिन वे मानने को तैयार नहीं थे। यात्री बार-बार एयरलाइंस के मैनेजर को बुलाने की मांग करते रहे। हंगामे की सूचना पर इंडिगो के असिस्टेंट मैनेजर मौके पर पहुंचे। उन्होंने भरोसा दिलाया कि यात्रियों का सामान उनके घर तक भिजवा दिया जाएगा। इसके बाद ही यात्री शांत हुए। तस्वीरों में देखिए यात्रियों का हंगामा क्या है पूरा मामला? इंडिगो की फ्लाइट (6E 2587) भोपाल से शाम 4:50 बजे उड़ान भरकर 6:20 बजे दिल्ली पहुंचनी थी, लेकिन मंगलवार को यह तीन घंटे देरी से दिल्ली पहुंची। इसके बाद दिल्ली से लखनऊ आने वाली इंडिगो की फ्लाइट रात 9:30 बजे रवाना होकर 10:40 बजे लखनऊ पहुंचनी थी। मगर वह भी 1 घंटे 20 मिनट की देरी से लखनऊ पहुंची। भोपाल से दिल्ली पहुंचे यात्रियों का लगेज दिल्ली से लखनऊ आने वाली कनेक्टिंग फ्लाइट में लोड नहीं किया गया। वह सामान दिल्ली में ही छूट गया। यात्रियों का हंगामा, कहा-जिम्मेदारों पर एक्शन हो लखनऊ पहुंचने पर जब यात्रियों ने अपने सामान के बारे में जानकारी मांगी। इस पर एयरलाइंस के कर्मचारियों ने बताया कि उनका सामान दिल्ली में रह गया है। इस पर यात्री भड़क गए और हंगामा शुरू कर दिया। यात्री कहने लगे कि एयरलाइंस के मैनेजर को बुलाया जाए और सामान न मिलने का हर्जाना दिया जाए। इंडिगो जैसी प्रमुख एयरलाइंस से इस तरह की लापरवाही की उम्मीद नहीं थी। मामले की जांच हो और जिम्मेदारों पर कार्रवाई की जाए। डेढ़ घंटे बाद माने यात्री इंडिगो कर्मचारियों ने बताया कि लगेज लोड करने वाले कर्मचारियों की गलती से यह चूक हुई है। करीब डेढ़ घंटे तक चले हंगामे के बाद सामान घर तक पहुंचाने के आश्वासन पर यात्री शांत हुए। यात्रियों ने यह भी बताया कि फ्लाइट में देरी के बावजूद उन्हें समय पर खाना नहीं दिया गया। विरोध के बाद कुछ लोगों को ही खाना मिल सका। जब उन्होंने एयरलाइंस अधिकारियों का फोन नंबर मांगा, तो उन्हें वह भी नहीं दिया गया। --------------------- यह खबर पढ़ें... लोकबंधु अग्निकांड-3 जिम्मेदारों पर अब तक एक्शन नहीं:सेफ्टी ऑडिट में सामने आईं खामियां...लेकिन अफसर नहीं चेते; फायर NOC एक्सपायर थी लखनऊ के लोकबंधु अस्पताल में सोमवार रात आग लगने से एक मरीज की मौत हो गई। करीब 200 मरीजों को अन्य अस्पतालों में शिफ्ट किया गया। आग लगने के बाद ऑन ड्यूटी डॉक्टर और स्टाफ मौके से भाग गए। कर्मचारियों ने आग बुझाने की कोशिश की, लेकिन फायर एक्सटिंग्युशर काम नहीं आए। इतना ही नहीं, कैंपस में तैनात सुरक्षा गार्ड को आग लगने की भनक तक नहीं लगी। अस्पताल सूत्रों के मुताबिक, 1 अप्रैल यानी 15 दिन पहले नेशनल क्वालिटी एश्योरेंस स्टैंडर्ड्स (NQAS) की टीम ने अस्पताल में जांच की थी, जिसमें कुछ खामियां सामने आई थीं। फायर नोडल इंचार्ज को इन्हें सुधारने के निर्देश दिए गए थे, लेकिन उन्हें समय रहते दुरुस्त नहीं किया गया। इसके अलावा, 25 जनवरी को अस्पताल की फायर NOC की अवधि समाप्त हो गई थी। पूरी ग्राउंड रिपोर्ट पढ़ें...