पुरानी और नई धाराओं का एक साथ संकलन:वकीलों के लिए लॉ बुक 'तुलनात्मक तालिकाएं' का विधायक शुक्ला ने किया विमोचन
पुरानी और नई धाराओं का एक साथ संकलन:वकीलों के लिए लॉ बुक 'तुलनात्मक तालिकाएं' का विधायक शुक्ला ने किया विमोचन
आईपीसी और सीआरपीसी की धाराओं में हुए संशोधन को लेकर एक लॉ बुक 'तुलनात्मक तालिकाएं' तैयार की गई है। शुक्रवार को इसका विमोचन विधायक गोलू शुक्ला ने किया। सीनियर एडवोकेट राजेश खण्डेलवाल ने यह लॉ बुक तैयार की है। उन्होंने बताया कि लगातार देखा जा रहा था कि अधिकांश वकीलों को नई धाराओं के चलते वकालात में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था। दरअसल पुराने कानून सभी को याद हैं। लेकिन जब से ये तीन नए कानून बीएनएस, बीएनएस एसएस और एविडेंस एक्ट आए हैं, संशोधित हुए हैं, साथी वकीलों को ये नई धाराएं याद नहीं हो पा रही थी। सभी को बार-बार बड़ी किताबें साथ में लेकर चलनी पड़ती है। इस पर इन तीन नए कानून और पुरानी धाराएं जो चेंज हुई हैं, इनकी तुलनात्मक तालिकाएं इस लॉ बुक में रखी गई हैं। इसमें हिन्दी और अंग्रेजी में एक कॉलम में पुरानी धाराएं और उसके सामने दूसरे कॉलम में नई धाराएं लिखी हैं। पुस्तक में नई-पुरानी धाराओं का समावेश होने से वकीलों को अब बड़ी किताबों को साथ नहीं रखना पड़ेगा। यह पॉकेट बुक है। अब वकीलों को आवेदन लगाने, बहस और जमानत के आवेदन के दौरान काफी मदद मिलेगी। बुक के विमोचन से पूर्व जिला कोर्ट स्थित हनुमान मंदिर में आरती भी की गई।
आईपीसी और सीआरपीसी की धाराओं में हुए संशोधन को लेकर एक लॉ बुक 'तुलनात्मक तालिकाएं' तैयार की गई है। शुक्रवार को इसका विमोचन विधायक गोलू शुक्ला ने किया। सीनियर एडवोकेट राजेश खण्डेलवाल ने यह लॉ बुक तैयार की है। उन्होंने बताया कि लगातार देखा जा रहा था कि अधिकांश वकीलों को नई धाराओं के चलते वकालात में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था। दरअसल पुराने कानून सभी को याद हैं। लेकिन जब से ये तीन नए कानून बीएनएस, बीएनएस एसएस और एविडेंस एक्ट आए हैं, संशोधित हुए हैं, साथी वकीलों को ये नई धाराएं याद नहीं हो पा रही थी। सभी को बार-बार बड़ी किताबें साथ में लेकर चलनी पड़ती है। इस पर इन तीन नए कानून और पुरानी धाराएं जो चेंज हुई हैं, इनकी तुलनात्मक तालिकाएं इस लॉ बुक में रखी गई हैं। इसमें हिन्दी और अंग्रेजी में एक कॉलम में पुरानी धाराएं और उसके सामने दूसरे कॉलम में नई धाराएं लिखी हैं। पुस्तक में नई-पुरानी धाराओं का समावेश होने से वकीलों को अब बड़ी किताबों को साथ नहीं रखना पड़ेगा। यह पॉकेट बुक है। अब वकीलों को आवेदन लगाने, बहस और जमानत के आवेदन के दौरान काफी मदद मिलेगी। बुक के विमोचन से पूर्व जिला कोर्ट स्थित हनुमान मंदिर में आरती भी की गई।