रास्ते में पड़े कांटे-पत्थर हटाना सिखाता इस्लाम- काजी:भिंड में पहलगाम आतंकी हमले का विरोध; पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे लगाए

भिंड में कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के विरोध में रविवार को नयापुरा स्थित जामा मस्जिद में मुस्लिम समाज द्वारा प्रदर्शन किया गया। हमले में मारे गए निर्दोष पर्यटकों को श्रद्धांजलि अर्पित की गई और दो मिनट का मौन रखा गया। प्रदर्शन करते लोगों ने पाकिस्तान मुर्दाबाद, आतंकवाद मुर्दाबाद और भारत जिंदाबाद के नारे लगाए। श्रद्धांजलि सभा को संबोधित करते हुए शहर काजी इरफान नवी ने कहा कि कश्मीर के पहलगाम में हुआ आतंकी हमला एक कायराना और अमानवीय कृत्य है। उन्होंने कहा कि निर्दोषों की हत्या करने वाले इंसान नहीं बल्कि जानवरों से भी बदतर हैं। इस्लाम धर्म किसी भी निर्दोष की हत्या की इजाजत नहीं देता। इस्लाम तो सिखाता है कि यदि रास्ते में कोई कांटा या पत्थर पड़ा हो तो उसे हटाया जाए ताकि किसी को चोट न लगे। उन्होंने कहा कि ऐसे कृत्य करने वाले मुसलमान नहीं हो सकते, इस्लाम में उनकी कोई जगह नहीं है। सरकार से की सख्त कार्रवाई की मांग शहर काजी ने सरकार से मांग की कि इस हमले में शामिल दोषियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए। उन्होंने कहा कि मुस्लिम समाज सरकार के हर कदम में साथ खड़ा है। हमारी जान, माल और औलाद सब कुछ देश के लिए कुर्बान है। काजी इरफान नवी ने सभी धर्मों के लोगों से अपील की कि इस नाजुक घड़ी में एकजुट होकर देश की रक्षा के लिए खड़े रहें, जिस तरह आजादी की लड़ाई में एकजुट होकर देश को स्वतंत्र कराया गया था। सभा के अंत में शहीदों की आत्मा की शांति और घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना की गई।

रास्ते में पड़े कांटे-पत्थर हटाना सिखाता इस्लाम- काजी:भिंड में पहलगाम आतंकी हमले का विरोध; पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे लगाए
भिंड में कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के विरोध में रविवार को नयापुरा स्थित जामा मस्जिद में मुस्लिम समाज द्वारा प्रदर्शन किया गया। हमले में मारे गए निर्दोष पर्यटकों को श्रद्धांजलि अर्पित की गई और दो मिनट का मौन रखा गया। प्रदर्शन करते लोगों ने पाकिस्तान मुर्दाबाद, आतंकवाद मुर्दाबाद और भारत जिंदाबाद के नारे लगाए। श्रद्धांजलि सभा को संबोधित करते हुए शहर काजी इरफान नवी ने कहा कि कश्मीर के पहलगाम में हुआ आतंकी हमला एक कायराना और अमानवीय कृत्य है। उन्होंने कहा कि निर्दोषों की हत्या करने वाले इंसान नहीं बल्कि जानवरों से भी बदतर हैं। इस्लाम धर्म किसी भी निर्दोष की हत्या की इजाजत नहीं देता। इस्लाम तो सिखाता है कि यदि रास्ते में कोई कांटा या पत्थर पड़ा हो तो उसे हटाया जाए ताकि किसी को चोट न लगे। उन्होंने कहा कि ऐसे कृत्य करने वाले मुसलमान नहीं हो सकते, इस्लाम में उनकी कोई जगह नहीं है। सरकार से की सख्त कार्रवाई की मांग शहर काजी ने सरकार से मांग की कि इस हमले में शामिल दोषियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए। उन्होंने कहा कि मुस्लिम समाज सरकार के हर कदम में साथ खड़ा है। हमारी जान, माल और औलाद सब कुछ देश के लिए कुर्बान है। काजी इरफान नवी ने सभी धर्मों के लोगों से अपील की कि इस नाजुक घड़ी में एकजुट होकर देश की रक्षा के लिए खड़े रहें, जिस तरह आजादी की लड़ाई में एकजुट होकर देश को स्वतंत्र कराया गया था। सभा के अंत में शहीदों की आत्मा की शांति और घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना की गई।