खरगोन में भागवत कथा में दिखा देशभक्ति का रंग:वृंदावन के कथावाचक ने सुनाया 'सोने की चिड़िया' गीत; 20 हजार श्रद्धालु हुए शामिल
खरगोन में भागवत कथा में दिखा देशभक्ति का रंग:वृंदावन के कथावाचक ने सुनाया 'सोने की चिड़िया' गीत; 20 हजार श्रद्धालु हुए शामिल
खरगोन से 10 किलोमीटर दूर टेमला गांव में चल रही भागवत कथा में भक्ति के साथ देशभक्ति का संगम देखने को मिल रहा है। वृंदावन से आए पंडित श्यामसुंदर पाराशर महाराज पिछले 5 दिनों से कथा का वाचन कर रहे हैं। शनिवार को कथा के छठे दिन पंडित पाराशर ने देशभक्ति का गीत 'जहां डाल-डाल पर सोने की चिड़िया करती है बसेरा' गाया। श्रद्धालुओं ने भी उनके साथ स्वर मिलाया। कथा में देवी-देवताओं के साथ भारत माता के जयकारे भी लगाए जा रहे हैं। 20 हजार श्रद्धालु हुए शामिल यह आयोजन श्रीकृष्ण चैतन्य संकीर्तन समिति के हरे राम, हरे कृष्ण संकीर्तन के 50 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में किया जा रहा है। 18 एकड़ में फैले पंडाल में 20 हजार से अधिक श्रद्धालु शामिल हो रहे हैं। रविवार को होगा हवन-भंडारा आयोजन समिति के सदस्य रामिया पाटीदार के अनुसार, दिन ने कथा के अलावा रात को रासलीला हो रही है। कथा का समापन रविवार को होगा। इस दिन हवन और भंडारे का आयोजन किया जाएगा।
खरगोन से 10 किलोमीटर दूर टेमला गांव में चल रही भागवत कथा में भक्ति के साथ देशभक्ति का संगम देखने को मिल रहा है। वृंदावन से आए पंडित श्यामसुंदर पाराशर महाराज पिछले 5 दिनों से कथा का वाचन कर रहे हैं। शनिवार को कथा के छठे दिन पंडित पाराशर ने देशभक्ति का गीत 'जहां डाल-डाल पर सोने की चिड़िया करती है बसेरा' गाया। श्रद्धालुओं ने भी उनके साथ स्वर मिलाया। कथा में देवी-देवताओं के साथ भारत माता के जयकारे भी लगाए जा रहे हैं। 20 हजार श्रद्धालु हुए शामिल यह आयोजन श्रीकृष्ण चैतन्य संकीर्तन समिति के हरे राम, हरे कृष्ण संकीर्तन के 50 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में किया जा रहा है। 18 एकड़ में फैले पंडाल में 20 हजार से अधिक श्रद्धालु शामिल हो रहे हैं। रविवार को होगा हवन-भंडारा आयोजन समिति के सदस्य रामिया पाटीदार के अनुसार, दिन ने कथा के अलावा रात को रासलीला हो रही है। कथा का समापन रविवार को होगा। इस दिन हवन और भंडारे का आयोजन किया जाएगा।