सतना के 3 और निजी अस्पताल आयुष्मान योजना से जुड़े:11.50 लाख कार्डधारकों को मिलेगी सुविधा; मेयर ने स्वास्थ्य मंत्री को लिखा था पत्र

सतना में आयुष्मान भारत योजना का दायरा बढ़ गया है। शहर के तीन और निजी अस्पतालों को इस योजना से जोड़ा गया है। इनमें पन्ना रोड स्थित सार्थक किडनी क्रिटिकल केयर, रीवा रोड स्थित दिवित हार्ट केयर मल्टी स्पेशलिटी और चाणक्यपुरी कालोनी स्थित पाठक हॉस्पिटल शामिल हैं। मेयर योगेश ताम्रकार ने 15 दिन पहले प्रदेश के डिप्टी सीएम और स्वास्थ्य मंत्री राजेंद्र शुक्ला को इस संबंध में पत्र लिखा था। उन्होंने सतना मेडिकल कॉलेज में आयोजित एक कार्यक्रम में भी इस मुद्दे को उठाया था। 11.50 लाख लोगों के आयुष्मान कार्ड बने इससे पहले केवल सिटी हॉस्पिटल और चित्रकूट का सदगुरु नेत्र चिकित्सालय जानकीकुंड ही इस योजना से जुड़े थे। सतना और मैहर जिले में करीब 11.50 लाख लोगों के आयुष्मान कार्ड बने हैं। पहले हार्ट और किडनी जैसी गंभीर बीमारियों के इलाज के लिए मरीजों को जबलपुर या नागपुर जाना पड़ता था। अब वे स्थानीय स्तर पर ही इलाज करा सकेंगे। सालाना 5 लाख रुपए तक का केशलैस इलाज आयुष्मान भारत योजना के तहत प्रति परिवार सालाना 5 लाख रुपए तक का केशलैस इलाज मिलता है। इसके लिए सामाजिक-आर्थिक जाति जनगणना के डेटाबेस में पंजीकृत होना जरूरी है। योजना में सर्जरी, मातृत्व देखभाल और पुरानी बीमारियों का इलाज शामिल है। 70 वर्ष से अधिक आयु के सभी नागरिकों को आय की सीमा के बिना स्वास्थ्य कवरेज दिया जाता है।

सतना के 3 और निजी अस्पताल आयुष्मान योजना से जुड़े:11.50 लाख कार्डधारकों को मिलेगी सुविधा; मेयर ने स्वास्थ्य मंत्री को लिखा था पत्र
सतना में आयुष्मान भारत योजना का दायरा बढ़ गया है। शहर के तीन और निजी अस्पतालों को इस योजना से जोड़ा गया है। इनमें पन्ना रोड स्थित सार्थक किडनी क्रिटिकल केयर, रीवा रोड स्थित दिवित हार्ट केयर मल्टी स्पेशलिटी और चाणक्यपुरी कालोनी स्थित पाठक हॉस्पिटल शामिल हैं। मेयर योगेश ताम्रकार ने 15 दिन पहले प्रदेश के डिप्टी सीएम और स्वास्थ्य मंत्री राजेंद्र शुक्ला को इस संबंध में पत्र लिखा था। उन्होंने सतना मेडिकल कॉलेज में आयोजित एक कार्यक्रम में भी इस मुद्दे को उठाया था। 11.50 लाख लोगों के आयुष्मान कार्ड बने इससे पहले केवल सिटी हॉस्पिटल और चित्रकूट का सदगुरु नेत्र चिकित्सालय जानकीकुंड ही इस योजना से जुड़े थे। सतना और मैहर जिले में करीब 11.50 लाख लोगों के आयुष्मान कार्ड बने हैं। पहले हार्ट और किडनी जैसी गंभीर बीमारियों के इलाज के लिए मरीजों को जबलपुर या नागपुर जाना पड़ता था। अब वे स्थानीय स्तर पर ही इलाज करा सकेंगे। सालाना 5 लाख रुपए तक का केशलैस इलाज आयुष्मान भारत योजना के तहत प्रति परिवार सालाना 5 लाख रुपए तक का केशलैस इलाज मिलता है। इसके लिए सामाजिक-आर्थिक जाति जनगणना के डेटाबेस में पंजीकृत होना जरूरी है। योजना में सर्जरी, मातृत्व देखभाल और पुरानी बीमारियों का इलाज शामिल है। 70 वर्ष से अधिक आयु के सभी नागरिकों को आय की सीमा के बिना स्वास्थ्य कवरेज दिया जाता है।