भगवानपुरा-जमोनिया जलाशयों तक पहुंची पाइपलाइन, 2026 तक पूरा होगा काम:सीहोर में नर्मदा जल आवर्धन योजना का अंतिम चरण; जलसंकट का होगा समाधान

सीहोर के लिए जलसंकट से राहत की खबर है। तीन साल से चल रही नर्मदा जल आवर्धन योजना का अंतिम चरण पूरा होने वाला है। बीस फीट मोटी पाइपलाइन शहर के ब्रह्मपुरी-बिलकिसगंज जोड़ तक पहुंच चुकी है। अब मात्र चार किलोमीटर का काम बचा है। वर्ष 2018 में तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बालविहार मैदान में इस योजना की घोषणा की थी। इस पर नौ सौ करोड़ रुपए का बजट स्वीकृत किया गया था। इसके तहत पहले नर्मदा-पार्वती लिंक परियोजना को मंजूरी दी गई। जल संकट का होगा स्थायी समाधान नगर पालिका अध्यक्ष प्रिंस राठौर के अनुसार, शहर की जलसंकट की समस्या का स्थायी समाधान होने जा रहा है। नगर पालिका अपने स्तर पर सभी प्रयास कर रही है। जल्द ही शहर को प्रतिदिन पेयजल उपलब्ध होगा। नगर पालिका के मुख्य कार्यपालन अधिकारी भूपेंद्र दीक्षित ने बताया कि पाइपलाइन से भगवानपुरा और जमोनिया जलाशयों में पानी पहुंचाया जाएगा। वहां से शहर में आपूर्ति की जाएगी। यह कार्य 2026 तक पूरा किया जाना है। पाइपलाइन शहर तक पहुंचने से उम्मीद है कि काम समय सीमा से पहले पूरा हो जाएगा।

भगवानपुरा-जमोनिया जलाशयों तक पहुंची पाइपलाइन, 2026 तक पूरा होगा काम:सीहोर में नर्मदा जल आवर्धन योजना का अंतिम चरण; जलसंकट का होगा समाधान
सीहोर के लिए जलसंकट से राहत की खबर है। तीन साल से चल रही नर्मदा जल आवर्धन योजना का अंतिम चरण पूरा होने वाला है। बीस फीट मोटी पाइपलाइन शहर के ब्रह्मपुरी-बिलकिसगंज जोड़ तक पहुंच चुकी है। अब मात्र चार किलोमीटर का काम बचा है। वर्ष 2018 में तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बालविहार मैदान में इस योजना की घोषणा की थी। इस पर नौ सौ करोड़ रुपए का बजट स्वीकृत किया गया था। इसके तहत पहले नर्मदा-पार्वती लिंक परियोजना को मंजूरी दी गई। जल संकट का होगा स्थायी समाधान नगर पालिका अध्यक्ष प्रिंस राठौर के अनुसार, शहर की जलसंकट की समस्या का स्थायी समाधान होने जा रहा है। नगर पालिका अपने स्तर पर सभी प्रयास कर रही है। जल्द ही शहर को प्रतिदिन पेयजल उपलब्ध होगा। नगर पालिका के मुख्य कार्यपालन अधिकारी भूपेंद्र दीक्षित ने बताया कि पाइपलाइन से भगवानपुरा और जमोनिया जलाशयों में पानी पहुंचाया जाएगा। वहां से शहर में आपूर्ति की जाएगी। यह कार्य 2026 तक पूरा किया जाना है। पाइपलाइन शहर तक पहुंचने से उम्मीद है कि काम समय सीमा से पहले पूरा हो जाएगा।