छत से गिरे मासूम को गमछे से फांसी लगी, मौत:बैतूल में सेंटिंग पर चढ़ा, लकड़ी से फिसला; कक्षा 7 में पढ़ता था सुब्रत
छत से गिरे मासूम को गमछे से फांसी लगी, मौत:बैतूल में सेंटिंग पर चढ़ा, लकड़ी से फिसला; कक्षा 7 में पढ़ता था सुब्रत
बैतूल में निर्माणाधीन मकान से गिरने के बाद सुब्रत चोपना (13) की मौत हो गई। सुब्रत अपने घर के सामने बन रहे मकान की छत के छज्जे पर लगी सेंटिंग पर चढ़ा था। इस दौरान वह लकड़ी से फिसल गया। उसके गले में बंधा गमछा लकड़ी में फंस गया, जिससे वह छत से लटक गया। घटना के समय उसके पिता काम पर थे और मां घर के अंदर थीं। घटना रविवार दोपहर की है। पुलिस ने सोमवार उसका पोस्टमार्टम कराकर परिजनों को सौंपा। सुब्रत कोलिहा गांव निवासी कृष्णा बैरागी का पुत्र था। वह कक्षा 7 में पढ़ता था। घटना के बाद परिजन उसे पहले घोड़ाडोंगरी सीएचसी ले गए, जहां से उसे जिला अस्पताल रेफर किया गया। बाद में परिजन उसे सिम्स हॉस्पिटल ले गए। डॉक्टर श्याम सोनी के अनुसार, बच्चे को दोपहर 2 बजे अस्पताल लाया गया, जबकि घटना इससे 4 घंटे पहले हुई थी। अस्पताल में उसे तुरंत ऑक्सीजन दी गई, लेकिन उसका हृदय पहले ही बंद हो चुका था।
बैतूल में निर्माणाधीन मकान से गिरने के बाद सुब्रत चोपना (13) की मौत हो गई। सुब्रत अपने घर के सामने बन रहे मकान की छत के छज्जे पर लगी सेंटिंग पर चढ़ा था। इस दौरान वह लकड़ी से फिसल गया। उसके गले में बंधा गमछा लकड़ी में फंस गया, जिससे वह छत से लटक गया। घटना के समय उसके पिता काम पर थे और मां घर के अंदर थीं। घटना रविवार दोपहर की है। पुलिस ने सोमवार उसका पोस्टमार्टम कराकर परिजनों को सौंपा। सुब्रत कोलिहा गांव निवासी कृष्णा बैरागी का पुत्र था। वह कक्षा 7 में पढ़ता था। घटना के बाद परिजन उसे पहले घोड़ाडोंगरी सीएचसी ले गए, जहां से उसे जिला अस्पताल रेफर किया गया। बाद में परिजन उसे सिम्स हॉस्पिटल ले गए। डॉक्टर श्याम सोनी के अनुसार, बच्चे को दोपहर 2 बजे अस्पताल लाया गया, जबकि घटना इससे 4 घंटे पहले हुई थी। अस्पताल में उसे तुरंत ऑक्सीजन दी गई, लेकिन उसका हृदय पहले ही बंद हो चुका था।