एमपी में टीम-50 करेगी कांग्रेस का एक्स-रे:भोपाल में 5 जून को राहुल गांधी लॉन्च करेंगे अभियान, बीजेपी को फायदा पहुंचाने वाले भी होंगे चिह्नित

मध्यप्रदेश में लगातार हार के बाद कमजोर होती कांग्रेस को पुनर्जीवित करने के लिए संगठन सृजन अभियान शुरू करने जा रहा है। इस अभियान के लिए राहुल गांधी ने टीम-50 का गठन किया है। असम से लेकर आंध्रप्रदेश, उड़ीसा, राजस्थान, यूपी सहित देश के अलग-अलग राज्यों के सांसद, विधायक, पूर्व मंत्रियों को इस टीम में शामिल किया है। राहुल गांधी करेंगे कैम्पेन लॉन्च मप्र में संगठन सृजन अभियान की लॉन्चिंग राहुल गांधी 5 जून को कर सकते हैं। हालांकि अभी तारीख तय नहीं है, लेकिन एमपी कांग्रेस को राहुल गांधी की ओर से जून के पहले सप्ताह में आने की सहमति दी गई है। राहुल गांधी टीम-50 यानि सभी ऑब्जर्वर के साथ बैठक कर अभियान की औपचारिक शुरुआत करेंगे। बीजेपी को फायदा पहुंचाने वाले कांग्रेसी भी होंगे चिह्नित संगठन सृजन अभियान के दौरान कांग्रेस के सभी ऑब्जर्वर और को-ऑब्जर्वर आवंटित जिले में जाकर ये पता लगाएंगे कि कांग्रेस किस विधानसभा में कैसे मजबूत है। कांग्रेस के साथ जुडे़ पुराने कांग्रेसियों की लिस्ट भी तैयार होगी। इस दौरान ऐसे नेताओं की लिस्ट भी बनाई जाएगी जो कांग्रेस में रहकर बीजेपी काे फायदा पहुंचाते हैं। एमपी के चार नेता हर टीम में सिर्फ सहयोगी रहेंगे राहुल गांधी ने एमपी में कांग्रेस के संगठन की जमीनी हकीकत जानने के लिए अलग-अलग राज्यों के दिग्गज नेताओं को जिम्मेदारी है। मप्र में दूसरे राज्यों के नेताओं को भाषाई दिक्कत न हो और आने-जाने में किसी प्रकार की समस्या न हो इसके लिए मप्र कांग्रेस की ओर से हर जिले के लिए 4 सहयोगी पर्यवेक्षक नियुक्त किए जाएंगे। इनका काम सिर्फ सहयोगी के तौर पर ही रहेगा। जिला अध्यक्ष के लिए नाम भी खोजेंगे संगठन सृजन अभियान के तहत ऑर्ब्जवर अपने आवंटित जिले में कांग्रेस जिला अध्यक्ष के लिए मजबूत कार्यकर्ताओं के नाम छांटकर उनका एक पैनल भी बनाकर दिल्ली भेजेंगे। इसमें यह देखा जाएगा कि जिला अध्यक्ष के लिए कौन सा कार्यकर्ता वैचारिक तौर पर पार्टी से कितने समय से जुड़ा है और उसके काम करने की शैली, पार्टी के वरिष्ठ नेताओं और कार्यकर्ताओं से कैसा संपर्क है। एक ऑब्जर्वर को मिलेगी एक जिले की कमान AICC द्वारा नियुक्त प्रत्येक ऑब्जर्वर को एक जिले की जिम्मेदारी दी जाएगी। एमपी कांग्रेस की ओर से 4 सहयोगी पर्यवेक्षकों की नियुक्ति भी हफ्ते भर में कर दी जाएगी। इसके बाद जून महीने के पहले सप्ताह में राहुल गांधी संगठन सृजन अभियान की टीम के साथ बैठक कर कैम्पेन की औपचारिक शुरुआत करेंगे। गुजरात के बाद एमपी दूसरा राज्य अहमदाबाद अधिवेशन के बाद कांग्रेस ने गुजरात में संगठन सृजन अभियान की शुरुआत की थी। इस अभियान के तहत हर जिले में एक ऑब्जर्वर भेजकर संगठन की रिपोर्ट तैयार कराई गई है। मप्र दूसरा राज्य है जहां ये अभियान शुरू होने जा रहा है। ये भी पढ़ें... शिवराज के गढ़ विदिशा से कांग्रेस का पायलट प्रोजेक्ट एमपी कांग्रेस ने संगठन सृजन अभियान का पायलट प्रोजेक्ट तैयार किया है। इसके लिए अलग-अलग विशेषज्ञताओं और अनुभवों वाले 100 एक्सपर्ट्स को विदिशा जिले के लिए सिलेक्ट किया है। 22 मई से एमपी कांग्रेस के करीब 100 नेता विदिशा जिले की सभी ग्राम पंचायतों और वार्डों में जाएंगे। यह पूरा पायलट प्रोजेक्ट करीब 20 दिन तक चलेगा। पूरी खबर यहां पढ़ें...

एमपी में टीम-50 करेगी कांग्रेस का एक्स-रे:भोपाल में 5 जून को राहुल गांधी लॉन्च करेंगे अभियान, बीजेपी को फायदा पहुंचाने वाले भी होंगे चिह्नित
मध्यप्रदेश में लगातार हार के बाद कमजोर होती कांग्रेस को पुनर्जीवित करने के लिए संगठन सृजन अभियान शुरू करने जा रहा है। इस अभियान के लिए राहुल गांधी ने टीम-50 का गठन किया है। असम से लेकर आंध्रप्रदेश, उड़ीसा, राजस्थान, यूपी सहित देश के अलग-अलग राज्यों के सांसद, विधायक, पूर्व मंत्रियों को इस टीम में शामिल किया है। राहुल गांधी करेंगे कैम्पेन लॉन्च मप्र में संगठन सृजन अभियान की लॉन्चिंग राहुल गांधी 5 जून को कर सकते हैं। हालांकि अभी तारीख तय नहीं है, लेकिन एमपी कांग्रेस को राहुल गांधी की ओर से जून के पहले सप्ताह में आने की सहमति दी गई है। राहुल गांधी टीम-50 यानि सभी ऑब्जर्वर के साथ बैठक कर अभियान की औपचारिक शुरुआत करेंगे। बीजेपी को फायदा पहुंचाने वाले कांग्रेसी भी होंगे चिह्नित संगठन सृजन अभियान के दौरान कांग्रेस के सभी ऑब्जर्वर और को-ऑब्जर्वर आवंटित जिले में जाकर ये पता लगाएंगे कि कांग्रेस किस विधानसभा में कैसे मजबूत है। कांग्रेस के साथ जुडे़ पुराने कांग्रेसियों की लिस्ट भी तैयार होगी। इस दौरान ऐसे नेताओं की लिस्ट भी बनाई जाएगी जो कांग्रेस में रहकर बीजेपी काे फायदा पहुंचाते हैं। एमपी के चार नेता हर टीम में सिर्फ सहयोगी रहेंगे राहुल गांधी ने एमपी में कांग्रेस के संगठन की जमीनी हकीकत जानने के लिए अलग-अलग राज्यों के दिग्गज नेताओं को जिम्मेदारी है। मप्र में दूसरे राज्यों के नेताओं को भाषाई दिक्कत न हो और आने-जाने में किसी प्रकार की समस्या न हो इसके लिए मप्र कांग्रेस की ओर से हर जिले के लिए 4 सहयोगी पर्यवेक्षक नियुक्त किए जाएंगे। इनका काम सिर्फ सहयोगी के तौर पर ही रहेगा। जिला अध्यक्ष के लिए नाम भी खोजेंगे संगठन सृजन अभियान के तहत ऑर्ब्जवर अपने आवंटित जिले में कांग्रेस जिला अध्यक्ष के लिए मजबूत कार्यकर्ताओं के नाम छांटकर उनका एक पैनल भी बनाकर दिल्ली भेजेंगे। इसमें यह देखा जाएगा कि जिला अध्यक्ष के लिए कौन सा कार्यकर्ता वैचारिक तौर पर पार्टी से कितने समय से जुड़ा है और उसके काम करने की शैली, पार्टी के वरिष्ठ नेताओं और कार्यकर्ताओं से कैसा संपर्क है। एक ऑब्जर्वर को मिलेगी एक जिले की कमान AICC द्वारा नियुक्त प्रत्येक ऑब्जर्वर को एक जिले की जिम्मेदारी दी जाएगी। एमपी कांग्रेस की ओर से 4 सहयोगी पर्यवेक्षकों की नियुक्ति भी हफ्ते भर में कर दी जाएगी। इसके बाद जून महीने के पहले सप्ताह में राहुल गांधी संगठन सृजन अभियान की टीम के साथ बैठक कर कैम्पेन की औपचारिक शुरुआत करेंगे। गुजरात के बाद एमपी दूसरा राज्य अहमदाबाद अधिवेशन के बाद कांग्रेस ने गुजरात में संगठन सृजन अभियान की शुरुआत की थी। इस अभियान के तहत हर जिले में एक ऑब्जर्वर भेजकर संगठन की रिपोर्ट तैयार कराई गई है। मप्र दूसरा राज्य है जहां ये अभियान शुरू होने जा रहा है। ये भी पढ़ें... शिवराज के गढ़ विदिशा से कांग्रेस का पायलट प्रोजेक्ट एमपी कांग्रेस ने संगठन सृजन अभियान का पायलट प्रोजेक्ट तैयार किया है। इसके लिए अलग-अलग विशेषज्ञताओं और अनुभवों वाले 100 एक्सपर्ट्स को विदिशा जिले के लिए सिलेक्ट किया है। 22 मई से एमपी कांग्रेस के करीब 100 नेता विदिशा जिले की सभी ग्राम पंचायतों और वार्डों में जाएंगे। यह पूरा पायलट प्रोजेक्ट करीब 20 दिन तक चलेगा। पूरी खबर यहां पढ़ें...